'मेरी भी बुरी आदत थी, चॉकलेट खाकर रैपर गाड़ी से बाहर फेंक देता था', स्वच्छ भारत अभियान पर नितिन गडकरी का ये भाषण जरूर पढ़ें
नितिन गडकरी ने कचरे को संपदा में बदलने की भी वकालत की और ऐसी पहल का सुझाव दिया, जिसमें कचरे को जैविक उत्पादों में बदला जा सके.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने बुधवार (2 अक्टूबर, 2024) को स्वच्छ भारत अभियान पर बेहद खास भाषण दिया. उन्होंने बताया कि पहले उन्हें चॉकलेट खाकर उसका रैपर गाड़ी से बाहर फेंक देने की आदत थी, लेकिन अब ऐसा नहीं करते हैं. इस मौके पर उन्होंने पान मसाला खाने वालों को लेकर भी एक सुझाव दिया है. उन्होंने कहा कि जो लोग पान मसाला खाते हैं और सड़कों पर थूक देते हैं, उनकी फोटो खींचकर अखबार में छाप देनी चाहिए. नितिन गडकरी ने कहा कि इस तरह दूसरे लोग उनकी तस्वीर देखेंगे और वे खुद भी देखेंगे.
नितिन गड़करी महात्मा गांधी की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे. यह 'स्वच्छ भारत अभियान' कार्यक्रम था, जिसे नागपुर नगर निगम की ओर से आयोजित किया गया था. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नितिन गडकरी ने याद करते हुए अपनी एक पुरानी आदत का जिक्र किया और कहा कि पहले वह भी अपनी कार के बाहर चॉकलेट के रैपर फेंक दिया करते थे.
उन्होंने कहा, 'लोग बहुत होशियार हैं. चॉकलेट खाने के बाद वे तुरंत ही रैपर फेंक देते हैं. हालांकि, जब वे विदेश जाते हैं, तो चॉकलेट खाने के बाद उसका कवर जेब में रख लेते हैं. विदेश में अच्छा व्यवहार करते हैं.' उन्होंने कहा, 'पहले मेरी आदत थी कि मैं चॉकलेट का रैपर कार के बाहर फेंक देता था. आज जब मैं चॉकलेट खाता हूं, तो उसका रैपर घर ले जाता हूं और कूड़ेदान में फेंकता हूं.'
नागपुर के सांसद नितिन गडकरी ने कचरे को संपदा में बदलने की भी वकालत की और ऐसी पहल का सुझाव दिया, जिसमें कचरे को जैविक उत्पादों में बदला जा सके. सार्वजनिक स्थानों पर स्वच्छता का मुद्दा उठाते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि पान मसाला खाने के बाद सड़क पर थूकने वाले लोगों की तस्वीरें खींचकर उन्हें अखबारों में प्रकाशित किया जाना चाहिए, ताकि लोग देख सकें. उन्होंने दावा किया, 'महात्मा गांधीजी ने ऐसे प्रयोग किए थे.'
महात्मा गांधी की जयंती पर नितिन गडकरी ने पर्यावरण की रक्षा के लिए स्वच्छता बनाए रखने पर जोर दिया और एकल-उपयोग प्लास्टिक से मुक्त वातावरण बनाने की वकालत की. मोदी सरकार ने गांधी जयंती को स्वच्छ भारत अभियान के प्रतीक के रूप में समर्पित किया है. हर साल केंद्र, राज्य सरकारें और प्रमुख संस्थान अलग-अलग इलाकों में स्वच्छता कैंपेन चलाते हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बुधवार को पंडारा पार्क में एक स्कूल गए और स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया. इसी तरह लोकसभा स्पीकर भी संसद परिसर में स्वच्छता अभियान में शामिल हुए.
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