CAA के बाद भड़की हिंसा में मारे गए लोगों के परिवार से मिलने जा रहे राहुल-प्रियंका को मेरठ बॉर्डर पर रोका गया
प्रशासन का कहना है कि मेरठ में धारा 144 लगा है इसलिए जानें नहीं दे सकते. राहुल गांधी ने कहा- उन्होंने हमें कोई कागज नहीं दिखाया लेकिन जाने से रोका.
नई दिल्ली: नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में जान गंवानेवालों के परिवारों से मिलने मेरठ जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को रोका गया. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मेरठ के बॉर्डर पर रोका गया है. प्रशासन का कहना है कि मेरठ में धारा 144 लगा है इसलिए जानें नहीं दे सकते. राहुल गांधी ने कहा- उन्होंने हमें कोई कागज नहीं दिखाया लेकिन जाने से रोका.
हालांकि प्रशासन के आश्वासन के बाद दोनों ही नेतओं ने वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए. इससे पहले प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात भी की.
#UPDATE Congress leaders Rahul Gandhi and Priyanka Gandhi Vadra who were stopped outside Meerut by Police are now returning to Delhi. https://t.co/jGRSqQHuas
— ANI UP (@ANINewsUP) December 24, 2019
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि हमारे नेताओं का एक ही उद्देश्य था कि वो घटना में मारे गए लोगों के परिवार वालों से मिलना चाहते थे. हम चाहते थे कि उनकी मदद की हो सकती है वो की जाए. लेकिन प्रशासन की ओर से कहा गया कि वहां माहौल खराब है, पत्थरबाजी हो रही है. इसलिए हमने फैसला किया कि हम स्थिति को बिगाड़ना नहीं चाहते हैं. प्रशासन ने हमसे कहा कि जब स्थिति नियंत्रण में होगी तब हमें खुद ले जाएंगे.
बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा, ''यह नियम पहले से ही है, अगर किसी जगह पर कहीं हिंसा होती है तो वहां पर स्थिति बिगड़ने से रोकने के लिए ऐसे कदम उठाए जाते हैं. गांधी परिवार को तो रोका ही जाना चाहिए, इस मुद्दे पर सबसे ज्यादा झूठ फैलाने का काम गांधी परिवार ने ही किया है.''