Kisan Mahapanchayat Live: करनाल के 'लघु सचिवालय' गेट तक पहुंचे हजारों किसान, प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार, टिकैत ने कही ये बात
Karnal Kisan Mahapanchayat Live: प्रदर्शनकारी किसानों ने मिनी सचिवालय का घेराव किया. वहां सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं. राकेश टिकैत ने कहा कि अभी बातचीत का समय नहीं है, ये बाद में भी हो सकती है.

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मिनी सचिवालय का घेराव
करनाल में मिनी सचिवालय का घेराव करने को लेकर राकेश टिकैत ने कहा, "हमने गेट पर कब्ज़ा कर लिया है. अब कुछ देर आराम करना चाहते हैं. अभी बातचीत का समय नहीं है, ये बाद में भी हो सकती है."
कांग्रेस ने कहा- सरकार किसान से बात क्यों नहीं करती?
करनाल में लाठीचार्ज के विरोध में किसानों की तरफ से किए जा रहे लघु सचिवालय के घेराव के बीच कांग्रेस ने सवाल किया कि आखिर सरकार किसानों के साथ बात क्यों नहीं करती है. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों का अपमान कर रही है. कांग्रेस ने कहा कि किसानों को बुलाकर सरकार को बात करनी चाहिए.
किसानों पर पानी की बौछार, मिनी सचिवालय के गेट पर पहुंचे किसान
किसान महामार्च कर लघु सचिवालय के गेट तक पहुंच गए. इस बीच, पुलिस ने किसानों पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. किसानों को रोकने की हर कोशिश नाकाम साबित हुई. प्रशासन की तरफ से पुलिस बल की भारी संख्या में तैनाती की गई थी.
पुलिस लाठीचार्ज के विरोध में मिनी सचिवालय का घेराव
किसान संगठनों ने प्रदर्शनकारियों पर 28 अगस्त को करनाल में हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और ऐसा नहीं होने पर उन्होंने मिनी सचिवालय का घेराव करने की धमकी दी है. किसान ट्रैक्टरों और मोटरसाइकिलों पर सवार होकर सुबह नयी अनाज मंडी में महापंचायत के लिए पहुंचे. उनके यहां एकत्र होने के बीच स्थानीय प्रशासन ने उनकी मांगों पर चर्चा करने तथा उन्हें सचिवालय की ओर मार्च करने से रोकने के लिए उनके 11 नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल को बातचीत के लिए बुलाया था. वरिष्ठ किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहन ने करीब तीन घंटे बाद कहा, "प्रशासन के साथ हमारी बातचीत नाकाम हो गयी क्योंकि वे हमारी मांगों पर सहमत नहीं थे."
राकेश टिकैत ने कहा- युवाओं के जोश के आगे हिरासत से पुलिस ने लोगों को छोड़ा
प्रशासन से साथ बातचीत विफल रहने के बाद हजारों की संख्या में किसान मिनी सचिवालय पहुंच चुके हैं. भारतीय किसान यूनियन प्रवक्ता राकेश टिकैत ने ट्विट करते हुए कहा- हम किसान साथियों समेत लघु सचिवालय करनाल में पहुंच चुके हैं. पुलिस ने हिरासत में जरूर लिया था, लेकिन युवाओं के जोश के आगे पुलिस को छोड़ना पड़ा, किसान साथियों के साथ सचिवालय पर उपस्थित हूं लड़ाई जारी रहेगी.
हम किसान साथियों समेत लघु सचिवालय करनाल में पहुंच चुके हैं पुलिस ने हिरासत में जरूर लिया था लेकिन युवाओं के जोश के आगे पुलिस को छोड़ना पड़ा, किसान साथियों के साथ सचिवालय पर उपस्थित हूं लड़ाई जारी रहेगी#लड़ेंगे_जीतेंगे #karnal
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) September 7, 2021

