एक्सप्लोरर

किसान आंदोलन के सहारे UP में सियासी जमीन तलाशने में जुटी विपक्षी पार्टियां

किसान आंदोलन पिछले 2 महीने से चल रहा है. पहले किसान नेताओं ने किसी भी राजनीतिक दल को मंच देने से मना कर दिया था. लेकिन राकेश टिकैत के आंसू मीडिया कैमरों के सामने आते ही विपक्षी दलों को भी लगने लगा है कि यह एक ऐसा मौका है जिसका वह पिछले काफी वक्त से इंतजार कर रहे थे.

नई दिल्ली: किसान आंदोलन के नाम पर किस तरह से अब राजनीतिक दलों को भी मौका मिल गया है इसकी तस्वीर शुक्रवार को गाजीपुर बॉर्डर से लेकर सिंघु बॉर्डर तक देखने को मिली. विपक्षी राजनीतिक दल के नेता किसान आंदोलन में पहुंचे और वहां पहुंचकर आंदोलन को अपना समर्थन दिया. शुक्रवार को जितने नेता 1 दिन में दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन में शरीक होने के लिए पहुंचे उतने तो पिछले दो महीनों के दौरान कभी नहीं पहुंचे थे.

किसान आंदोलन का समर्थन करने की बात तो विपक्षी राजनीतिक दल पिछले काफी समय से कर रहे हैं लेकिन अभी तक उनको यह मौका नहीं मिल रहा था. लेकिन गाजीपुर बॉर्डर पर राकेश टिकैत के आंसुओं के बाद राजनीतिक दलों की मन मांगी मुराद पूरी हो गई. इसी के चलते गाजीपुर बॉर्डर से लेकर सिंघु बॉर्डर तक कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल तक के नेता किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए पहुंच गए.

आम आदमी पार्टी से लेकर कांग्रेस नेता तक... आम आदमी पार्टी सरकार के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया जहां राकेश टिकैत के पास गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे, तो दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने सिंघु बॉर्डर पहुंचकर यह जाहिर किया कि वह किसान आंदोलन के समर्थन में खड़े हैं. इन नेताओं ने इस दौरान बार बार सीएम अरविंद केजरीवाल का भी नाम लेकर यह बताने का प्रयास किया गया कि सीएम अरविंद केजरीवाल किस तरह से किसानों के हितैषी हैं और वह किसानों के साथ इस आंदोलन में लगातार खड़े हुए हैं.

कांग्रेस के भी कई नेता किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए. फिर चाहें वो कांग्रेसी सांसद दीपेंद्र हुड्डा या प्रताप सिंह बाजवा हों या फिर उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी लल्लू सिंह या फिर कांग्रेस की नेता अलका लांबा. सभी एक-एक कर सुबह से लेकर शाम तक गाजीपुर बॉर्डर पहुंचते रहे और वहां पहुंचकर राकेश टिकैत का समर्थन करते हुए यह बताने की कोशिश की कि कांग्रेस किसान आंदोलन में किसानों के साथ खड़ी है.

हालांकि इसी दौरान जहां राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस कर किसान आंदोलन का समर्थन किया और मोदी सरकार से तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांग की. तो प्रियंका गांधी ने राकेश टिकैत के आंसुओं को देखने के बाद उनको फोन कर किसान आंदोलन में कांग्रेस का हाथ किसानों के साथ होने का भरोसा भी दिलाया.

इसी तरह से आरएलडी यानी कि राष्ट्रीय लोक दल के नेता चौधरी अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी भी राकेश टिकैत के पास शुक्रवार सुबह से ही पहुंच गए और राकेश टिकैत के बहते आंसुओं को पोछने का प्रयास भी किया. जयंत इसके बाद सिंघु बॉर्डर भी गए और मुजफ्फरनगर में हुई किसान महापंचायत में भी शरीक हुए. यानी पूरा दिन जयंत चौधरी ने किसानों से जुड़े हुए कार्यक्रमों में शरीक होते रहे.

तीन अलग-अलग राजनीतिक दलों में एक समानता वैसे तो यह तीन अलग अलग राजनीतिक दलों की बात हो रही है लेकिन इन तीनों में एक समानता भी है. ये समानता है कि यह तीनों ही विपक्षी दल उत्तर प्रदेश में अपनी सियासी जमीन को भी तलाशने में जुटे हैं. इनमें से भी कांग्रेस की बात की जाए तो कांग्रेस एक तरह से किसान आंदोलन को आधार बनाते हुए उत्तर प्रदेश में सियासी जमीन तलाशने की कोशिश में भी जुटी हुई है क्योंकि कांग्रेस को बखूबी पता है कि फिलहाल उत्तर प्रदेश में उसकी सियासी जमीन खिसक चुकी है और अगर उसको वापस पाना है तो जमीनी स्तर पर समर्थन जुटाना होगा. कांग्रेस के नेता जिस तरह से किसान आंदोलन के समर्थन में खड़े हुए हैं और अब आंदोलन के मंच तक पहुंचने की कोशिश में जुटे हैं वह साफ इशारा कर रहा है कि कांग्रेस की रणनीति यही है कि किसान आंदोलन के सहारे उत्तर प्रदेश में अपनी खोई सियासी जमीन को भी मजबूत किया जाए.

इस सब के बीच यह साफ कर देना भी जरूरी है कि वैसे तो किसान आंदोलन पिछले 2 महीने से ज्यादा वक्त से चल रहा है लेकिन किसान नेताओं ने किसी भी राजनीतिक दल को मंच देने से मना कर दिया था. लेकिन जिस तरह से राकेश टिकैत के आंसू मीडिया के कैमरों के सामने आते ही गुरुवार से लेकर शुक्रवार तक कई बार छलक गए उसके बाद विपक्षी दलों को भी लगने लगा है कि यह एक ऐसा मौका है जिसका वह पिछले काफी वक्त से इंतजार कर रहे थे. ऐसे में अब जब यह मौका मिला है तो धीरे-धीरे ही सही इन विपक्षी दलों को किसान आंदोलन के सहारे अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने का एक सुनहरा विकल्प नजर आने लगा है.

ये भी पढ़ें- मुजफ्फरनगर में महापंचायत के दौरान किसान नेता नरेश टिकैत ने बीजेपी पर साधा निशाना, कहा- 70 दिनों में लगाए 70 तरह के आरोप

किसान आंदोलन: यूपी गेट पर बढ़ी किसानों की भीड़, तीन हजार सुरक्षा बल तैनात

अंकित गुप्ता abp न्यूज़ में सीनियर स्पेशल कॉरेस्पॉन्डेंट हैं. इनका अनुभव 18 से अधिक सालों का है. abp न्यूज़ से पहले ये न्यूज 24 और सहारा समय जैसे बड़े संस्थानों में भी काम कर चुके हैं. अंकित लीगल और राजनीतिक बीट कवर करते हैं. इसके अलावा इन्होंने कई अन्य राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्टोरीज़ को भी को कवर किया है.
Read
और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

अगर चीन और पाकिस्तान ने समंदर में दिखाई चालाकी तो खोज-खोज पनडुब्बियों को तहस-नहस कर देगा 'रोमियो', जानें कितना खतरनाक?
अगर चीन-PAK ने समंदर में दिखाई चालाकी तो पनडुब्बियों को तहस-नहस कर देगा 'रोमियो', कितना खतरनाक?
IPL ऑक्शन में बेटे के सिलेक्शन पर पप्पू यादव की पहली प्रतिक्रिया, 'अब सार्थक के नाम से…'
IPL ऑक्शन में बेटे के सिलेक्शन पर पप्पू यादव की पहली प्रतिक्रिया, 'अब सार्थक के नाम से…'
नीतीश कुमार ने हटाया मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब तो पाकिस्तान का आया रिएक्शन, जानें क्या कहा?
नीतीश कुमार ने हटाया मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब तो पाकिस्तान का आया रिएक्शन, जानें क्या कहा?
सिर्फ 4 मैच खेलने आएगा यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर, फिर भी IPL 2026 की ऑक्शन में मिले 8.6 करोड़ रुपये
सिर्फ 4 मैच खेलने आएगा यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर, फिर भी IPL 2026 की ऑक्शन में मिले 8.6 करोड़ रुपये

वीडियोज

VB-G RAM G Bill: 'जी राम जी' पर संग्राम जी! | MGNREGA | BJP | PM Modi | Congress
Sandeep Chaudhary: SP Vs CM Yogi..वोट कटने का सच क्या? विश्लेषकों का सटीक विश्लेषण | UP | Vote Chori
Bihar Politics: मुस्लिम लड़की चेहरे से हिजाब हटाने पर घिरे Nitish Kumar | JDU | NDA | ABP News
New Mgnrega Bill: 'राम जी' Vs गांधी...बिल पर पक्ष-विपक्ष क्यों आमने-सामने? | VB-G RAM G | BJP
हटेगा 'बापू' का नाम..संसद में शुरू हुआ नया संग्राम?

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
अगर चीन और पाकिस्तान ने समंदर में दिखाई चालाकी तो खोज-खोज पनडुब्बियों को तहस-नहस कर देगा 'रोमियो', जानें कितना खतरनाक?
अगर चीन-PAK ने समंदर में दिखाई चालाकी तो पनडुब्बियों को तहस-नहस कर देगा 'रोमियो', कितना खतरनाक?
IPL ऑक्शन में बेटे के सिलेक्शन पर पप्पू यादव की पहली प्रतिक्रिया, 'अब सार्थक के नाम से…'
IPL ऑक्शन में बेटे के सिलेक्शन पर पप्पू यादव की पहली प्रतिक्रिया, 'अब सार्थक के नाम से…'
नीतीश कुमार ने हटाया मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब तो पाकिस्तान का आया रिएक्शन, जानें क्या कहा?
नीतीश कुमार ने हटाया मुस्लिम महिला डॉक्टर का हिजाब तो पाकिस्तान का आया रिएक्शन, जानें क्या कहा?
सिर्फ 4 मैच खेलने आएगा यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर, फिर भी IPL 2026 की ऑक्शन में मिले 8.6 करोड़ रुपये
सिर्फ 4 मैच खेलने आएगा यह ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर, फिर भी IPL 2026 की ऑक्शन में मिले 8.6 करोड़ रुपये
Aashram Season 4 कंफर्म, बॉबी देओल की सुपरहिट सीरीज की शूटिंग डिटेल्स भी आई सामने
'आश्रम S4' कंफर्म, बॉबी देओल की सुपरहिट सीरीज की शूटिंग डिटेल्स भी आई सामने
Gold Types: सिर्फ पीला ही नहीं बल्कि काले और गुलाबी रंग का भी होता है सोना, जानें सोने के सभी प्रकार और सब में फर्क
सिर्फ पीला ही नहीं बल्कि काले और गुलाबी रंग का भी होता है सोना, जानें सोने के सभी प्रकार और सब में फर्क
Video: ट्रेन के टॉयलेट को बनाया OYO, दरवाजा लगाकर रंगरलियां मनाते कैमरे में कैद हुआ कपल- वीडियो वायरल
ट्रेन के टॉयलेट को बनाया OYO, दरवाजा लगाकर रंगरलियां मनाते कैमरे में कैद हुआ कपल
Eggs Safety Concern: सावधान! क्या आप भी रोजाना अंडे खाते हैं? मिले नाइट्रोफ्यूरान्स, FSSAI की जांच जारी
सावधान! क्या आप भी रोजाना अंडे खाते हैं? मिले नाइट्रोफ्यूरान्स, FSSAI की जांच जारी
Embed widget