किसान आंदोलन में 80 साल की महिला की पिटाई का सच

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर एक तस्वीर बेहद तेजी से वायरल हो रही है. सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस तस्वीर ने पूरी मध्य प्रदेश पुलिस को कटघरे में खड़ा कर दिया है. इस वायरल तस्वीर में एक 80 साल की बुजुर्ग महिला पर पुलिस वाले लाठियां बरसा रहे हैं. दावा है कि ये तस्वीर मध्य प्रदेश के किसान आंदोलन की है जब 80 साल की बुजुर्ग महिला पर भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पुलिस ताबडतोड़ लाठियां बरसाने से नहीं चूकी.
क्या है वायरल तस्वीर का सच? तस्वीर को गौर से देखने पर साफ होता है कि ये घटना एक खेत जैसी जगह पर हुई. मौके पर बुजुर्ग महिला और तीन पुलिसवालों के अलावा और कोई नहीं दिख रहा है. दो पुलिस वालों ने महिला को मारने के लिए अपनी लाठियां उठा रखी हैं. तीसरे पुलिस वाले को गौर से देखेंगे तो उसके हाथ में भी लाठी है और वो भी बुजुर्ग महिला की तरफ बढ़ रहा है.
वायरल तस्वीर के साथ एक मैसेज में दावा है कि ये महिला भोपाल से 30 किलोमीटर दूर फंदाकलां गांव की है. फंदाकलां गांव में पहुंचते ही हमें तस्वीर में दिख रही कमला बाई का घर ढूंढने में जरा भी मुश्किल पेश नहीं आई क्योंकि मध्य प्रदेश में कमलाबाई की कहानी की हर तरफ चर्चा हो रही है. एबीपी जैसे कमलाबाई के घर पहुंचा वो आंगन में खटिया पर लेटी दिखाई दीं.
कमलाबाई के बाएं हाथ पर प्लास्टर चढ़ा था. सामने पंखा चल रहा था. उनके मुंह पर साड़ी का पल्ला था और वो बेसुध सी लेटी थीं. भोपाल के एसपी कमलाबाई से मिलने पहुंचे थे लेकिन कमलाबाई तो तीन दिन से कुछ खाया ही नहीं तो वो भला एसपी साहब से मिलने कैसे उठती.
पड़ताल आगे बढ़ी तो पता चला वायरल तस्वीर 9 जून यानि शुक्रवार के दिन की है, इस दिन यहां हिंसा हुई थी. हिंसा के दो घंटे बाद इलाके में शांति बहाल हो गई लेकिन कमलाबाई के घर का सुकून छिन गया क्योंकि घर के पांच बेटों को पुलिस अपने साथ ले गई थी.
इस कहानी में दो पक्ष हैं एक कमलाबाई का और दूसरा पुलिस का है. पुलिस ने कमलाबाई के चार पोतों और एक बेटे पर उपद्रव का आरोप लगाते हुए जेल में बंद कर दिया है. जबकि परिवार का कहना है कि हिंसा के वक्त उनके बच्चे घर मे प्याज छांट रहे थे.
कमलाबाई की जिद और उनका अनशन सुर्खियां बनता जा रहा है. भोपाल के एसपी कमलाबाई और उनके परिवार को मनाने के लिए पहुंचे थे कि रिहाई कानून के हिसाब से होगी पहले कमलाबाई अस्पताल में अपना इलाज कराएं. एसपी कमलाबाई के 100 साल के पति को समझाने की कोशिश करते रहे लेकिन वो हाथ हिलाकर अपनी मर्जी बताकर चले गए.
मने भी कमलाबाई से बात करने की कोशिश की लेकिन वो बेसुध थीं लेकिन ये सुध उन पर 24 घंटे सवार है कि जब उनके बेटे घर आएंगे वो तभी अन्न का निवाला खाएंगी.
एबीपी न्यूज की पड़ताल में सामने आया कि 9 जून को 80 साल की कमलाबाई पर पुलिस ने लाठी बरसाई थीं. इस लाठीचार्ज में कमलाबाई के बाएं हाथ में फ्रेक्चर हो गया था. पुलिस ने कमलाबाई के बेटे और पोतों को गिरफ्तार कर लिया है. कमलाबाई की मांग है जब तक बेटे रिहा नहीं होंगे वो खाना नहीं खाएंगी.
एबीपी न्यूज की पड़ताल में 80 साल की महिला पर पुलिस की लाठी वाली वायरल तस्वीर सच साबित हुई है.
Source: IOCL






















