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UNGA में वोटिंग से दूर रहा भारत, यूक्रेन-रूस जंग का आज 8वां दिन, Putin के इन कदमों पर टिकीं दुनिया की नजर
Russia Ukraine War: यूक्रेन की मीडिया के हवाले से खबर आई है कि रूस यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को हटाकर विक्टर यानुकोविच को यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहता है.
Russia Ukraine War: आठ दिनों से रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है. इस बीच रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच आज दूसरे दौर की बातचीत हो सकती है. रूस का प्रतिनिधिमंडल बातचीत के लिए बेलारूस-पोलैंड के बॉर्डर (Belarus Poland Border) पहुंच गया है, जहां दोनों पक्षों की बातचीत होगी. इससे पहले आज भारत (India) ने यूक्रेन पर संयुक्त राष्ट्र (UN) महासभा के आपातकालीन विशेष सत्र के प्रस्ताव में आज भी वोटिंग से परहेज किया. हालांकि भारत ने यूक्रेन-रूस के बीच छिड़ी जंग के थमने की वकालत जरूर की. भारत ने बयान जारी कर कहा है कि मतभेदों को बातचीत और कूटनीति से ही सुलझाया जा सकता है. ऐसे में अब पूरी दुनिया की नज़रें पुतिन के अगले कदमों पर टिकीं हुई हैं.
क्या है पुतिन का अगला कदम?
यूक्रेन की मीडिया के हवाले से खबर आई है कि रूस यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को हटाकर विक्टर यानुकोविच को यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहता है. पूर्व राष्ट्रपति विक्टर पुतिन के करीबी माने जाते हैं. यूक्रेनी नेता विक्टर ने साल 2010 से यूक्रेन के चौथे राष्ट्रपति के रूप में पद संभाला था. जबकि 2014 में हुई यूक्रेनी क्रांति के बाद उन्हें निष्कासित कर दिया गया था. इसी के बाद से यूक्रेन और रूस के बीच विवाद भड़क उठा.
बीबीसी से बातचीत में 'पुतिन का रूस' किताब की लेखिका लैला शेवत्सोवा का कहना है कि पुतिन कभी भी पूरी तरह यूक्रेन पर हमला नहीं करेंगे, क्योंकि उनके पास कई विकल्प मौजूद हैं. वह यूक्रेन पर साइबर हमला कर सकते हैं. यूक्रेन को आर्थिक नजरिए से समेट सकते हैं. ऐसा भी हो सकता है कि रूस की सेना डोनेट्सक और लुहांस्क पर पूरी तरह से कब्जा कर ले.
क्या व्लादिमीर पुतिन वास्तव में यूक्रेन पर शासन कर पाएंगे?
सवाल उठने लगे हैं कि अगर पुतिन सैन्य दृष्टि से युद्ध जीतने में सफल हो भी गए तो क्या वह यूक्रेनियन पर शासन कर सकेंगे? यह मानने के कई कारण हैं कि वह युद्ध जीतने पर भी ऐसा नहीं कर पाएंगे. पुतिन वह हासिल नहीं कर पाएंगे जो वह चाहते हैं, क्योंकि पूरी तरह जीतने के लिए उन्हें एक ऐसे देश पर शासन करना होगा, जिसे उन्होंने उसकी इच्छा के विरुद्ध फतह किया है. कोई देश कितनी अच्छी तरह शासित होता है यह उसकी संस्कृति पर निर्भर करता है. ज्यादा सटीक रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि उसकी संस्कृति सरकार के मॉडल के साथ कितनी संगत है.
रूस के लिए सत्ता का मतलब बल
यूक्रेन में पुतिन का संभावित शासन इसलिए समस्याग्रस्त है, क्योंकि यह सत्ता के उस मॉडल से मेल नहीं खाएगा जिसे यूक्रेनियन स्वीकार करना चाहते हैं. यूक्रेन में युद्ध इस बात की पुष्टि करता है कि रूस के लिए सत्ता का मतलब बल है. पुतिन के लिए उस मानसिकता को यूक्रेनियन में स्थानांतरित करना असंभव नहीं तो बहुत मुश्किल काम होगा.
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