इतनी तेजी से क्यों फैल रहा है ब्रह्मांड, क्या इसका इंसानियत पर भी असर होगा?
प्रोफेसर जेरायंट लुईस की मानें तो अगर हम उस वक्त के ब्रह्मांड को देखें जब उसकी उम्र महज एक अरब साल रही होगी तो हम पाएंगे कि उस वक्त वो समय से लगभग पांच गुना धीमा था.

इंसान हमेशा से उस हर चीज को लेकर उत्सुक रहा है जिसे वो देख तो पाता है, लेकिन समझ नहीं पाता. खासतौर से रात के अंधेरे में जब वो आसमान की तरफ तारों को देखता है तो सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित हो जाता है. दरअसल, इन तारों के बारे में और ब्रह्मांड के बारे में जानकारी लोगों को आसानी से नहीं मिलती. हालांकि, आज हम आपके लिए इसी ब्रह्मांड से जुड़ी एक खबर लाए हैं, जिसमें आप जानेंगे कि कैसे आपका ये ब्रह्मांड हर पल तेजी से फैल रहा है.
आइंस्टाइन की बात सच कैसे साबित हुई
आइंस्टाइन ने आज से कई वर्ष पहले बता दिया था कि ये ब्रह्मांड हर पल फैल रहा है. हालांकि, इसे मानने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिकों के पास कोई सटीक प्रमाण नहीं था. लेकिन अब दो वैज्ञानिकों ने ऐसे प्रमाण दुनिया के सामने रख दिए हैं, जिसके बाद लोगों को यकीन होने लगा है कि ब्रह्मांड सच में हर पल फैल रहा है.
ऑस्ट्रेलिया की सिडनी यूनिवर्सिटी में पढ़ाने वाले प्रोफेसर जेरायंट लुईस की मानें तो अगर हम उस वक्त के ब्रह्मांड को देखें जब उसकी उम्र महज एक अरब साल रही होगी तो हम पाएंगे कि उस वक्त वो समय से लगभग पांच गुना धीमा था. वहीं अब लगभग 12 अरस वर्ष दूर जब हम उस ब्रह्मांड को देखते हैं तो वह पहले के मुकाबले पांच गुना ज्यादा लंबा नजर आता है.
20 साल तक चला शोध
इस परिणाम तक पहुंचने के लिए वैज्ञानिकों को 20 वर्ष लग गए. दरअसल, 190 क्वेजर्स को लेकर वैज्ञानिकों ने बीस साल से ज्यादा समय तक अध्ययन किया. इसके हरे, लाल और इंफ्रारेड में अलग अलग प्रकाश रंगो की वेवलेंथ का बीस साल तक आंकलन किया. क्वेजर्स के एक एक पल को नापा तब जा कर कहीं आज वैज्ञानिक इस नतीजे तक पहुंच पाए कि बिग बैंग के बाद से ही ब्रह्मांड हर पल लगातार बढ़ रहा है.
ये भी पढ़ें: दिखने में छोटा सा है ये जानवर... मुंह में है 1000 से ज्यादा दांत, इतने मजबूत कि कार्बन को डायमंड बना दे
टॉप हेडलाइंस
Source: IOCL





















