‘मेरे नाम का ऐसा हौवा है कि हर जगह मैं ही दिखाई पड़ता हूं’, अमित शाह ने राज्यसभा में ये क्यों कहा
Waqf Amendment Bill 2025 : राज्यसभा में गुरुवार (3 अप्रैल) को वक्फ संशोधन बिल को लेकर चर्चा के दौरान माहौल गरमा गया. कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने गृह मंत्री को घेरने की कोशिश की तो अमित शाह भड़क गए.

Waqf Amendment Bill in Rajya Sabha : लोकसभा से पारित होने के बाद राज्यसभा में भी वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 पर पक्ष और विपक्षी सांसदों के बीच जारी बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस के दिग्विजय सिंह के बीच तीखी बहस देखने को मिली.
राज्यसभा में वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर हो रही चर्चा के दौरान भाजपा के राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी अपनी बात रख रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, "पहले मुस्लिम समाज के प्रतीक उस्ताद बिस्मिल्लाह खां, जारिक हुसैन, मजरूह सुल्तानपुरी, साहिर लुधियानवी, कैफी आजमी जैसे लोग थे, लेकिन आज मुस्लिम समाज का नेतृत्व मुख्तार अंसारी, इशरत जहां, याकूब मेनन, अतीक अहमद जैसे लोगों के साथ जोड़ा जाता है."
सुधांशु त्रिवेदी के भाषण पर दिग्विजय सिंह ने जताई आपत्ति
सुधांशु त्रिवेदी के इस भाषण के बाद विपक्षी दलों के सांसदों ने आपत्ति जताई. कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, "सुधांशु त्रिवेदी ने मुसलमानों को लेकर जो बात कही है, वह पूरी तरह से निंदनीय है." दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, "गुजरात में जो दंगे हुए थे, उनके जिम्मेदार कौन से लोग थे? गुजरात में जब दंगे हुए तब अमित शाह वहां पर गृह मंत्री थे, उन्हें बताना चाहिए कि उनकी वहां पर क्या भूमिका थी?"
दिग्विजय सिंह के आरोप पर अमित शाह ने किया पलटवार
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिग्विजय सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, "उन्हें मेरे नाम का ऐसा हौवा है कि सिर्फ मैं ही दिखाई पड़ता हूं. दंगे शुरू होने के 18 महीने बाद मैं गुजरात का गृह मंत्री बना था. जब दंगा हुआ था तो मैं गृह मंत्री नहीं था."
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बुधवार (2 अप्रैल) को वक्फ संशोधन विधेयक को लोकसभा में पेश किया गया था. करीब 12 घंटे तक चली चर्चा के बाद मतविभाजन से देर रात दो बजे विधेयक को पारित करा लिया गया है. विधेयक के पक्ष में 288 और विरोध में 232 सांसदों ने वोट दिया.
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