मेटा ने राजा सिंह से जुड़े फेसबुक ग्रुप ओर इंस्टाग्राम बंद किए, भड़क गए बीजेपी विधायक
T Raja Singh: आईएचएल के अनुसार राजा सिंह ने देशभर में आयोजित कार्यक्रमों में 32 नफरत भरे भाषण दिए थे, जिनमें से 22 में उन्होंने स्पष्ट रूप से हिंसा भड़की थी. राजा सिंह ने इसे एकतरफा कार्रवाई बताया.

मेटा ने गोशामहल के बीजेपी विधायक टी राजा सिंह से जुड़े दो फेसबुक ग्रुप और तीन इंस्टाग्राम अकाउंट के खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषण और प्लेटफॉर्म के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में कार्रवाई की है. ये सभी अकाउंट अब सोशल मीडिया पर से हटा दिए गए हैं. इन ग्रुप में दस लाख से ज्यादा सदस्य थे, जबकि इंस्टाग्राम अकाउंट के 1.55 लाख से ज्यादा फॉलोअर थे.
आईएचएल की रिपोर्ट पर मेटा का एक्शन
पिछले हफ्ते इंडिया हेट लैब (आईएचएल) की एक रिपोर्ट के बाद मेटा ने यह कदम उठाया है. उस रिपोर्ट में खुसाला हुआ था कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हैट स्पीच को लेकर नीतियां होने के बावजूद कैसे इस तरह के वीडियो प्रसारित होते हैं. हेट स्पीच मामले में फेसबुक (Facebook) ने कार्रवाई करते हुए साल 2020 में तेलंगाना से बीजेपी विधायक टी राजा सिंह को अपने प्लेटफॉर्म से बैन कर दिया था.
प्रतिबंध के बावजूद उन्होंने और उनके समर्थकों ने 2024 के आम चुनावों के दौरान कई फेसबुक पर कई पेज बनाकर नफरत भरे भाषणों को प्रसारित करना जारी रखा. वाशिंगटन स्थित इंडिया हेट लैब की रिपोर्ट में यह दावा किया गया कि ये प्लेटफॉर्म अक्सर राजा सिंह के कार्यक्रमों के बारे में जानकारी शेयर करते थे और उनके नफरत भरे भाषणों को बढ़ावा देते थे.
'हिंदू संस्कृति का अपमान करने वालों पर नहीं होती कार्रवाई'
मेटा की इस कार्रवाई के बाद बीजेपी सांसद टी राजा सिंह की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा, "यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज, मेरे परिवार, दोस्तों, कार्यकर्ताओं और समर्थकों के सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक और इंस्टाग्राम द्वारा ब्लॉक कर दिए गए हैं. इससे पहले, राहुल गांधी की एक शिकायत के आधार पर मेरे आधिकारिक अकाउंट को गलत तरीके से निशाना बनाया गया था. अब मेरे वीडियो शेयर करने वालों को भी दमन का सामना पड़ रहा है."
टी राजा सिंह ने कहा, "हमारे देवताओं, हिंदू संस्कृति और स्वामीजी का लगातार उपहास करने वाले सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जाती? जो लोग हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपमान करते हैं और भारत के खिलाफ बोलते हैं उन्हें खुली छूट क्यों दी जाती है, जबकि हिंदू धर्म और हिंदुत्व का समर्थन करने वाली आवाजों को चुप करा दिया जाता है?"
आईएचएल की रिपोर्ट पर भडके राजा सिंह
बीजेपी नेता ने कहा, "यह कार्रवाई अमेरिका स्थित इंडिया हेट लैब की एक रिपोर्ट का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिसका स्पष्ट एजेंडा हिंदू मूल्यों के लिए खड़े लोगों को दबाना है. यह चयनात्मक सेंसरशिप है जिसका उद्देश्य सनातन धर्म का समर्थन करने वाली आवाजों को दबाना है. हम इस पक्षपातपूर्ण दमन को खत्म करने की मांग करते हैं. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता सभी पर लागू होनी चाहिए, न कि वैचारिक पूर्वाग्रह के आधार पर चयनात्मक रूप से लागू हो."
राजा सिंह ने देशभर में 32 नफरत भरे भाषण दिए- रिपोर्ट
आईएचएल की रिपोर्ट 'भारत में सोशल मीडिया और हेट स्पीच' हेडलाइन के साथ 10 फरवरी को प्रकाशित हुआ था, जिसमें राजनीतिक रैलियों, चुनावी अभियान कार्यक्रमों, धार्मिक जुलूसों, विरोध मार्च सहित कई समारोहों में इस्तेमाल किए गए भाषाओं का विश्लेषण किया गया.
रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक और यूट्यूब नफरत फैलाने वाले भाषणों के प्रसार के प्राइमरी मंच थे. इसमें दावा किया गया कि फेसबुक पर नफरत फैलाने वाले भाषणों के 495 वीडियो, जबकि यूट्यूब पर ऐसे 211 वीडियो थे. आईएचएल के अनुसार राजा सिंह ने देशभर में आयोजित कार्यक्रमों में 32 नफरत भरे भाषण दिए थे, जिनमें से 22 में उन्होंने स्पष्ट रूप से हिंसा भड़की थी.
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