Crowd Management Challenges: महाकुंभ जाने को बेताब, पैसेंजर्स ने बताया कहां गलती करता है प्रशासन
Maha Kumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ अंतिम चरण में है, लेकिन संगम में डुबकी लगाने श्रद्धालुओं की भीड़ अब भी उमड़ रही है. सड़कों और रेलवे स्टेशनों पर अफरा-तफरी का माहौल है.

New Delhi Railway Station Stampede: प्रयागराज महाकुंभ इस समय दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है, जिसमें 50 करोड़ से ज्यादा लोग अब तक संगम में डुबकी लगा चुके हैं. ये आयोजन अब कवल नौ दिनों तक जारी रहेगा और इसके अंतिम दौर में भी भी हजारों की संख्या में श्रद्धालु अलग-अलग हिस्सों से प्रयागराज की ओर कूच कर रहे हैं. ये दृश्य न केवल धार्मिक महत्व को दर्शाता है बल्कि लाखों की तादाद में भीड़ होने की वजह से पैदा होने वाली समस्याओं को भी उजागर करता है. सड़कों पर भारी जाम और रेलवे स्टेशनों पर बढ़ती भीड़ इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं.
प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान हर दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और इनकी संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. शहर की सड़कों पर भारी जाम लग रहा है, जिससे आम यात्रियों और स्थानीय लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लाखों श्रद्धालु जब महाकुंभ में स्नान के लिए संगम की ओर बढ़ते हैं तो इस जाम की वजह से यातायात व्यवस्था पूरी तरह से प्रभावित हो जाती है. खासकर वे श्रद्धालु जो ट्रेन और बसों से यात्रा कर रहे हैं उनके लिए ये स्थिति बहुत ही कठिन हो जाती है. इस भीड़ का असर शहर के मुख्य मार्गों पर देखा जा सकता है, जिससे आने वाले कुछ दिनों में भी हालात वैसे ही बने रहने की संभावना है.
ट्रेन छूटने की वजह से एग्जाम भी छूटा, पुलिस प्रशासन पर उठे सवाल
एक यात्री ने abp से बातचीत में कहा कि प्रशासन भीड़ को कंट्रोल करने में असमर्थ था, जिसकी वजह से उनकी ट्रेन छूट गई. उन्होंने यह भी बताया कि उनका एग्जाम भी छूट गया. वहीं एक अन्य यात्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन हमेशा ये दावा करता है कि वे यात्रियों की मदद करेंगे, लेकिन जब ट्रेन आती है तो हकीकत कुछ और होती है और यात्रियों को स्टेशन पर ही छोड़ दिया जाता है.
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Source: IOCL























