NCP Symbol Name Row: अजित पवार की हुई घड़ी! UBT गुट बोला- कोई हैरत नहीं, सुप्रिया सुले ने कहा- हमारा अमिताभ बच्चन शरद पवार, जानें कौन क्या बोला
NCP Party Crisis: अजित पवार पिछले साल जुलाई में एनसीपी के अधिकांश विधायकों के साथ महाराष्ट्र सरकार में शामिल हो गए थे. इसके बाद उन्होंने पार्टी के नाम और सिंबल पर दावा किया था.
NCP Symbol Name Row: लोकसभा चुनाव से पहले अजित पवार गुट को एनसीपी का नाम और निशान मिलने पर महाराष्ट्र की सियासत गरमा गई है. चुनाव आयोग ने मंगलवार (6 फरवरी) को घोषणा की कि अजित पवार गुट ही असली एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) है. आयोग ने अजित गुट को ही एनसीपी का चुनाव चिन्ह दीवार घड़ी आवंटित कर दिया है.
इस घटनाक्रम पर एनसीपी के शरद पवार गुट के नेताओं और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट समेत कई नेताओं की प्रतिक्रियाएं आई हैं. आइए जानते हैं कि किसने क्या कहा.
हमारा अमिताभ बच्चन शरद पवार- सुप्रिया सुले
अजित पवार को एनसीपी का नाम और चुनाव चिन्ह मिलने पर शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले ने कहा, "मुझे लगता है कि जो शिवसेना के साथ हुआ वही आज हमारे साथ हो रहा है. इसलिए यह कोई नया आदेश नहीं है, बस नाम हैं, बदल दिए गए हैं, लेकिन सामग्री वही है." सुप्रिया सुले ने कहा, ''अमिताभ बच्चन अमिताभ बच्चन हैं और हमारा अमिताभ बच्चन शरद पवार हैं.'' उन्होंने यह भी कहा कि शरद पवार फिर पार्टी का निर्माण करेंगे, कार्यकर्ता उनके साथ हैं.
'घर का भेदी लंका ढाए'
एनसीपी के शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा, "वो तो जाने (उनके पक्ष में) ही वाला था, इसमें कोई नई बात नहीं है. कहा जाता है- घर का भेदी लंका ढाए. हम अभी भी अजीत पवार को दोषी मानते हैं. हम महाराष्ट्र में मजबूत हैं, हमें कोई डर नहीं है, हमारे पास शरद पवार हैं. सुप्रीम कोर्ट जाएंगे"
फैसला लोकतंत्र की हत्या- अनिल देशमुख
एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने कहा, ''आज चुनाव आयोग ने शरद पवार की पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह अजित पवार को दे दिया है. ऐसा ही फैसला शिवसेना के मामले में भी लिया गया. शरद पवार ने एनसीपी की स्थापना की थी. वह वर्षों तक पार्टी के अध्यक्ष रहे. चुनाव आयोग का दबाव में लिया गया फैसला लोकतंत्र की हत्या है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है."
शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ये बोलीं
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं. एक व्यक्ति जिस पर 70,000 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था. आज वह बीजेपी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. अजीत पवार महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं. यह संविधान की अनुसूची 10 की भावना के खिलाफ है.''
क्या बोले अजित पवार?
एनसीपी प्रमुख और डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा, ''चुनाव आयोग ने हमारे वकीलों की दलीलें सुनने के बाद हमारे पक्ष में फैसला सुनाया है. हम इसका विनम्रतापूर्वक स्वागत करते हैं.''
शरद पवार कल बता सकते हैं अपने गुट का चिन्ह
चुनाव आयोग ने आगामी राज्यसभा चुनाव को देखते हुए शरद पवार गुट को विशेष छूट देते हुए उनके राजनीतिक दल के लिए एक नाम का दावा करने और तीन प्राथमिकताएं बताने के लिए बुधवार (7 फरवरी) दोपहर तक का समय दिया है. सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार गुट ने अपने गुट के लिए चार चुनाव चिन्ह तय किए हैं. इनमें से एक संभवत: बुधवार को चुनाव आयोग को बताया जाएगा.
10 से ज्यादा सुनवाई के बाद आया चुनाव आयोग का फैसला
चुनाव आयोग के मंगलवार के फैसले के बाद कई एनसीपी कार्यकर्ताओं के बीच जश्न मनाया जा रहा है. अजित पवार पिछले साल जुलाई में एनसीपी के ज्यादातर विधायकों के साथ महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे और बीजेपी गठबंधन वाली सरकार का समर्थन किया था. इसके बाद उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया.
उन्होंने एनसीपी के नाम और चुनाव चिन्ह पर दावा ठोका था. शरद पवार गुट ने उनके दावे को चुनौती दी थी. दोनों पक्षों के बीच इस मुद्दे पर 10 से ज्यादा सुनवाई के बाद चुनाव आयोग का फैसला आया है और अजीत पवार को एनसीपी का नाम और चिह्न मिला है. शरद पवार गुट चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकता है.