दिल्ली चुनाव: प्रवेश वर्मा बोले- 21 साल से सरकार नहीं बना पाने का दुख, फ्री के प्रवाह में बह गए दिल्ली वाले
दिल्ली में तस्वीर बिल्कुल साफ हो गई है कि अरविंद केजरीवाल तीसरी बार सरकार बनाने जा रहे हैं.दिल्ली विधानसभा में इस बार कुल 672 उम्मीदवार मैदान में हैं.मुख्य मुकाबला सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप), बीजेपी और कांग्रेस के बीच है.

नई दिल्ली: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती जारी है. अभी तक के रुझानों के हिसाब से आम आदमी पार्टी की सरकार पूर्ण बहुमत से बनती नजर आ रही है. इस बीच बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा की प्रतिक्रिया सामने आई है. प्रवेश वर्मा ने हार स्वीकार करते हुए कहा कि हमें दुख है कि हम सरकार की कमियों को दिल्ली की जनता के सामने नहीं रख पाए. बता दें कि प्रवेश वर्मा के शाहीन बाग के प्रदर्शन पर दिए बयान पर काफी विवाद हुआ था. चुनाव आयोग ने उन पर 48 घंटे का बैन भी लगाया था.
प्रवेश वर्मा ने कहा, ''मैं दिल्लीवासियों के जनादेश को स्वीकार करता हूं. पिछले 21 सालों से हम दिल्ली में सरकार नहीं बना पाए. पिछले 21 सालों से दिल्ली में गैर भाजपा दलों की सरकार बन रही है. हमें इस बात का दुख है कि हम दिल्ली सरकार की कमियों को दिल्ली की जनता के सामने नहीं रख पाए. हम और मेहनत करेंगे और संघर्ष करेंगे. आने वाले सालों में जो दिल्ली सरकार की कमियां होंगी, हम उसे और बेहतर तरीके से दिल्ली की जनता के सामने रखने की कोशिश करेंगे. दिल्ली का यह चुनाव अगर शिक्षा और विकास के मॉडल पर हुआ होता तो दिल्ली के शिक्षा मंत्री चुनाव नहीं हार रहे होते.''
Parvesh Verma, BJP MP on #DelhiResults: I accept the result. We will work hard and give a better performance in the next elections. If this election would have been on Education and Development, then Education Minister (Manish Sisodia) would not have been trailing. pic.twitter.com/OL6a9G6dVs
— ANI (@ANI) February 11, 2020
उन्होंने कहा, ''दिल्लीवासी झूठे विज्ञापन और फ्री के प्रवाह में बह गए हैं. मैं इस बात को समझता हूं कि लोगों का तीन महीने से बिजली-पानी का बिल फ्री आ रहा था. हमारी महिलाओं को बसों में फ्री की यात्रा हो रही थी. ये जो कुछ भी हो रहा था सिर्फ तीन महीने से हो रहा था. मैं दिल्ली की जनता और उनके जनादेश को बधाई देता हूं. हमारे कार्यकर्ता और मेहनत करेंगे, इस चुनाव में भी उन्होंने बहुत मेहनत की. हम आने वाले चुनाव में जो भी कमियां रह गई थीं उन पर काम करेंगे.''
शाहीन बाग और अपने बयान को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आप लोग भी यहीं हैं और मैं भी यहीं हूं. उन्होंने कहा, ''आने वाले समय में खूब चर्चा करेंगे. हमारा वोट प्रतिशत और सीटें बढ़ी हैं लेकिन अभी इसकी बात नहीं कर रहे. चुनाव में हार जीत मायने रखती है, हम सरकार नहीं बना पाए. अब जो दिल्ली के मुख्यमंत्री होंगे पांच साल वो दिल्ली की जनता को छोड़ कर नहीं जाएंगे. मुझे लगता है कि अब दिल्ली के उपराज्यपाल और हमारे प्रधानमंत्री जी के ऊपर कोई पांच साल आरोप प्रत्यारोप नहीं होंगे.''
जिस विधानसभा में शाहीन बाग वहां AAP 90 हजार वोट से आगे दिल्ली चुनाव को लेकर मतगणना जारी है, वहीं शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन भी जारी है. ओखला सीट से आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह खान आगे चल रहे हैं. ओखला सीट पर शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ चल रहे आंदोलन का प्रभाव देखने को मिल सकता है. शाहीन बाग इलाके के सभी पांचों पोलिंग बूथ ओखला सीट में ही आते हैं.
शाहीन बाग में भारी मतदान भी देखने को मिला था. रुझानों में आम आदमी पार्टी काफी आगे निकल चुकी है. शाहीन बाग वाले ओखला विधानसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अमानातुल्लाह खान की जीत लगभग तय है. वह करीब 65 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं. शुरूआत में वह बीजेपी उम्मीदवार ब्रह्म सिंह से पीछे चल रहे थे. यहां से कांग्रेस उम्मीदवार परवेज़ हाशमी तीसरे नंबर पर हैं.
Source: IOCL





















