हरिद्वारः संतों से अमित शाह ने 2019 के लिए मांगा समर्थन, शांतिकुंज अध्यक्ष ने नहीं दिया आशीर्वाद
जहां एक और सत्यमित्रानंद गिरि से उनकी समर्थन को लेकर साधारण बातचीत हुई तो वही शांतिकुंज के परमाध्यक्ष डॉ प्रणव पंड्या ने समर्थकों से वोट अपने विवेक पर देने की बात कह कर शाह की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.

नई दिल्लीः बीजेपी के चाणक्य और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अपने जनसंपर्क के दूसरे चरण में आज उत्तराखंड के दौरे पर हैं. देहरादून जाने से पहले शाह ने हरिद्वार की दो धार्मिक संस्थाओं में जाकर उन के परम अध्यक्षों से मुलाकात कर संपर्क और समर्थन के तहत 2019 लोकसभा चुनाव के लिए समर्थन मांगा. भारत माता मंदिर के प्रमुख सत्यमित्रानंद से मिलकर अमित शाह ने सपोर्ट फ़ॉर समर्थन के तहत मुलाकात की. मोदी सरकार के कार्य गिनाये और समर्थन मांगा. इसके अलावा गायत्री तीर्थ शांतिकुंज के प्रमुख प्रणव पंड्या से संपर्क फ़ॉर समर्थन के लिए मिले.
जहां एक और सत्यमित्रानंद गिरि से उनकी समर्थन को लेकर साधारण बातचीत हुई तो वही शांतिकुंज के परमाध्यक्ष डॉ प्रणव पंड्या ने समर्थकों से वोट अपने विवेक पर देने की बात कह कर शाह की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.

संपर्क और समर्थन मिशन के तहत अमित शाह देशभर में प्रबुद्ध जनों से मिलकर 2019 चुनावों के लिए समर्थन मांग रहे हैं. इसी क्रम में आज वह उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ पहले शांतिकुंज पहुंचे. जहां उन्होंने शांतिकुंज के संस्थापक स्वर्गीय पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य उनकी पत्नी की समाधि पर पुष्प अर्पित किए.

मुलाकात के बाद डॉ प्रणव पंड्या ने कहा कि यह एक शिष्टाचार भेंट थी, इसके राजनीतिक मायने राजनेता निकालें. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के कामों को जनता आंक रही है उसे आंकना हमारा काम नहीं है . पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए पंड्या ने कहा कि मोदी का ध्यान विदेश नीति पर ज्यादा था देश नीति पर कम. जितना काम उन्हें देश के लिए करना चाहिए था वह उतना काम नहीं कर पाए.
डॉ पंड्या ने गंगा सफाई पर बोलते हुए कहा कि गंगा सफाई न होने को लेकर उन्होंने पहले गडकरी को भी कहा था और आज अमित शाह के सामने सूबे के मुख्यमंत्री और शहरी विकास मंत्री को भी कहा है. उन्होंने कहा कि शहर के तमाम नाले और सीवर अभी तक साफ नहीं हुए हैं. उन्होंने अमित शाह के सामने त्रिवेंद्र सिंह रावत और मदन कौशिक को भी साफ कह दिया कि केंद्र सरकार ने 4 सालों में महज 20 फीसदी काम ही किया है. 80 फीसदी काम होना अभी बाकी है. उन्होंने साफ कहा कि उन्हें सरकार की गंगा सफाई के लिए जरूरत नहीं है. 2026 तक वह अपने कार्यकर्ताओं के बल पर गंगा को पूर्ण रूप से स्वच्छ कर देंगे.
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