हादसों का साल बना 2025, महाकुंभ भगदड़, प्लेन क्रैश और पहलगाम हमले तक... इस साल गईं इतनी जान
इस साल ऐसी-ऐसी घटनाएं सामने आई है, जिन्होंने हजारों परिवारों की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया. कहीं खुशी का माहौल मातम में बदल गया तो कहीं रोजमर्रा की जिंदगी जी रहे लोग अचानक हादसों का शिकार हो गए.

साल 2025 देश के लिए आसान नहीं रहा. इस साल ऐसी-ऐसी घटनाएं सामने आई है, जिन्होंने सिर्फ खबरों की सुर्खियां नहीं बदलीं, बल्कि हजारों परिवारों की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल दिया. कहीं खुशी का माहौल मातम में बदल गया तो कहीं रोजमर्रा की जिंदगी जी रहे लोग अचानक हादसों का शिकार हो गए. इन घटनाओं ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि भीड़, अव्यवस्था और लापरवाही की कीमत आखिर कौन चुका रहा है. ऐसे में चलिए अब आपको बताते हैं 2025 हादसों का साल कैसे बना और कितने लोगों की जान गई.
महाकुंभ भगदड़
साल की शुरुआत प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ से हुई. 29 जनवरी 2025 को मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट के पास हालात अचानक बेकाबू हो गए. भारी भीड़ के बीच अफरातफरी मची और लोग एक-दूसरे पर गिरते चले गए. शुरूआती रिपोर्ट्स में 30 से ज्यादा लोगों की मौत की पुष्टि हुई. जबकि दर्जनों श्रद्धालु घायल हुए. बाद में जांच रिपोर्ट्स और मीडिया पड़ताल में मरने वालों की संख्या और ज्यादा होने की बात सामने आई. इस घटना ने इतने बड़े आयोजन में सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए.
दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौत का मंजर
महाकुंभ की भगदड़ के बाद 15 फरवरी 2025 को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक और हादसा हो गया. प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों के इंतजार में प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 पर भारी भीड़ जमा थी. वहीं ट्रेन लेट होने और प्लेटफार्म बदलने की अफवाह के बाद हालत बिगड़ गए और भगदड़ मच गई. इस हादसे में 18 लोगों की मौत हुई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.
पहलगाम हमला
22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाया गया. इस आतंकी हमले ने देश को झकझोर कर दिया. घाटी में घूमने आए लोगों पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दी थी जिससे 26 लोगों की जान चली गई. वहीं वहां मौजूद लोगों के अनुसार आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों पर गोलियां चलाई थी. इस घटना के बाद पूरे देश में गुस्सा और शोक का माहौल देखने को मिला था. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया.
आईपीएल जीत का जश्न बना था मातम
4 जून 2025 को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आईपीएल जीत के जश्न से पहले चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई. हजारों फैंस स्टेडियम के बाहर जमा थे, लेकिन भीड़ प्रबंधन पूरी तरह नाकाम रहा. इस भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए थे. इसके बाद आईपीएल में आरसीबी को 18 साल बाद मिली खुशी कुछ ही पलों में कई परिवारों के लिए जिंदगी भर का दर्द बन गई थी.
मुंबई लोकल हादसा
9 जून 2025 को मुंबई में लोकल ट्रेन से गिरकर कई यात्रियों की जान चली गई थी. मुंब्रा के पास दो ट्रेनों के बीच भीड़ के कारण यात्री नीचे गिर गए. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई और 13 लोग घायल हो गए. जांच में सामने आया था कि ज्यादा भीड़ और सुरक्षा इंतजामों की कमी इस हादसे की बड़ी वजह थी.
अहमदाबाद प्लेन क्रैश
12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर टेक ऑफ के कुछ ही मिनट बाद क्रैश हो गया. इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत हो गई. वहीं प्लेन एक मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर जा गिरा था, जिससे जमीन पर मौजूद कई लोगों की भी जान चली गई. इस हादसे को भारत के सबसे खतरनाक विमान हादसों में से एक माना गया.
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में हादसा
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में वेंकटेश्वर मंदिर में एकादशी के समय बहुत भीड़ इकठ्ठा हो गई थी. जिसकी वजह से भगदड़ मच गई थी और 9 लोगों की मौत हो गई थी. मरने वालों में 8 महिलाएं और एक बच्चा शामिल था.
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Source: IOCL
























