Nishaanchi Review: ऐश्वर्य ठाकरे की जबरदस्त परफॉर्मेंस, स्लो लेकिन अच्छी है अनुराग कश्यप की फिल्म
Nishaanchi Review: अनुराग कश्यप के डायरेक्शन में बनीं निशानची सिनेमाघरों में आज रिलीज हुई है. अगर इस फिल्म को देखने का प्लान बना रहे हैं तो पहले पढ़ लें रिव्यू.
अनुराग कश्यप
ऐश्वर्य ठाकरे, विनीत सिंह, कुमुद मिश्रा, मोनिका पंवार, मोहम्मद जिशान अय़ूब
सिनेमाघर
अनुराग कश्यप जब कोई फिल्म बनाते हैं और किसी को लॉन्च करते हैं तो उम्मीद जरूरत से ज्यादा होती है. इस बार वो खुद फिल्म को प्रमोट कर रहे थे. महाराष्ट्र के ठाकरे परिवार के लड़के को कनपुरिया छोकरा बनाकर पेश कर रहे थे वो भी डबल रोल में. ट्रेलर जोरदार था तो उम्मीदें भी ज्यादा थी और अनुराग कश्यप से वैसे भी उम्मीदें ज्यादा रहती हैं. उन्होंने सिनेमा को जिस तरह की फिल्में और सितारे दिए हैं वो अपने आप में कमाल हैं. यहां भी वो एक नया सितारा लेकर आए हैं और ये सितारा जोरदार है.
कहानी
ये कहानी है कानपुर के दो जुड़वा भाइयों बबलू और डबलू की, राम और श्याम टाइप मामला है. बबलू एक लोकल गुंडे अंबिका प्रसाद के लिए काम करता है. डबलू गुंडागर्दी सीखने की नाकाम कोशिश करता है क्योंकि वो डरपोक है. इन दोनों की मां को अंबिका प्रसाद से नफरत है. इनके अतीत में ऐसा क्या हुआ था, फिर क्यों बबलू अंबिका को चाचा मानता है और उसका हर हुक्म मानता है. इस कहानी में आगे क्या होता है, ये देखने के लिए आपको थिएटर जाना होगा.
कैसी है फिल्म
ये एक अच्छी फिल्म है. इस फिल्म में कमाल की परफॉर्मेंस है. कमाल के डायलॉग्स है, बहुत बढ़िया म्यूजिक है. आप एकदम कानपुर पहुंच जाते हैं, बस फिल्म की एक ही दिक्कत है कि फिल्म स्लो है. फिल्म करीब 3 घंटे की है. फिल्म में फ्लैशबैक जरूरत से ज्यादा लंबा है और यहां ये आपके सब्र का इम्तिहान ले लेती है. ऐश्वर्य जब जब स्क्रीन पर आते हैं छा जाते हैं. उनके सीन फिल्म की जान हैं. आपको एक बार को लगता है कि फिल्म में कहानी जरा हल्की है लेकिन फिर पता चलता है कि ये तो पहला ही पार्ट है. इसका एक और पार्ट आएगा. अगर फिल्म को थोड़ा सा छोटा कर दिया जाता तो ये और मजेदार लगती है. लेकिन फिल्म में कानपुर के फील को जबरदस्त तरीके से दिखाया गया है. गाने फिल्म में एक अलग ही फील लेकर आते हैं और गाने एक से बढ़कर एक हैं, कुल मिलाकर ये फिल्म अच्छी है, बस थोड़े से सब्र के साथ देखनी होगी.
एक्टिंग
ऐश्वर्य ठाकरे ने जबरदस्त डेब्यू किया है. उन्हें देखकर लगा नहीं कि ये उनकी पहली फिल्म है. डबल रोल में उन्होंने जो वेरिएक्शन दिखाया है वो अक्सर एक्टर्स में सालों बाद आता है. महाराष्ट्र का लड़का जिस तरह से कानपुर का छोकरा बना है वो उनकी मेहनत को दिखाता है. वेदिका पिंटो कानपुर की माधुरी दीक्षित बनी हैं और उन्होंने कमाल का काम किया है, वो लगी भी काफी खूबसूरत हैं, मोनिका पंवार काफी इम्प्रेस करती हैं, वो बबूल डबलू की मां बनी हैं और इस किरदार में उन्होंने जान डाल दी है, विनीत सिंह जबरदस्त नाम के पहलवान बने हैं और उनका काम हमेशा की तरह जबरदस्त है, कुमुद मिश्रा बढ़िया हैं, मोहम्मद जिशान अय़ूब ने अच्छा काम किया है.
राइटिंग और डायरेक्शन
अनुराग कश्यप ने इस फिल्म को पूरी तरह से कानपुरिया बनाया है. राइटिंग में इसका खास ख्याल रखा गया है, डायलॉग्स कमाल के लिखे हैं और डायरेक्शन भी अच्छा है, बस वो शायद फ्लैशबैक दिखाने में बहक गए ,वर्ना फिल्म पर उनका कंट्रोल जबरदस्त था.
म्यूजिक
फिल्म का म्यूजिक कई लोगों ने मिलकर दिया है. अनुराग सैकिया,मनन भारद्वाज, ऐश्वर्य़ ठाकरे, ध्रुव घानेकर ने मिलाकर कमाल का म्यूजिक क्रिएट किया है, गाने एक दम लोकल फील वाले हैं और सुनकर मजा आ जाता है.
कुल मिलाकर फिल्म देखने लायक है, अनुराग कश्यप के सिनेमा के फैन हैं और एक नए एक्टर का कमाल परफॉर्मेंस देखना है तो देख डालिए
रेटिंग- 3 स्टार्स

























