शिरडी: नये साल में साईं के दरबार में लगा नोटों का अंबार, 11 दिनों में 14.54 करोड़ मिला दान
22 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच आए चढ़ावे की तीन बार गिनती करनी पड़ी. कैश गिनने के लिये दर्जनों मशीन और सैकड़ों कर्मी शामिल थे.
नई दिल्ली: नये साल के मौके पर शिरडी साईं के दरबार में नोटों का अंबार लग गया. 22 दिसंबर से 1 जनवरी के दौरान नौ लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने साईं समाधि पर माथा टेका. 11 दिनो में साईंबाबा को भक्तों ने 14 करोड़ 54 लाख रुपयों का नकद चढावा चढाया. चढावे में एक किलो 507 ग्राम सोना और 16 किलो चांदी शामिल है. 19 देशों के विदेशी चलन भी भक्तों ने अर्पण किये जिसकी कीमत करीब 30 लाख रुपये है.
बता दें कि शिरडी साईं को भक्त गुरू स्वरुप मानते हैं और नया साल मनाने के लिए लाखों की तादात में श्रद्धालु साईं के दरबार में माथा टेकते है. साल में सबसे ज्यादा भीड़ नये साल के दौरान होती है. 22 दिसंबर से 1 जनवरी के बीच आए चढ़ावे की तीन बार गिनती करनी पड़ी. कैश गिनने के लिये दर्जनों मशीन और सैकड़ों कर्मी शामिल थे. 11 दिनों में लगभग 15 करोड़ का नकद चढ़ावा भक्तों ने चढ़ाया.
हुंडी में 8 करोड़ 5 लाख, डोनेशन काऊंटर पर 3 करोड़ 3 लाख, ऑनलाईन डेबिट और क्रेडिट कार्ड द्वारा 3 करोड़, 15 लाख रुपये मूल्य का आधा किलो सोना और चार लाख रुपये कीमत की 16 किलो चांदी का चढ़ावा साईंबाबा ट्रस्ट को प्राप्त हुआ है.
शिरडी साईंबाबा संस्थान चढ़ावे से मिले पैसे भक्तों की सुविधा के लिए खर्च करता है. स्कूल, कॉलेज और मुफ्त अस्पताल की सेवा से लेकर भक्तों को मुफ्त भोजन, मुफ्त का प्रसाद की योजना भी चलायी जाती है. महाराष्ट्र सरकार को अहमदनगर जिले के निलवंडे केनॉल के काम के लिए 500 करोड़ रुपये भी बिना ब्याज के दिये गये हैं.
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मुख्यमंत्री रिलीफ फंड में 50 करोड़, राज्य के मेडिकल कॉलेज को 72 करोड़, राज्य की एनजीओ को एंबुलेंस सेवा के लिए 25 करोड़ और ऐसे ही बड़े कामों के लिए ट्रस्ट मदद करता रहा है. साईंबाबा संस्थान के पास आज की तारीख में 2,200 करोड़ रुपये जो अलग-अलग बैंको में निवेश किये गये हैं, इसके साथ-साथ 450 किलो सोना और 6 हजार किलो चांदी जमा है.
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