Rahu: डिजिटल दुनिया का मायावी राहु छीन रहा नींद और सुकून, क्या यही है मानसिक बेचैनी की असली वजह?
Rahu: ज्योतिष में राहु को भ्रम, माया, अनिश्चितता से जोड़ा जाता है. लेकिन आज दुनियाभर की बड़ी आबादी डिजिटल में कैद होकर भ्रम और मानसिक बैचेनी में जी रही है. क्या राहु ही इसका नया अवतार तो नहीं?

Rahu: आज के समय मानसिक बैचेनी, अनिद्रा, अशांति, भ्रम आदि से बड़ी संख्या में लोग ग्रस्त हैं. ज्योतिष की दृष्टि से इन समस्याओं का कारण राहु को बताया जाता है. राहु वैसे तो छाया ग्रह है, लेकिन इसे मायावी ग्रह भी कहा जाता है.
राहु को भ्रम, अनिश्चितता और अत्यधिक भौतिक इच्छाओं का कारक माना जाता है. आज की तेज-तर्रार डिजिटल दुनिया में लोगों को स्क्रीन, स्क्रॉलिंग, नोटिफिकेशन सब कुछ फौरन एक क्लिक में चाहिए. अगर ये ना मिले तो बैचेनी बढ़ने लगती है. मोबाइल स्क्रॉलिंग किए बिना लोगों को नींद नहीं आती, फोन पर बार-बार नोटिफिकेशन या मैसेज चेक बिना किए बैगर मन अशांत रहता है.
क्या इन आदतों का संबंध राहु से तो नहीं. क्या राहु अब इसी इंस्टेंट प्रवृत्ति के कारक हैं. रहस्यमय, आभासी, सीमाएं तोड़ने वाले राहु का स्वभाव डिजिटल युग से असाधारण मेल खाता है. तो क्या हम यह कह सकते हैं कि, सोशल मीडिया, स्क्रॉलिंग और आभासी दुनिया की चमक-दमक ये सभी मायावी राहु का ही नया अवतार है, जो हमारी मानसिक शांति और चेतना को भ्रमित और भंग कर रहा है. आइए जानते हैं विस्तार से.
डिजिटल युग का नया अवतार राहु
FOMO, माया और भ्रम- राहु भ्रम फैलाता है. आज सोशल मीडिया की तुलना, FOMO यानी Fear of Missing Out और वर्चुअल पहचान इसी का विस्तार है. राहु के प्रभाव से लोगों में अतृप्त इच्छा पैदा होती है. यानी और चाहिए की भूख, जोकि सोशल मीडिया पर लाइक्स, व्यूज, कमेंट्स आदि के रूप में देखा जा सकता है. डिजिटल का नशा लोगों पर कुछ ऐसा चढ़ा है कि देर रात तक लोग स्क्रीन में समय बिताकर मानसिक शांति को स्वयं खत्म कर रहे हैं. खासकर जिनकी कुंडली में राहु की स्थिति कमजोर है, वो बहुत आसानी से इसका शिकार बन जाते हैं.
राहु भ्रम को फैलाता है. सोशल मीडिया पर भी हर कोई अपनी लाइफ को उत्तम Perfect Life दिखाता है, जोकि बस एक भ्रम है. जब हम लगातार इन अवास्तविक चीजों को देखते हैं तो हमारे मन में FOMO का तीव्र भाव पैदा होता है और ऐसा लगता है कि, हम पीछे छूट रहे हैं. यही तुलनात्मक तनाव सीधा हमारे आत्मविश्वास को प्रभावित करता है और मानसिक बेचैनी को बढ़ाता है.
डिजिटल लत- राहु हमेशा अति और लत को प्रेरित करता है. स्मार्टफोन में Likes, Comments और Shares भी हमारे जीवन की अति और लत से कम नहीं. इसी लत के कारण आप बार-बार फ़ोन उठाने पर मजबूर हो जाते हैं और डिजिटल लत का शिकार हो जाते हैं. यह लत ध्यान केंद्रित करने की हमारी क्षमता को नष्ट कर आपकी नींद और सुकून भी छीन सकता है.
राहु छाया ग्रह है, जोकि हमें वास्तविकता से दूर ले जाता है. डिजिटल दौर में हम जिस वर्चुअल दुनिया में अपना सबसे अधिक समय बिता रहे हैं, वह हमें राहु की तरह वास्तविक जीवन से दूर ले जा रहा है. कई बार तो हम रिश्ते, जिम्मेदारी और खुशी के पल से भी दूर हो जाते हैं.
क्या करें और कैसे बचें
- डिजिटल दुनिया की चकाचौंध और राहु द्वारा उत्पन्न भ्रम, तनाव और नींद की कमी से मुक्ति के लिए कुछ आसान उपाय कर सकते हैं.
- राहु के अशुभ प्रभाव को कम करने से लिए ॐ राहवे नमः मंत्र का 108 बार जप करें.
- सुबह जल्दी उठकर सूर्य नमस्कार करें और कुछ समय नंगे पाव घास या मिट्टी पर चलें.
- हफ्ते में एक दिन का डिजिटल उपवास रखें. यानी फोन से एक दिन का ब्रेक जरूर लें.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL






















