छत्तीसगढ़: रमन सिंह डर गए हैं इसलिए यूपी के मुख्यमंत्री को बुलाना पड़ा: करुणा शुक्ला
नामांकन के आखिरी दिन मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत सभी बीजेपी प्रत्याशियों ने नामांकन किया. खास बात ये रही कि रमन सिंह का नामांकन करवाने के लिए साथ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे.

रायपुर: छत्तीसगढ़ में इस बार चुनाव बेहद रोचक होता नजर आ रहा है. जहां एक ओर मुख्यमंत्री रमन सिंह अपनी पारंरिक राजनांदगांव से चुनाव लड़ रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस ने उनसे मुकाबला करने के लिए पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला को मैदान में उतारा है. करुणा शुक्ला ने भी आज अपना नामांकन दाखिल किया.
बता दें कि करुणा शुक्ला 14वीं लोकसभा में जांजगीर सीट से चुनाव जीती थीं. हालांकि, अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद बीजेपी ने शुक्ला को अलग-थलग कर दिया. इसके बाद करुणा शुक्ला ने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया और वो रमन सिंह सरकार की कड़ी आलोचक हैं.
दो चरणों में होंगे छत्तीसगढ़ चुनाव 90 सदस्यीय छत्तीसगढ़ विधानसभा की नक्सल प्रभावित 18 सीटों पर पहले चरण में 12 नवम्बर को मतदान होगा. 24 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि नामांकन वापसी की अंतिम तारीख 26 अक्तूबर तय की गयी है.
नामांकन के बाद एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए करते हुए कहा, ''इस चुनाव में रमन सिंह मेरे लिए चुनौती नहीं हैं बल्कि मैं उनके लिए चुनौती बन के आई हूं. जो लोग अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर वोट मांगने का प्रयास कर रहे हैं. श्रद्धांजलि सभा में जो मुख्यमंत्री और उनके मंत्री ठहाके लगाते हों, वो मेरे लिए चुनौती नहीं हैं.''
करुणा शुक्ला ने कहा, ''रमन सिंह को अपने बेटे और छत्तीसगढ़ बीजेपी के पदाधिकारियों पर भरोसा नहीं हैं. कांग्रेस पार्टी को, राहुल गांधी को और सभी नेताओं को राजनांदगांव के अपने पदाधिकारियों की शक्ति पर पूरा भरोसा है. रमन सिंह जी डर गए हैं इसलिए उत्तर प्रदेश से मुख्यमंत्री बुलाना पड़ा है.''
नामांकन से पहले रमन सिंह ने दो बार योगी के पैर छुए छत्तीसगढ़ में आज नामांकन के आखिरी दिन मुख्यमंत्री रमन सिंह समेत सभी बीजेपी प्रत्याशियों ने नामांकन किया. खास बात ये रही कि रमन सिंह का नामांकन करवाने के लिए साथ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे. रमन सिंह ने नामांकन दाखिल करने से पहले योगी आदित्यनाथ के पैर भी छुए.
दो चरणों में होंगे छत्तीसगढ़ चुनाव पहले चरण में बस्तर संभाग के सुकमा जिले के सुकमा विधानसभा सीट, बीजापुर जिले के बीजापुर, दंतेवाड़ा जिले के दंतेवाड़ा, बस्तर जिले के चित्रकोट,बस्तर और जगदलपुर, नारायणपुर जिले के नारायणपुर, कोण्डागांव जिले के केशकाल और कोण्डागांव, कांकेर जिले के अंतागढ़, भानुप्रतापुर और कांकेर तथा राजनांदगांव जिले के खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी और मोहला-मानपुर विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा.
वहीं दूसरे चरण में राज्य की बाकी 72 सीटों के लिए अधिसूचना 26 अक्तूबर को जारी की जायेगी. नामांकन की आखिरी तारीख दो नवंबर, नामांकन पत्रों की जांच तीन नवंबर और नामांकन वापसी की आखिरी तारीख पांच नवंबर तय की गयी है. इन सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा.
छत्तीसगढ़ में विधानसभा समीकरण पर एक नज़र छत्तीसगढ़ में विधानसभा की 90 और लोकसभा की 11 सीटें हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 49 और कांग्रेस ने 39 सीटें जीती थीं. साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 10 सीटों और कांग्रेस ने सिर्फ एक सीट पर कब्जा किया था. डॉ रमन सिंह 7 दिसंबर 2003 को प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे.
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