Delhi Violence: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को 7 विपक्षी दलों ने लिखा पत्र, भड़काऊ भाषण देने वालों पर की कार्रवाई की मांग
दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर 7 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर भड़काऊ भाषण देने वालों पर की कार्रवाई की मांग है. इसके साथ ही राष्ट्रपति से दंगा प्रभावित क्षेत्रों में पीड़ितों के लिए राहत शिविर लगाने की बात कही है.

नई दिल्लीः दिल्ली में हुई हिंसा के दौरान मौत का आंकड़ा 40 के पार पहुंच चुका है. वहीं इस हिंसा में 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. दिल्ली हिंसा के बाद अब हालात सामान्य हो रहे हैं. वहीं 7 विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर भड़काऊ भाषण देने वालों पर की कार्रवाई की मांग है. इन दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति से दिल्ली हिंसा के मामले में हस्तक्षेप कर एलजी को निर्देश देने का आग्रह किया है. बता दें कि इन नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा था. वहीं 2 मार्च तक राष्ट्रपति की व्यस्तता के कारण उन्हें मिलने की अनुमति नहीं मिली है.
बता दें कि सीपीएम के सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा, डीएमके के टीआर बालू, राकांपा के प्रफुल्ल पटेल, AAP के संजय सिंह, राजद के मनोज कुमार झा और लोक तांत्रिक जनता दल के शरद यादव ने पत्र के माध्यम से बताया कि दिल्ली हिंसा में कई लोग हिंसा का शिकार हुए हैं. इस पर इनका कहना है कि एलजी को पीड़ितों के लिए राहत शिविर लगाने के निर्देश दिए जाएं. इनका कहना हे कि हिंसा से प्रभावित लोगों तक उनकी भलाई के लिए आवश्यक वस्तुओं की पर्याप्त आपूर्ति की जानी चाहिए. इसके साथ ही दिल्ली हिंसा से प्रभावित हुए लोगों के लिए मुआवजे की भी मांग की है.
इसके साथ ही इन राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि वे अधिकारियों को दंगा प्रभावित क्षेत्रों में शांति कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमति देने का निर्देश दें. इसके साथ ही केन्द्र सरकार से कहा कि वह उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश या उच्चतम न्यायालय द्वारा निगरानी की न्यायिक जांच का आदेश दे. बता दें कि इससे पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग की थी.
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