Shehla Rashid: 'मैं नहीं बदली, कश्मीर में हालात बदले हैं', शेहला रशीद ने बताई PM मोदी पर यू-टर्न की वजह
Shehla Rashid on PM Narendra Modi: शेहला रशीद ने कहा कि हाल के दिनों में हमने देखा है कि पीएम मोदी की रैली के लिए आम कश्मीरी कैसे कतार में खड़े थे. मेरा एजेंडा शासन को बदनाम करना नहीं है.
Shehla Rashid defends U-turn on Modi government: जेएनयू छात्र संघ की पूर्व नेता शेहला रशीद कभी नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना के लिए जानी जाती थीं, लेकिन पिछले कुछ साल में वह लगातार उनकी प्रशंसा कर रही हैं. इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं भी होती हैं. शेहला रशीद ने अब पहली बार इस बदलाव पर खुलकर बात की है.
शेहला रशीद ने न्यूज-18 के राइजिंग भारत समिट में मंगलवार (19 मार्च) को कहा कि वह नहीं बदली हैं, बल्कि कश्मीर में स्थिति बदली है. बहुत से लोग कहते हैं कि मैंने 180 डिग्री का यू-टर्न ले लिया, लेकिन सच्चाई यह है कि मैं नहीं बदली हूं, बल्कि सही मायनों में कश्मीर में जमीनी हालात बदले हैं. मैं केवल उस बदलाव को स्वीकार कर रही हूं.
'अब घाटी में हो रही सड़क और बिजली की मांग'
शेहला रशीद ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से घाटी में हुए विकासात्मक बदलावों का जिक्र किया. उन्होंने कहा, “हमने देखा कि हाल ही में पीएम मोदी की रैली के लिए आम कश्मीरी कैसे कतार में खड़े थे. मेरा एजेंडा शासन को बदनाम करना नहीं है. ये अपने आप में एक बदलाव है कि अब यहां के लोग भी सड़कों और बिजली कटौती से जुड़े मुद्दे को उठा रहे हैं. वर्षों पहले यहां का एकमात्र ज्वलंत मुद्दा आज़ादी की मांग तक ही सीमित था. ऐसा नहीं है कि घाटी लगातार प्रधानमंत्री के नाम का जाप कर रही है, बल्कि लोग अब उस सरकार से शिकायतें कर रहे हैं जिसे वे अपना मानते हैं.”
'कभी-कभी विरोध बनाए गए खेमों की वजह से'
पूर्व छात्र नेता शेहला रशीद ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान उनका रुख और विकसित हुआ. मुझे अहसास हुआ कि कभी-कभी हम मास्क लगाने, टीके और लॉकडाउन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों का विरोध कर रहे थे. आपका विरोध कभी-कभी बनाए गए खेमों के कारण होता है. सरकार के पास बदलाव का एक अलग सिद्धांत था और हमारे पास भी एक अलग सिद्धांत था. उदाहरण के लिए 10 साल पहले हम सर्विलांस के मुद्दे पर आधार का विरोध कर रहे थे, लेकिन अब हम डिजी यात्रा और डिजी लॉकर जैसे ऐप का उपयोग करते हैं.
PM नरेंद्र मोदी के कामों की फिर की तारीफ
कार्यक्रम में शेहला रशीद नेप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ की और कहा कि कभी-कभी अपने बड़ों की बात सुनने में कोई बुराई नहीं है. जितनी मेरी उम्र नहीं है, उतना पीएम मोदी का अनुभव है.
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