मानसून सत्र से पहले इंडिया गठबंधन की बड़ी बैठक, AAP ने छोड़ा साथ, TMC होगी शामिल
लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार इंडिया गठबंधन की बड़ी बैठक शनिवार (19 जुलाई, 2025) को होने वाली है. इस बैठक में जहां आम आदमी पार्टी का साथ छूटा है तो वहीं TMC एक बार फिर शामिल होने वाली है.

संसद के आगामी मानसून सत्र को लेकर विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने शनिवार (19 जुलाई, 2025) को एक बड़ी बैठक बुलाई है. यह बैठक पहले दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर होनी थी, लेकिन कुछ प्रमुख नेताओं ने किसी जरूरी काम के चलते बैठक में खुद आने को लेकर असमर्थता जताई थी, जिसके बाद अब ये बैठक शनिवार शाम 7 बजे वर्चुअल तरीके से होगी.
बैठक में कौन-कौन होगा शामिल?
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, लगभग सभी प्रमुख विपक्षी नेताओं ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक में शामिल होने की पुष्टि कर दी है. बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बैंगलोर से जुड़ेंगे, जबकि CPP अध्यक्ष सोनिया गांधी, नेता विपक्ष राहुल गांधी दिल्ली से और संगठन महासचिव केसी वेनुगोपाल केरल से बैठक में शामिल होंगे.
वहीं TMC नेता अभिषेक बनर्जी पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे. शिव सेना (UBT) दल के उद्धव ठाकरे और अन्य नेता भी बैठक में शामिल होंगे. समाजवादी पार्टी दल के प्रमुख अखिलेश यादव भी बैठक में अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे.
तृणमूल कांग्रेस पहली बार बैठक में शामिल
NCP नेता सुप्रिया सुले और शरद पवार बैठक में भाग ले रहे हैं. RJD प्रमुख तेजस्वी यादव और DMK पार्टी के एमके स्टालिन और अन्य नेता बैठक में शामिल होंगे. इस बैठक की एक और महत्वपूर्ण बात यह है कि तृणमूल कांग्रेस (TMC) पहली बार लोकसभा चुनावों के बाद इंडिया गठबंधन की किसी बैठक में भाग लेने जा रही है.
ये महत्वपूर्ण इसलिए भी है, क्योंकि TMC संसद के पिछले सत्रों में इंडिया गठबंधन की सभी बैठकों से दूरी बनाए रखी थी और ऐसे में TMC क्या एक बार फिर कांग्रेस के साथ आयेगी, इस पर संशय बना हुआ था.
AAP ने गठबंधन से तोड़ा नाता
वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) की स्थिति भी उस बैठक को लेकर साफ हो गई है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि AAP अब इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है. यह गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव तक सीमित था.
किन मुद्दों पर होगी चर्चा?
इंडिया गठबंधन की इस बैठक का प्रमुख उद्देश्य मानसून सत्र के लिए एक साझा रणनीति तैयार करना है. इस बैठक में बिहार की राजनीतिक स्थिति, खासतौर पर SIR के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी के साथ ऑपरेशन सिंदूर और भारत-पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर के मुद्दे पर सरकार से सवाल पूछने की रणनीति पर चर्चा होगी.
लोकसभा चुनावों के बाद यह पहली बार है, जब इंडिया गठबंधन की ये बड़ी बैठक होने जा रही है. जहां टीएमसी की वापसी से गठबंधन को नई ऊर्जा मिल सकती है, वहीं AAP का बाहर होना भविष्य की रणनीति के लिए एक चुनौती भी बन सकता है.
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Source: IOCL


























