अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि, कहा- अपने दोस्त को बहुत याद करता हूं
पीएम ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया, जो पिछले साल जेटली के निधन के बाद आयोजित प्रार्थना सभा का है. इस प्रार्थना सभा में प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद थे और उन्होंने जेटली के व्यक्तित्व को याद किया था.

नई दिल्लीः भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं में से एक और देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली की आज पहली पुण्यतिथि है. पिछले साल 24 अगस्त को ही लंबी बीमारी के बाद दिल्ली के एम्स अस्पताल में जेटली का निधन हो गया था. जेटली की पुण्यतिथि पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया और कहा कि उन्हें अपने दोस्त की बहुत याद आती है.
'पूरी कर्मठता से देश की सेवा की'
प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार 24 अगस्त को ट्वीट कर अपनी कैबिनेट में वित्त मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय जैसे अहम विभाग संभालने वाले जेटली को याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की.
पीएम ने अपने ट्वीट में लिखा, “पिछले साल, आज ही के दिन हमने अरुण जेटली जी को खोया था. मुझे अपने दोस्त की बहुत याद आती है. अरुण जी ने पूरी कर्मठता से देश की सेवा की. उनकी हाजिरजवाबी, बौद्धिकता, कानूनी समझ और शानदार व्यक्तित्व बेहद प्रसिद्ध थे.”
On this day, last year, we lost Shri Arun Jaitley Ji. I miss my friend a lot.
Arun Ji diligently served India. His wit, intellect, legal acumen and warm personality were legendary. Here is what I had said during a prayer meeting in his memory. https://t.co/oTcSeyssRk — Narendra Modi (@narendramodi) August 24, 2020
पीएम ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया, जो पिछले साल जेटली के निधन के बाद आयोजित प्रार्थना सभा का है. इस प्रार्थना सभा में प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद थे और उन्होंने जेटली के व्यक्तित्व को याद किया था और उस वक्त भी कहा था कि उन्होंने बेहद करीबी दोस्त को खो दिया.
पिछली सरकार में उठाई थी अहम जिम्मेदारियां
अरुण जेटली 2014 में बीजेपी की जीत के बाद मोदी सरकार में वित्त मंत्री बने थे. इस दौरान जेटली के नेतृत्व में वित्त मंत्रालय ने नोटबंदी से लेकर जीएसटी जैसे मोदी सरकार के अहम फैसलों को लागू किया था.
इस दौरान तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के गोवा का मुख्यमंत्री बनने के बाद जेटली ने कुछ वक्त के लिए रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाली थी. जेटली कई मौकों पर सरकार के संकटमोचक की भूमिका में दिखाई देते रहे.
हालांकि, 2019 में बीजेपी की लगातार दूसरी जीत के बावजूद वह सरकार का हिस्सा नहीं बने. अपनी बीमारी का हवाला देते हुए उन्होंने पीएम मोदी से मंत्रिमंडल में शामिल न करने का आग्रह किया था. इसके 3 महीने बाद ही लंबी बीमारी के चलते जेटली का 24 अगस्त को निधन हो गया था.
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