इस वजह से अपनी जॉब में खुश नहीं रह पाते लोग!
अक्सर ऐसा देखा गया है कि लोग अपनी जॉब से खुश नहीं होते लेकिन वे जॉब चेंज नहीं करते हैं.

नई दिल्ली: अक्सर ऐसा देखा गया है कि लोग अपनी जॉब से खुश नहीं होते लेकिन वे जॉब चेंज नहीं करते हैं. हाल ही में लोगों की इसी बिहेवियर को लेकर एक दिलचस्प रिसर्च आई है.
रिसर्च के मुताबिक, आमतौर पर लोग 35 की उम्र तक आते-आते अपनी जॉब से नफरत करने लगते हैं. रॉबर्ट हॉफ यूके कंपनी द्वारा एक सर्वे में 2,000 वर्कर्स को शामिल किया गया. जिसमें पाया गया कि पुराने वर्कर्स नए वर्कर्स की तुलना में अपनी नौकरी से ज्यादा दुखी रहते हैं.
इतना ही नहीं, 35 साल की उम्र तक आते-आते हर 6 वर्कर में से एक वर्कर अपनी जॉब से खुश नहीं है. वहीं 55 साल से अधिक उम्र वाले वर्कर्स में से एक तिहाई का कहना था कि उन्हें अपने काम के लिए नहीं सराहा गया. जबकि 16% वर्कर्स ने कहा कि वर्कप्लेस में उनका कोई दोस्त नहीं था.
रिसर्च में ये बात भी सामने आई कि जो लोग ऊंची पदवी या रैंक पर होते हैं उन्हें स्ट्रेस अधिक होता है. साथ ही ऐसे लोगों को भी स्ट्रेस अधिक होता है जो अपने करियर में ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाते. हां, ये बात अलग है कि इनकी सैलरी काफी ज्यादा होती है, लेकिन इनकी लाइफ उतनी ही टफ होने लगती है.
मैनचेस्टर बिजनेस स्कूल की शोधकर्ता कैरी कूपर का कहना है कि एक ऐसा समय आता है जब या तो आपको सफलता हासिल नहीं होती, अपने काम से आप पूरी तरह से ऊभ चुके हैं या आपके अनुभवों ने आपको ये अहसास दिला दिया है कि परिवार ज्यादा महत्वपूर्ण है.
कूपर का कहना है कि इस उदासी से बाहर आने का केवल एक ही तरीका है कि वर्क-प्लेस पर दोस्त बनाना इस स्थिति को सुधार सकता है भले ही आप लोगों के पास बाहर घूमने का समय न हो.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.
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Source: IOCL






















