डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी रैकेट पर ED की चार्जशीट, 404 करोड़ के अवैध कारोबार का खुलासा
Online Betting Racket: ED ने चार्जशीट में बताया कि इस पूरे नेटवर्क से करीब 404.46 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई, जिसमें अब तक ईडी ने 34.26 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच किया है.

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़े एक बड़े सिंडिकेट के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. ईडी ने सोमवार (22 दिसंबर, 2025) को मध्य प्रदेश के इंदौर की विशेष PMLA कोर्ट में ये चार्जशीट पेश की है. जांच में सामने आया है कि ये पूरा सिंडिकेट इंदौर, मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई से लेकर दुबई तक फैला हुआ था और हाई-टेक तरीकों से लोगों को निवेश और ट्रेडिंग के नाम पर ठग रहा था.
ईडी की जांच में क्या हुआ खुलासा
ईडी की जांच इंदौर पुलिस की FIR के आधार पर शुरू हुई थी. जांच आगे बढ़ने पर पता चला कि इस नेटवर्क के तार मुंबई के एनएम जोशी मार्ग पुलिस थाने में दर्ज एक पुराने ऑनलाइन सट्टेबाजी केस से भी जुड़े हुए हैं. उस मामले में पुलिस पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.
चार्जशीट के मुताबिक, ये पूरा रैकेट एक तकनीकी रूप से तैयार किए गए फर्जी सिस्टम पर काम कर रहा था. इसमें नकली ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म, गैरकानूनी सट्टेबाजी वेबसाइट और विदेशों के जरिए पैसे को घुमाने की पूरी व्यवस्था थी. ED ने विशाल अग्निहोत्री को इस नेटवर्क का मुख्य ऑपरेटर बताया है. उसके साथ तरुण श्रीवास्तव रोजमर्रा के फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन और फेक बैंक अकाउंट्स संभालता था, जबकि श्रीनिवासन रामासामी ने MT5 सर्वर को इस तरह से सेट किया था कि ग्राहकों को नकली मुनाफा और झूठे ट्रेड दिखाए जा सके.
नेटवर्क में आरोपियों के बंटे हुए थे काम
चार्जशीट में यह भी कहा गया कि समानांतर सट्टेबाजी नेटवर्क में धवल देवराज जैन LotusBook247 नाम का अवैध प्लेटफॉर्म चला रहा था. धर्मेश राजनिकांत त्रिवेदी ने iBull Capital नाम की ऑफशोर कंपनी के जरिए इस कारोबार को संभाला, जबकि निधि चंदनानी दुबई के रास्ते पैसों की लेयरिंग और ट्रांसफर में अहम भूमिका निभा रही थी. जांच में सामने आया कि वी मनी (V Money) और 8 स्टॉक हाइट (8Stock Height) जैसे प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों को सिर्फ स्क्रीन पर ट्रेड दिखाए जाते थे, जिनका किसी भी मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंज से कोई सीधा कनेक्शन नहीं था.
ईडी ने सिंडिकेट की करोड़ों की संपत्ति की जब्त
ED की चार्जशीट के मुताबिक, इस पूरे नेटवर्क से करीब 404.46 करोड़ रुपये की अवैध कमाई हुई, जिसे प्रोसिड्स ऑफ क्राइम (Proceeds of Crime) माना गया है. अब तक ईडी ने 34.26 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से अटैच किया है. इनमें 28.60 करोड़ की अचल संपत्तियां, 3.83 करोड़ की चल संपत्तियां और 1.83 करोड़ की बैंक और डीमैट अकाउंट्स की रकम शामिल है.
वहीं, छापेमारी के दौरान ईडी को 5.21 करोड़ से ज्यादा कैश, करीब 59.9 किलो चांदी की सिल्लियां और 100 ग्राम की सोने की ईंट बरामद हुई है. इसके अलावा, लगभग 1.94 करोड़ के गहने, 4.77 करोड़ की लग्जरी घड़ियां और 0.41 करोड़ से ज्यादा की क्रिप्टोकरेंसी को भी फ्रीज की गई है. ईडी का कहना है कि ये सभी संपत्तियां इसी अवैध डब्बा ट्रेडिंग और सट्टेबाजी कारोबार से कमाई गई थी.
ईडी ने आम लोगों से की अपील
ED ने लोगों से अपील की है कि किसी भी ट्रेडिंग या निवेश प्लेटफॉर्म में पैसा लगाने से पहले ये जरूर जांच लें कि वो SEBI में रजिस्टर्ड है या नहीं. निजी और अनवेरिफाइड MT5 सर्वर पर चलने वाले ऐप्स अक्सर धोखाधड़ी के लिए बनाए जाते हैं. अवैध सट्टेबाजी वेबसाइट न सिर्फ आर्थिक नुकसान पहुंचाती हैं, बल्कि कानूनी पचड़े में भी डाल सकती है.
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Source: IOCL























