Nawab Malik Case: नवाब मलिक के खिलाफ ईडी की चार्जशीट पर अदालत ने कहा- डी कंपनी से संबंध होने के सबूत
Nawab Malik: महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के ख़िलाफ दायर ED के चार्जशीट का सेशन कोर्ट की विशेष अदालत ने संज्ञान लिया.
Nawab Malik: सेशन कोर्ट की विशेष अदालत ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के ख़िलाफ दायर ED के चार्जशीट का संज्ञान लिया. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि, इस बात के प्रथम दृष्टया सबूत हैं कि मलिक सीधे और जानबूझकर कुर्ला में स्थित गोवावाला कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए मनी लॉन्ड्रिंग और आपराधिक साजिश में शामिल थे.
विशेष न्यायाधीश राहुल एन रोकडे ने अपने आदेश में कहा है कि मलिक ने डी-कंपनी के सदस्यों यानी हसीना पारकर, सलीम पटेल और सरदार खान के साथ मिलकर मुनीरा प्लंबर की प्रमुख संपत्ति को हड़पने के लिए आपराधिक साजिश रची. कोर्ट ने यह भी कहा कि इसी से जुड़े प्रथम दृष्टया सबूत हैं कि आरोपी सीधे और जानबूझकर मनी लॉन्ड्रिंग अपराध में शामिल हैं इसलिए वो पीएमएलए की धारा 3 और धारा 4 के तहत आरोपी हैं.
कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए कई मीटिंग की- ईडी
मलिक के खिलाफ ईडी के आरोप पत्र में कहा गया है कि मलिक ने एक सर्वेक्षक के माध्यम से गोवावाला परिसर में अवैध किरायेदारों का सर्वेक्षण किया था और सर्वेयर के साथ समन्वय के लिए सरदार शाहवाली खान की मदद ली थी. ईडी ने अपने आरोप पत्र में कहा कि मलिक ने हसीना पारकर और सरदार खान के साथ उस कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए कई मीटिंग कीं.
ED ने सरदार खान के उस बयान को भी चार्जशीट का हिस्सा बनाया है जिसमें सरदार ने कहा है कि मुनीरा प्लम्बर की ओर से गोवावाला कंपाउंड का किराया लेने वाला उसका भाई रहमान था. नवाब मलिक ने कथित तौर पर अपने भाई असलम मलिक के माध्यम से गोवावाला परिसर में "कुर्ला जनरल स्टोर" पर कब्जा कर लिया था. ED ने चार्जशीट में बताया है कि 1992 की बाढ़ के बाद स्टोर बंद कर दिया गया था और बाद में असलम के नाम पर इसकी किरायेदारी को नियमित कर दिया गया था.
संपत्ति के सर्वे से जुड़ा एक दस्तावेज मिला- ईडी
आरोप है कि बाद में नवाब मलिक ने सॉलिडस इनवेस्टमेंट्स के जरिए गोवावाला कंपाउंड को हड़प लिया. चार्जशीट में कहा गया है कि सरदार खान ने ईडी को बताया कि नवाब मलिक, असलम मलिक और हसीना पारकर के बीच कई दौर की मीटिंग हुईं और (सरदार खान) भी कुछ मीटिंग में मौजूद थे. आपको बता दें, सरदार शाहवाली खान 1993 के विस्फोटों के मामले में औरंगाबाद जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है और जिन मीटिंग की वो बात कर रहा है उन मीटिंग के समय वो पैरोल पर जेल से बाहर था.
आरोप है कि इसके बाद नवाब मलिक ने अवैध रूप से संपत्ति में अपने द्वारा लाए गए किरायेदारों का सर्वेक्षण करने के लिए एक सर्वेयर नियुक्त किया. ED ने चार्जशीट में दावा किया है कि जांच के दौरान उन्हें सर्वेयर के पास से संपत्ति के सर्वे से जुड़ा मई 2005 का एक दस्तावेज मिला है. ED ने हसीना पारकर के बेटे अलीशान के बयान को चार्जशीट का हिस्सा बनाया है जिसमें उसने बताया कि उसकी मां 2014 तक दाऊद के साथ वित्तीय लेनदेन किया करती थी और सलीम पटेल उसके सहयोगियों में से एक था. अलीशान ने ईडी को बताया था कि उसकी मां ने पटेल के साथ मिलकर गोवावाला कंपाउंड का विवाद सुलझा लिया था और ऑफिस खोलकर उसका कुछ हिस्सा अपने कब्जे में ले लिया था. बाद में उसकी मां ने उसे मलिक को कथित तौर से बेच दिया.
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