CBI ने किया करोड़ों की ठगी का पर्दाफाश, पुणे-मुंबई से करते थे ऑपरेट, निशाने पर होते थे अमेरिकी नागरिक
CBI मुंबई टीम ने गैरकानूनी कॉल सेंटर चला रहे एक गैंग का पर्दाफाश किया है. ये गैंग विदेशी मेहमानों को अपना शिकार बनाते थे. इसमें कुछ बैंक कर्मचारियों और चार प्राइवेट लोगों की मिलीभगत बताई जा रही है.

CBI ने एक बड़े इंटरनेशनल साइबर फ्रॉड और फाइनेंशियल क्राइम रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो पुणे और मुंबई से ऑपरेट हो रहा था. CBI के मुताबिक, ये गैंग खासतौर पर अमेरिका के लोगों को कॉल करके सरकारी अफसर बनकर डराता था और उनसे हजारों डॉलर की ठगी करता था.
CBI ने गुरुवार (24 जुलाई, 2025) को इस मामले में FIR दर्ज की थी. ये रैकेट जनवरी 2025 से एक गैरकानूनी कॉल सेंटर चला रहा था. इसमें कुछ बैंक कर्मचारियों और चार प्राइवेट लोगों की मिलीभगत बताई जा रही है.
लीगल कार्रवाई का दिखाते थे डर
ये आरोपी खुद को अमेरिका की IRS (Internal Revenue Service), USCIS (Citizenship and Immigration Services) और यहां तक कि Indian High Commission का अफसर बताकर अमेरिकियों को कॉल करते थे. उन्हें लीगल कार्रवाई का डर दिखाकर $500 से $3000 तक की वसूली करते थे. पेमेंट गिफ्ट कार्ड्स या Bitcoin के जरिए लिया जाता था.
इन कॉल्स के लिए ये लोग VoIP टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते थे और पुणे में बने एक सीक्रेट गैरकानूनी कॉल सेंटर से ये सब ऑपरेट होता था. इस फ्रॉड से हर महीने करीब 3-4 करोड़ की कमाई हो रही थी, जिसे फेक अकाउंटस, क्रिप्टोकरेंसी और हवाला के जरिए लिया जा रहा था. बैंक के कुछ कर्मचारियों पर फर्जी KYC डॉक्युमेंट्स के जरिए फेक अकाउंटस खोलने में मदद करने का शक है.
रेड में ये सामान बरामद
वहीं कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों को कैश में पेमेंट की जाती थी, जो कि हवाला चैनल से महाराष्ट्र और गुजरात से भेजी जाती थी. उन्हें पुणे के अलग-अलग रेसिडेंशियल फ्लैट्स में रखा गया था. CBI ने 24 और 25 जुलाई को पुणे और अन्य 7 जगहों पर रेड की. पुणे में चल रहे गैरकानूनी कॉल सेंटर से 27 मोबाइल फोन, 17 लैपटॉप, 1.60 लाख कैश और करीब 150 ग्राम नशे का सामान जब्त किया गया.
एक आरोपी के मोबाइल की जांच में पता चला कि उसके पास 6.94 लाख की क्रिप्टोकरेंसी है. दूसरे आरोपी के घर से 9.60 लाख कैश मिला. CBI ने तीन प्राइवेट आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें मुंबई के CBI कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 30 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम, अमित दुबे, तरुण शेनाई, गोंजाल्वेस सैवियो है. CBI का कहना है कि इस मामले की जांच जारी है. आने वाले समय में इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं.
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Source: IOCL






















