राजौरी में आतंकवादी गतिविधियां रोकने के लिए स्थानीय युवकों को एसपीओ के तौर पर शामिल करें: बीजेपी
राजौरी में आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए बीजेपी ने मंगलवार को ‘रक्षा का दूसरा घेरा’ मजबूत करने के लिए स्थानीय युवकों को विशेष पुलिस अधिकारियों के रूप में शामिल करने की वकालत की.
जम्मू कश्मीर के राजौरी में आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने मंगलवार को ‘रक्षा का दूसरा घेरा’ मजबूत करने के लिए स्थानीय युवकों को विशेष पुलिस अधिकारियों के रूप में शामिल करने की वकालत की. सीमावर्ती जिले राजौरी में जुलाई और अगस्त महीने में मुठभेड़, ग्रेनेड हमले, हथियारों और विस्फोटक पदार्थ मिलने समेत अन्य आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि देखी गई है.
पूर्व मंत्री और पहाड़ी भाषी लोगों के विकास के लिए परामर्श बोर्ड के सदस्य कुलदीप राज गुप्ता ने कहा, ‘‘सीमावर्ती जिले में आतंकवादी गतिविधियां बढ़ना चिंता का विषय है. स्थानीय युवकों को विशेष पुलिस अधिकारियों के रूप में शामिल कर पहाड़ी भाषी इलाकों में हम सुरक्षा का दूसरा घेरा मजबूत करना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा कि पहाड़ी लोग सभी बाधाओं के बावजूद हमेशा देश के हित के लिए खड़े रहे हैं.
आतंकवादियों के साथ दो बार हो चुकी है मुठभेड़
बता दें कि जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में इस महीने सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच दूसरी बार मुठभेड़ हो चुकी है. इससे पहले 6 अगस्त को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया था. इससे पहले सुरक्षा बलों को राजौरी जिले के थानामंडी इलाके के जंगल में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद सुरक्षा बलों ने यहां अपना तलाशी अभियान जारी किया था. तलाशी अभियान के दौरान ही कुछ आतंकवादियों ने सुरक्षा बल पर हमला कर दिया. जिसके बाद इलाके में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच जमकर गोलीबारी शुरू हो गई. इस मुठभेड़ में राष्ट्रीय राईफल के एक जेसीओ (JCO) शहीद हो गए थे.
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