इमरजेंसी की 43वीं बरसी पर बोले मोदी- ‘ये एक काला अध्याय, विरोध करने वालों को सलाम’
पीएम मोदी ने पिछले साल 25 जून को अपने मन की बात रेडियो कार्यक्रम में आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा था कि इस तरह की काली रात कभी नहीं भुलाई जा सकती.

मुंबई: इमरजेंसी की 43वीं बरसी पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ट्वीट करते हुए इसे एक काला अध्याय बताया है. पीएम मोदी ने कहा है कि जिन लोगों ने इमरजेंसी का विरोध किया था, मैं उन सभी को सलाम करता हूं. पीएम मोदी आज मुंबई में बीजेपी के एक कार्यक्रम में 1975 में आपातकाल के खिलाफ लड़ने वाले लोगों से भी मिलेंगे.
पीएम मोदी ने क्या कहा है?
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है, ‘’जिन लोगों ने आज से 43 साल पहले इमरजेंसी का विरोध किया था, मैं उन सभी को सलाम करता हूं. उनके संघर्षों ने अधिनायकवाद और नागरिक स्वतंत्रताओं के चलते लोगों की शक्ति को बरकरार रखा है.’’
I salute the courage of all those great women and men who steadfastly resisted the Emergency, which was imposed 43 years ago. Their struggles ensured people power prevailed over authoritarianism and the stifling of civil liberties.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2018
आज मुंबई में ‘आपातकाल’ के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों से मिलेंगे पीएम मोदी
एक दूसरे ट्वीट में पीएम मोदी ने कहा, ‘’भारत आपातकाल को अंधेरे के रूप में याद करता है, जिसके दौरान हर संस्थान को तोड़ दिया गया था और डर का माहौल बनाया गया था.’’ उन्होंने कहा, ‘’न केवल लोगों को बल्कि विचारों और कलात्मक स्वतंत्रता को भी राजनीति के लिए बंधक बना दिया गया था.’’
India remembers the Emergency as a dark period during which every institution was subverted and an atmosphere of fear was created. Not only people but also ideas and artistic freedom were held hostage to power politics.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2018
एक अन्य ट्वीट में पीएम मोदी न कहा, ‘’आइए हम हमेशा अपनी लोकतांत्रिक आस्था को मजबूत बनाने के लिए काम करें. लेखन, बहस, विचार-विमर्श, पूछताछ हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण पहलू हैं, जिनपर हमें गर्व है.’’ उन्होंने कहा, ‘’कोई भी बल हमारे संविधान के बुनियादी सिद्धांतों को कभी भी कम नहीं कर सकता.’’
विशेष: इंदिरा ने कैसे लगाई इमरजेंसी, जानिए- 24 घंटे पहले का पूरा घटनाक्रमLet us always work to make our democratic ethos stronger. Writing, debating, deliberating, questioning are vital aspects of our democracy which we are proud of. No force can ever trample the basic tenets of our Constitution.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 26, 2018
पीएम ने मन की बात में भी किया था इमरजेंसी का जिक्र
पीएम मोदी ने पिछले साल 25 जून को अपने मन की बात रेडियो कार्यक्रम में आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा था कि इस तरह की काली रात कभी नहीं भुलाई जा सकती.पीएम मोदी ने कहा था कि उन घटनाओं को याद करना जरूरी है, जिसके चलते लोकतंत्र को नुकसान पहुंचा था. वहीं, लोकतंत्र की सकारात्मक गुणवत्ताओं की दिशा में आगे बढ़ने की जरूरत है.
आज आपातकाल के खिलाफ लड़ाई वाले लोगों से मिलेंगे पीएम मोदी
मोदी आज मुंबई में बीजेपी के एक कार्यक्रम में 1975 में आपातकाल के खिलाफ लड़ाई वाले लोगों से मिलेंगे. पीएम मोदी इस कार्यक्रम को संबोधित भी करेंगे. कार्यक्रम का उद्देश्य उन लोगों के प्रति आभार प्रकट करना है, जिन्होंने 1975 में आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी और लोकतांत्रिक मूल्यों के संरक्षित करने के बारे में सोचा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और प्रदेश बीजेपी प्रमुख रावसाहेब दानवे भी आज के कार्यक्रम में शरीक होंगे.
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