Bengal SSC Scam: पार्थ चटर्जी के घर से मिले एडमिट कार्ड और नियुक्ति पत्र, ED के खुलासे से और बढ़ेगी मंत्री की मुश्किलें
Partha Chatterjee News: ईडी इस मामले में पार्थ चटर्जी के कई और नजदीकी लोगों पर जल्द ही शिकंजा कस सकती है. बताया जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में और लोगों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है.
West Bengal SSC Scam: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) दावा है कि पार्थ चटर्जी के घर पर तलाशी के दौरान कई एडमिट कार्ड, नियुक्ति पत्र, संपत्ति के कागजात जब्त किए हैं.
ईडी ने तलाशी के दौरान अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) और उनकी कंपनियों के नाम की अचल संपत्तियों से संबंधित कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं. इसके अलावा ईडी ने पार्थ चटर्जी के घर से क्लास सी और क्लास डी सेवाओं में भर्ती के लिए उम्मीदवारों से संबंधित दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं.
ईडी को तलाशी में मिले ये अहम दस्तावेज
इतना ही नहीं ईडी को पार्थ चटर्जी के घर की तलाशी में ग्रुप डी स्टाफ की नियुक्ति से संबंधित दस्तावेज, उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड, ग्रुप डी स्टाफ के पद के लिए अंतिम परिणाम का सारांश, प्रशंसापत्र के सत्यापन के लिए सूचना पत्र और एक इंद्रनील भट्टाचार्य के क्लर्क के पद के लिए व्यक्तित्व परीक्षण से संबंधित दस्तावेज भी बरामद हुए हैं.
प्रवर्तन निदेशाल ने अपनी तलाशी के दौरान मंत्री पार्थ चटर्जी के घर से ग्रुप डी उम्मीदवारों की सूची, एक समापति ठाकुर के गैर-शिक्षण स्टाफ (ग्रुप डी) के लिए क्षेत्रीय स्तरीय चयन परीक्षा, 2016 के प्रवेश पत्र, समापति ठाकुर के आवेदन पत्र के साथ उच्च प्राथमिक शिक्षक के पद के लिए 48 उम्मीदवारों की बरामद सूची दर्शाती हैं कि पार्थ चटर्जी ग्रुप डी के कर्मचारियों की नियुक्ति में सक्रिय रूप से शामिल हैं. ईडी ने उनके घर से बरामद किए गए दस्तावेजों की एक लिस्ट तैयार की है.
सीबीआई भी जांच में जुटी
बता दें कि सीबीआई (CBI) गैर-शिक्षण कर्मचारियों (ग्रुप सी एंड डी), सहायक शिक्षकों (कक्षा IX-XII), और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं को देख रही थी. ईडी मनि लॉन्ड्रिंग पहलू की जांच कर रहा है. पार्थ चटर्जी शिक्षा मंत्री थे जब इस घोटाले को कथित रूप से खींचा गया था.
सीबीआई ने उनसे 26 अप्रैल और 18 मई को पूछताछ की थी. ईडी ने 26 घंटे से अधिक समय तक उनके कोलकाता आवास पर छापेमारी करने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया था. इसके अलावा, उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के आवासीय परिसर से 20 करोड़ रुपये नकद जब्त किए.
कोर्ट के आदेश की बाद कराई गई मेडिकल जांच
चटर्जी को जहां 25 जुलाई तक ईडी की हिरासत में भेजा गया था, वहीं मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश के अनुसार उन्हें जांच और इलाज के लिए एसएसकेएम सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. एक दिन पहले, कलकत्ता उच्च न्यायालय ने मंत्री को एयर एम्बुलेंस द्वारा एम्स, भुवनेश्वर ले जाने का निर्देश दिया था.
एक विशेष पीएमएलए अदालत आरोपी की चिकित्सकीय जांच के बाद कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, रेस्पिरेटरी मेडिसिन और एंडोक्रिनोलॉजी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम द्वारा तैयार की गई. रिपोर्ट के आधार पर ईडी की और रिमांड की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करेगी.
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