Sonali Phogat Murder Case: फर्जीवाड़े के आरोप में कर्लीज रेस्टोरेंट का मालिक एडविन नून्स फिर से गिरफ्तार
Sonali Phogat Murder Case: गोवा के कर्लीज रेस्टोरेंट के मालिक एडविन नून्स को हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उसने पुलिस पूछताछ से बचने के लिए फर्जी कोविड सर्टिफिकेट थाने में जमा कराया था.
Sonali Phogat Murder Case: गोवा पुलिस ने सोनाली फोगट हत्याकांड में पूछताछ से बचने के लिए फर्जी कोविड सर्टिफिकेट जमा करने के आरोप में कर्लीज रेस्टोरेंट के मालिक एडविन नून्स को गुरुवार को फिर से गिरफ्तार कर लिया है. एडवर्ड नून्स को हैदराबाद पुलिस ने गोवा पुलिस की मदद से हिरासत में लिया है. एडविन नून्स को हैदराबाद पुलिस ने अगस्त में दर्ज एक ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया था. नून्स कथित तौर पर हैदराबाद जाने वाली ड्रग्स का "मुख्य आपूर्तिकर्ता" है.
पुलिस को कोविड का फर्जी सर्टिफिकेट देने के मामले में उसके खिलाफ एक और FIR दर्ज की गई थी. जिसके बाद उसे आईपीसी की धारा 468, 472 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, जमानत की शर्तों का उल्लंघन करने पर अंजुना पुलिस ने सत्र न्यायालय में उसकी जमानत रद्द करने के लिए एक आवेदन दिया है. इस बीच, गोवा पुलिस ने हैदराबाद पुलिस को सूचित किया है कि आगर उनके मामले में आवश्यक हो तो एडविन को हिरासत में ले लें, आगे की जांच जारी है.
नून्स ने जमा किया था फर्जी कोविड सर्टिफिकेट
सोनाली फोगट हत्याकांड में पूछताछ से बचने के लिए नून्स ने फर्जी कोविड सर्टिफिकेट जमा किया था इस बारे में उनकी टीम के एक सदस्य ने कहा, "उन्हें हैदराबाद पुलिस की एक टीम ने गिरफ्तार किया था, जो कि कुछ दिनों से गोवा में डेरा डाले हुए थे, उन्हें गोवा पुलिस की मदद से हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है."
नून्स, उस नाइट क्लब के मालिक हैं, जहां बीजेपी नेता और अभिनेत्री सोनाली फोगट की मेथेम्फेटामाइन के संदिग्ध ओवरडोज लेने से मौत हो गई थी. मौत से पहले फोगाट ने यहीं अपने जीवन के अंतिम घंटे बिताए थे. नून्स पर लगे आरोपों के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था और इस मामले में वह जमानत पर बाहर था. उस पर नशीले पदार्थों की आपूर्ति करने का आरोप लगाया गया था.
पुलिस की पूछताछ से बचने के लिए किया फर्जीवाड़ा
“उनके जमानत आदेश के अनुसार उन्हें नवंबर 2022 के महीने में अंजुना पुलिस स्टेशन में कई मौकों पर जांच के उद्देश्य से बुलाया गया था, लेकिन उन्होंने एक निजी डायग्नोस्टिक्स लैब का एक नकली कोविड प्रमाण पत्र बनाकर पुलिस के सामने पेश किया और जांच से बच गए. इसलिए अंजुना पुलिस ने थाने में जाली दस्तावेज जमा करने को लेकर उसके खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की थी. पुलिस ने यह कहते हुए जमानत रद्द करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था कि उसने जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया है.
एडविन नून्स है ड्रग्स का बड़ा कारोबारी
हैदराबाद पुलिस ने कथित ड्रग पेडलर प्रीतेश बोरकर, जिसे हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था, उसने नून्स का नाम लिया था, जिसमें कहा गया था कि कर्लीज का सह-मालिक उसके कई आपूर्तिकर्ताओं में से था. बोरकर ने कथित तौर पर तेलंगाना पुलिस को बताया कि वह तुकाराम सालगांवकर उर्फ नाना, विकास नाइक उर्फ विक्की, रमेश चौहान, स्टीव, एडविन नून्स और संजा गोवेकर से ड्रग्स की खरीद करता था. ये सभी गोवा के निवासी हैं, जिनमें से कई दक्षिण अंजुना समुद्र तट के साथ अपने नाइट क्लब चलाते हैं.
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