चीन के वुहान शहर में फंसे 20 भारतीयों को निकालने के लिए बीजेपी सांसद ने लिखा पीएम मोदी को खत
डॉक्टर आशीष यादव उत्तर प्रदेश के एटा के रहने वाले हैं और पिछले 15 सालों से विदेश में हैं. वो पिछले 5 सालों से चीन के वुहान शहर में स्थित टेक्सटाइल यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर कार्यरत हैं. उन्होंने अपनी मास्टर्स की पढ़ाई अमेरिका से पूरी की है और उसके बाद पीएसटी इटली से की है.

नई दिल्ली: बीजेपी की राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने प्रधानमंत्री को खत लिखा है. खत लिख कर उन्होंने चीन के वुहान शहर में सबसे बड़े डॉक्टर आशीष यादव को और उनकी पत्नी नेहा यादव को जल्द भारत लाने की गुजारिश की है. डॉक्टर आशीष यादव 5 साल पहले चीन के वुहान शहर में प्रोफेसर की हैसियत से नौकरी करने गए थे और अभी वहां फंस कर रह गए हैं. डॉ आशीष के मुताबिक वुहान शहर में वीरान सड़के हैं और हथियारबंद सैनिक घूमते हुए दिखाई देते हैं. वे जिस अपार्टमेंट में रहते हैं वह 32 मंजिला है और उसमें डॉक्टर आशीष यादव के अलावा पांच चीनी परिवार और बचे हैं.
डॉक्टर आशीष यादव के मुताबिक उनके अपार्टमेंट के बाकी लोग शहर छोड़ कर जा चुके हैं. वह यूनिवर्सिटी कैंपस में स्थित अपने अपार्टमेंट के दो कमरे के मकान में 22 जनवरी की रात से बंद हैं. डॉ आशीष यादव के मुताबिक उनके अलावा ऐसे 20 भारतीय और हैं जो वुहान शहर में फंसे हुए हैं और अपने खर्चे पर भारत आना चाहते हैं लेकिन एक बड़ी दिक्कत आ रही है कि उन्हें चीन से बाहर निकलने के लिए चीनी सरकार की मदद की जरूरत है.
डॉ आशीष यादव के मुताबिक उन्होंने भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया लेकिन दूतावास ने बताया कि चीन सरकार की इजाजत के बाद ही उन्हें यहां से भारत जाने की इजाजत दी जा सकती है और इसमें तकरीबन 7 से 8 दिन का वक्त लग सकता है. लंबे समय से अपने अपार्टमेंट में बंद आशीष यादव ने इसके लिए एटा के ही रहने वाले और राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव से भी संपर्क साधा इसके बाद हरनाथ यादव ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी संपर्क साधा लेकिन कोई आशा जनक जवाब नहीं मिलने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है.
हरनाथ यादव ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है ताकि इन 20 भारतीय को वहां से सुरक्षित भारत वापस लाया जा सके. हरनाथ यादव के मुताबिक अभी तक डॉ आशीष यादव और उनकी पत्नी सहित बाकी 20 भारतीयों को भी कोरोना वायरस का इन्फेक्शन नहीं हुआ है और वे सुरक्षित हैं अगर ज्यादा समय वह चीन के वुहान शहर में रहेंगे तो उन्हें कोरोना वायरस के संक्रमण का उतना ज्यादा खतरा रहेगा. पिछले 5 साल से वे चीन में है और ब्लेजर स्पेक्ट्रोस्कोपी के विशेषज्ञ हैं.
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Source: IOCL





















