पाकिस्तान से जान बचाकर भारत आए 25 हिंदू परिवार, कहा- ‘वहां जीना मुश्किल, मोदी यहां दें नागरिकता’
सीमा अधिकारियों ने दावा किया कि पिछले महीने की तुलना में पाकिस्तान से आने वाले हिंदूओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है.हिंदू परिवार की पीड़ित महिलाओं ने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का अपहरण अब रोज की बात हो गई है.सीएए में 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आने वाले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के सताए गए गैर मुस्लिम धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान.

अमृतसर: देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच पाकिस्तान से 25 हिंदू परिवार जान बचाकर भारत आए हैं. 25 परिवारों के करीब 200 लोग अटारी वाघा सीमा के रास्ते भारत पहुंचे हैं. ये लोग हरिद्वार जाने के लिए 25 दिन का वीज़ा लेकर यहां आए हैं. इन लोगों का कहना है कि पाकिस्तान में जीना मुश्किल हो गया है. इन लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें भारत की नागरिकता देने की अपील की है.
अब हम वापस पाकिस्तान नहीं लौटना चाहते- हिंदू परिवार
पाकिस्तान से आए लोगों का कहना है, ‘’वहां बच्चियों को सरेआम उठाकर ले जाने की धमकियां मिलती रहती हैं. अब हम वापस पाकिस्तान नहीं लौटना चाहते.’’ लाली नाम की एक लड़की ने कहा है कि अब हम अपने देश में आ गए हैं. पार कर भारत आने वाले अधिकांश यात्री सिंध और कराची क्षेत्र के थे. उनमें से कुछ के पास सामान था और वे कह रहे थे कि वे भारत में आश्रय ढूंढेंगे. बता दें कि ये हिंदू परिवार अपना घेरलू सामान बोरों में भरकर लाए हैं.
पाकिस्तान से आने वाले हिंदूओं की संख्या में भारी इजाफा
अकाली दल के नेता और दिल्ली सिक्ख गुरूद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सीमा पर धार्मिक उत्पीड़न के कारण पाकिस्तान से भागने का दावा करने वाले चार परिवारों को लिवाने के लिए मौजूद थे. सिरसा ने कहा कि वह मंगलवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलेंगे और उनसे इन लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का अनुरोध करेंगे. सीमा अधिकारियों ने दावा किया कि पिछले महीने की तुलना में पाकिस्तान से आने वाले हिंदूओं की संख्या में भारी इजाफा हुआ है.
4 Hindu-Sikh families have fled Pakistan to save their life and religious faith I recvd the family members today at border. We are meeting HM @AmitShah Ji tomo to request him to grant them citizenship at the earliest possible 🙏🏻@PTI_News @ANI @ZeeNews @republic @thetribunechd pic.twitter.com/1nMyY7Jt5l
— Manjinder S Sirsa (@mssirsa) February 3, 2020
पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का अपहरण अब रोज की बात- पीड़ित परिवार
पहचान छुपाने की शर्त पर एक पाकिस्तानी हिंदू ने कहा कि नए नागरिकता कानून के लागू होने के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू भारतीय नागरिकता मिलने की उम्मीद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उनमें से अधिकांश अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए राजस्थान आ रहे हैं. एक महिला ने कहा, “ हम पाकिस्तान में सुरक्षित नहीं महसूस करते. हमारी लड़कियों को हमेशा डर लगा रहता है कि कोई कट्टरपंथी उनका अपहरण कर लेगा और पुलिस मूक दर्शक बनी देखती रह जाएगी. हमारी लड़कियां पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में आजादी से चल भी नहीं सकती हैं.” बिना अपना नाम बताए दो अन्य महिलाओं ने बताया कि पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का अपहरण अब रोज की बात हो गई है और किसी भी परिवार ने कट्टरपंथियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की हिम्मत नहीं की.
संशोधित नागरिकता कानून में 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत आने वाले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के सताए गए गैर मुस्लिम धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने का प्रावधान है.
यह भी पढें-
पीएम मोदी का AAP और कांग्रेस पर वार, कहा- शाहीन बाग प्रदर्शन संयोग नहीं प्रयोग है
Under-19 World Cup: सेमीफाइनल में आज पाकिस्तान से भिड़ेगा भारत, दोपहर 1.30 बजे से शुरु होगा मैच
World Cancer Day: कैंसर के प्रति जागरूकता का सबसे बड़ा दिन आज, जानिए ब्रेन ट्यूमर के बारे में सबकुछ
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL























