जैश प्रमुख मसूद अजहर के बैन के प्रस्ताव को फिर संयुक्त राष्ट्र में लाएंगे: फ्रांस

नई दिल्ली: भारत का समर्थन करते हुए फ्रांस ने कहा है कि वह सुनिश्चित करेगा कि पाकिस्तान आधारित जैश ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को एक वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने का प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति में फिर से पेश हो.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के कूटनीतिक सलाहकार जैक्स ऑदीबर्त ने यह बात पुरजोर तरीके से कही. गौरतलब है कि चीन ने पठानकोट हमले के सरगना को संयुक्त राष्ट्र में बैन कराने के भारत के कदम में कुछ हफ्ते पहले अड़ंगा डाल दिया था. उन्होंने भारत के परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) का सदस्य बनने पर भी भरोसा जताया.
उन्होंने ‘रायसीना डायलॉग’ से अलग अजहर मुद्दे पर पूछे जाने पर कहा, ‘‘हम यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रस्ताव फिर से पेश हो. हम अब भी आशावादी हैं कि संरा अजहर को जल्द ही आतंकवादी घोषित करे.’’ भारत अजहर को बैन कराने के लिए संरा सुरक्षा परिषद की 1267 प्रतिबंध समिति के कई सदस्य देशों के साथ शुरूआती चर्चा शुरू कर चुका है. फ्रांस इस समिति का सदस्य है और उसने इस मुद्दे पर भारत का पुरजोर समर्थन किया है.
उन्होंने कहा, ‘‘हम भारत की एनएसजी सदस्यता की कोशिश का समर्थन कर रहे हैं क्योंकि भारत ने आवश्यक गारंटी मुहैया की है. एनएसजी की भारत की सदस्यता परमाणु अप्रसार व्यवस्था को बेहतर करेगा.’’ भारत के साथ स्कार्पीन पनडुब्बी सौदे के बारे में ऑदीबर्त ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि कुछ गोपनीय दस्तावेजों के कथित लीक ने परियोजना को संकट में डाला है.
उन्होंने दक्षिण चीन सागर विवाद पर कहा, ‘‘भारत और फ्रांस समुद्री सुरक्षा में सहयोग के जरिए क्षेत्र में स्थिरता के लिए काम करते रहेंगे.’’
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