(Source: ECI / CVoter)
Lok Sabha Elections 2024: अमेठी से खरीदा जा रहा राहुल गांधी का पर्चा, जिला महामंत्री कचहरी पहुंचे
Rahul Gandhi Nomination Form: कांग्रेस पार्टी कह रही है कि कुछ घंटों बाद अमेठी और रायबरेली के उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी. वहीं दूसरी तरफ राहुल गांधी के अमेठी से पर्चा भरने की तैयारी कर ली गई.
Rahul Gandhi Nomination Form: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होना है. इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नामांकन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी अमेठी से ही चुनाव लड़ने वाले हैं और इसकी तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. उनका पर्चा खरीदने के लिए जिला महामंत्री बृजेश त्रिपाठी कचहरी पहुंचे हैं.
सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी नामांकन के आखिरी दिन पर्चा दाखिल करेंगे. दरअसल, अमेठी से कांग्रेस के उम्मीदवार की अधिकृत सूची सामने नहीं आई है, ऐसे में अटकलों का बाजार गर्म है. अमेठी से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपना पर्चा दाखिल कर चुकी हैं. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचकर उन्होंने अपना नामांकन पत्र जिला निर्वाचन अधिकारी निशा अनंत को सौंपा.
‘राहुल गांधी के लिए सारी तैयारियां हो चुकी हैं’
वहीं, अमेठी पहुंचे सोनिया गांधी के प्रतिनिधि किशोरी लाल शर्मा ने कहा, “गांधी परिवार का सदस्य ही चुनाव लड़ेगा. सारी तैयारियां राहुल गांधी के लिए ही की गई हैं, किसी दूसरे शख्स के लिए नहीं. पार्टी कार्यकर्ता यही चाहते हैं कि गांधी परिवार का सदस्य ही अमेठी से चुनाव लड़े.”
जयराम रमेश ने क्या कहा?
राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अगले 24 से 30 घंटे में अमेठी और रायबरेली के उम्मीदवारों के नाम तय करेंगे. ” इस बीच, सूत्रों के मुताबिक, प्रियंका गांधी वाड्रा इस साल लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी, लेकिन वह पार्टी के लिए प्रचार पर ध्यान केंद्रित करेंगी.
कांग्रेस नेताओं का मानना है कि अगर गांधी भाई-बहनों में से कोई भी एक समय पार्टी के गढ़ रहे इस क्षेत्र से चुनाव नहीं लड़ता है तो इससे एक बुरा राजनीतिक संदेश जाएगा. दोनों सीटों से दावेदारों के नाम तय नहीं होने से पार्टी पहले ही बैकफुट पर है. अगर राहुल गांधी वायनाड और अमेठी दोनों जीतते हैं तो उन्हें एक सीट छोड़नी होगी. एक सीट ने उन्हें 2004 में पहली बार लोकसभा में एंट्री दिलाई और दूसरी ने उन्हें 2019 में सांसद बनाया.