पीएम मोदी होंगे 'अविभाजित भारत' इवेंट का हिस्सा! लॉन्च करेंगे मिशन मौसम, पाकिस्तान और बांग्लादेश को भी मिला है न्योता
पीएम मोदी 14 जनवरी, 2025 को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे. पाकिस्तान, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और अन्य देशों को आमंत्रित किया गया है.
PM Modi Will Launch Mission Mausam: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (14 जनवरी 2025) को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस समारोह में भाग लेंगे और इस अवसर पर 'मिशन मौसम' की शुरुआत करेंगे. जिसका उद्देश्य आधुनिक तकनीकों के जरिए मौसम और जलवायु को बेहतर तरीके से समझना है.
पीएमओ ने कहा, "देश को मौसम के लिए तैयार और जलवायु-स्मार्ट राष्ट्र बनाने के लक्ष्य के साथ प्रधानमंत्री 'मिशन मौसम' की शुरुआत करेंगे." 'मिशन मौसम' भारत को प्राकृतिक आपदाओं जैसे बाढ़, सूखा और चक्रवातों के प्रभाव को कम करने में मदद करेगा. यह पहल कृषि, उद्योग और नागरिकों के लिए सटीक मौसम पूर्वानुमान प्रदान करके उन्हें आपदाओं से बचने की तैयारी में सहायता करेगी.
क्या है 'मिशन मौसम'?
'मिशन मौसम' देश को मौसम के लिए तैयार और जलवायु-स्मार्ट बनाने के लिए एक बड़ी योजना है. इसमें वेदर मॉनिटरिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा, जिसमें अगली पीढ़ी के रडार, उपग्रह और उच्च-प्रदर्शन वाले कंप्यूटर शामिल हैं. इस पहल से भारत को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को कम करने और प्राकृतिक आपदाओं से बेहतर तरीके से निपटने में मदद मिलेगी.
मिशन के मुख्य उद्देश्य:
1.नई तकनीकों के माध्यम से वायुमंडलीय डेटा की सटीकता बढ़ाई जाएगी.
3.मिशन का ध्यान वायु गुणवत्ता डेटा को बेहतर बनाने और इसे आम जनता और संस्थानों तक पहुंचाने पर होगा.
4.मिशन मौसम भारत को जलवायु परिवर्तन के खतरों से निपटने में सक्षम बनाएगा.
'आईएमडी विजन-2047' का पीएम करेंगे विमोचन
इस समारोह में मंगलवार (14 जनवरी 2025) को प्रधानमंत्री जलवायु परिवर्तन अनुकूलन के लिए आईएमडी विजन-2047 दस्तावेज भी जारी करेंगे.जो भारत को जलवायु अनुकूल बनाने और आधुनिक वेदर मैनेजमेंट सिस्टम को लागू करने के लिए एक मददगार होगा.
दस्तावेज के मुख्य पहलू:
बेहतर मौसम पूर्वानुमान प्रणाली
कृषि, आपदा प्रबंधन और उद्योगों के लिए विशेष समाधान
जलवायु परिवर्तन शमन की दीर्घकालिक योजनाएं
कौन-कौन होगा शामिल?
आईएमडी ने उन देशों को आमंत्रित किया है जो 150 साल पहले इसकी स्थापना के समय भारत का हिस्सा थे. इनमें पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यांमार, भूटान, नेपाल, श्रीलंका और मालदीव के साथ-साथ मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया के देश भी शामिल हैं. बांग्लादेश IMD के 150वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल नहीं होगा. वहां के अधिकारियों ने सरकारी खर्च पर गैर-जरूरी विदेश यात्राओं पर प्रतिबंधों का हवाला देते हुए यह फैसला लिया है. वहीं, पाकिस्तान ने इस कार्यक्रम में अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है.
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