Telangana Tunnel Collapsed: टनल में फंसे लोगों की नहीं मिली लोकेशन, CM रेवंत रेड्डी ने बताया कब तक पूरा हो सकता है रेस्क्यू ऑपरेशन
तेलंगाना टनल हादसे के 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अबतक इसमें फंसे हुए लोगों की लोकेशन नहीं मिल पाई है. सीएम रेवंत रेड्डी ने बीते रविवार को घटनास्थल पहुंचकर रेस्क्यू के बारे में जानकारी ली.

Telangana Tunnel Collapsed: तेलंगाना के नगरकुर्नूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) टनल का एक हिस्सा बीती 22 फरवरी को ढह गया था, जिसमें 8 लोग फंस गए थे. इस घटना को 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक इसमें फंसे हुए लोगों को बाहर नहीं निकाला जा सका है. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं. तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने भी रविवार को घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली.
सीएम रेड्डी ने रविवार (2 मार्च) को बताया कि सुरंग के अंदर फंसे 8 लोगों के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. वो कहां फंसे हुए है, उस जगह के बारे में भी पता नहीं चला है. सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त कन्वेयर बेल्ट की मरम्मत के बाद बचाव अभियान में तेजी आएगी. सोमवार (3 मार्च) तक उसके ठीक होने की उम्मीद है. इसके जरिए सुरंग के अंदर की गाद को बाहर निकाला जाएगा.
फंसे लोगों की लोकेशन अबतक नहीं मिली
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सीएम रेड्डी ने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया कि बचाव कर्मियों को किसी भी खतरे से बचने के लिए यदि जरूरी हो तो सुरंग के अंदर रोबो का उपयोग करें. सीएम ने कहा, सरकार चाहती है कि रेस्क्यू ऑपरेशन जल्दी पूरा हो. इस हादसे के पीड़ित परिवारों को समर्थन करने के लिए भी तैयार हैं. सीएम रेड्डी ने कहा कि नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NGRI) द्वारा बताई गई जगहों पर रेट माइनर्स ने खुदाई की, लेकिन इसमें फंसे हुए लोगों की लोकेशन का पता नहीं चल पाया है.
ఎస్ఎల్బీసీ టన్నెల్ లో జరిగిన ప్రమాదం పై క్షేత్ర స్థాయిలో సమీక్షించాను. ఎనిమిది ప్రాణాలు గల్లంతు కావడం ఆవేదన కలిగించే విషయం.
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) March 2, 2025
గత నిర్లక్ష్యాల గాయాలు ఇవి…
పదేళ్ల పాలనలో ఎస్ఎల్బీసీ పట్ల నిర్లక్ష్యానికి మూల్యం ఇది. ఐనా, మా సంకల్పం చెక్కు చెదరదు.
నల్గొండకు నీళ్లుచ్చే వరప్రదాయని ఈ… pic.twitter.com/iOhzNrEHMQ
रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या हैं चुनौतियां?
रेस्क्यू ऑपरेशन में क्या चुनौतियां आ रही हैं? इस पर सीएम ने कहा कि सुरंग के अंदर कीचड़ और पानी की वजह से रेस्क्यू में बाधा आ रही है. मरम्मत के बाद कन्वेयर बेल्ट गाद को हटाने के लिए उपयोगी होगी. सीएम ने कहा कि ऑपरेशन को एक निश्चित चरण तक पहुंचने में 2-3 दिन और लग सकते हैं और रेस्क्यू अधिकारी तब आगे की कार्रवाई के बारे में बता पाएंगे. उनसे जब पूछा गया है कि एक सप्ताह से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अबतक फंसे हुए लोगों की लोकेशन भी पता नहीं चल पाई है तो इस पर सीएम रेवंत रेड्डी ने कहा कि वह केवल रेस्क्यू अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ही बता सकते हैं और इस मामले में बयान देना जल्दबाजी होगी.
सीएम रेड्डी ने बीआरएस सरकार पर लगाए आरोप
सीएम रेवंत रेड्डी ने रविवार को सुंरग के अंदर की स्थिति का जायजा लिया और फिर अधिकारियों के साथ बैठक भी की. उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई टीमों की सराहना की. सीएम ने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. साथ ही पिछली बीआरएस सरकार पर एसएलबीसी प्रोजेक्ट की उपेक्षा का भी आरोप लगाया कि उसने ठेकेदार और कंपनी को बिल का भुगतान भी नहीं किया. उन्होंने कहा, परियोजना में बिजली की आपूर्ति भी नहीं थी, जिससे पानी और कीचड़ जमा हो गया और मशीनों को नुकसान पहुंचा. 44 किलोमीटर लंबी यह सुरंग दुनिया की सबसे लंबी सुरंग है और सरकार असफलता के बावजूद इस परियोजना को पूरा करना चाहेगी.
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Source: IOCL























