(Source: ECI | ABP NEWS)
'PoK भारत के घर का एक कमरा है, जिसे वापस लेना होगा', बोले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत
Mohan Bhagwat PoK Statement: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) भारत के घर का एक कमरा है, जिस पर अजनबियों ने कब्जा कर लिया है.

Mohan Bhagwat PoK Statement: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) को भारत के घर का एक कमरा बताया है, जिस पर दूसरों ने कब्जा कर लिया है.
उन्होंने कहा कि वह कमरा भारत का हिस्सा है और उसे वापस लेना ही होगा. भागवत सतना में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां उनके इस बयान पर लोगों ने जोरदार तालियां बजाईं.
भागवत ने कही ये बात
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा, 'बहुत से सिंधी भाई यहां बैठे हैं, मैं बहुत खुश हूं. वे पाकिस्तान नहीं गए थे, वे अविभाजित भारत के थे. हालात ने हमें इस घर में भेज दिया, लेकिन वो घर और ये घर अलग नहीं हैं. पूरा भारत एक ही घर है, बस हमारे घर का एक कमरा किसी ने कब्जा लिया है. वहां मेरी मेज़, कुर्सी और कपड़े रखे थे. अब समय आएगा, जब हमें वो कमरा वापस लेना होगा.'
#WATCH | Satna, MP | RSS Chief Mohan Bhagwat says, "Many Sindhi brothers are sitting here. I am very happy. They did not go to Pakistan; they went to undivided India....Circumstances have sent us here from that home because that home and this home are not different. The whole of… pic.twitter.com/CdNaLdzwQc
— ANI (@ANI) October 5, 2025
PoK में हुआ है विरोध
भागवत का यह बयान उस समय आया है जब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में लोगों ने पाकिस्तानी शासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. पिछले कुछ दिनों से हजारों की संख्या में स्थानीय लोग अवामी एक्शन कमेटी (AAC) के बैनर तले सड़कों पर उतरकर आर्थिक राहत और राजनीतिक सुधारों की मांग कर रहे हैं.
तीन दिनों से चल रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा घायल हुए हैं. धीरकोट (बाग जिला) में चार प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने गोली मार दी. इसके अलावा मुअज्जफराबाद, दादयाल (मीरपुर) और चम्याती (कोहाला के पास) में भी हिंसा की खबरें सामने आई हैं.
'भारत ने दुनिया को दिखाया अपना साहस और एकता'
इससे पहले गुरुवार को मोहन भागवत ने सुरक्षा क्षमता बढ़ाने की जरूरत पर भी जोर दिया था. उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया ने दिखाया कि भारत के सच्चे मित्र कौन हैं.
उन्होंने कहा,'यह एक परीक्षा थी कि वैश्विक मंच पर कौन हमारे साथ है और कितना साथ देता है. भारत की राजनीतिक नेतृत्व और सेना ने जिस दृढ़ता से जवाब दिया, उसने देश की एकता, नेतृत्व की निडरता और सेना के शौर्य को दुनिया के सामने साबित कर दिया.'
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