'टैगोर ने दिया था वंदे मातरम गीत के दो छंदों का सुझाव', PM मोदी ने लगाए आरोप तो कांग्रेस ने की मांफी मांगने की मांग
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित समारोह की शुरुआत की. इस दौरान उन्होंने एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया.

कांग्रेस ने शुक्रवार (7 नवंबर, 2025) को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय गीत के महत्वपूर्ण छंदों को हटाए जाने का बयान देकर रवींद्रनाथ टैगोर पर विभाजनकारी विचारधारा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को माफी मांगनी चाहिए.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक पुस्तक का हवाला देते हुए यह भी कहा कि खुद टैगोर ने यह सुझाव दिया था कि वंदे मातरम गीत के पहले दो छंदों को ही राष्ट्रीय गीत के रूप में अंगीकार किया जाए. प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार (7 नवंबर, 2025) को कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 1937 में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के महत्वपूर्ण छंदों को हटा दिया गया था, जिसने विभाजन के बीज बोये और ऐसी विभाजनकारी मानसिकता देश के लिए अब भी चुनौती है.
वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने पर स्मरणोत्सव का किया गया आयोजन
मोदी ने राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में एक साल तक मनाए जाने वाले स्मरणोत्सव की शुरुआत करते हुए ये टिप्पणियां कीं. मोदी ने इस अवसर पर नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया.
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी पर लगाया आरोप
रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, ‘सब्यसाची भट्टाचार्य की वंदे मातरम पर लिखी गई विस्तृत जीवनी के ये अंश 29 अक्टूबर, 1937 के कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के उस प्रस्ताव की पृष्ठभूमि प्रस्तुत करते हैं, जिसमें वंदे मातरम को अंगीकार किया गया था. बैठक से तीन दिन पहले 26 अक्टूबर, 1937 को टैगोर ने इस मुद्दे पर नेहरू को पत्र लिखा था. गुरुदेव स्वयं, जिनका वंदे मातरम से विशेष संबंध था, ने सुझाव दिया था कि इस गीत के पहले दो छंदों को अंगीकार किया जाए. उनके पत्र ने वास्तव में पूरे प्रस्ताव को गहराई से प्रभावित किया.’
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी अब गुरुदेव पर विभाजनकारी विचारधारा को बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि यह एक ऐसे व्यक्ति का शर्मनाक बयान है, जिनके झूठ और विकृतियों की कोई सीमा नहीं है. भारत की जनता बिना शर्त माफी की मांग करती है.
यह भी पढे़ेंः पाकिस्तान लिंक्ड नेवी जासूसी केस में दो और आरोपियों को 70-70 महीने की सजा, NIA कोर्ट का बड़ा फैसला
Source: IOCL























