ये है दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान, जानिए इसकी कौन सी सीट होती है सबसे ज्यादा सेफ
दुनियाभर में बीते कुछ सालों से यात्री विमान के हादसे बढ़े हैं. क्या आप जानते हैं कि दुनिया का सबसे लंबा यात्री विमान कौन सा है और उसमें कौन सी सीट हादसे के वक्त ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं.

आज के वक्त अधिकांश लोग लंबी दूरी का सफर फ्लाइट से करना पसंद करते हैं. क्योंकि फ्लाइट के जरिए कोई भी यात्री चंद घंटों में हजारों किलोमीटर की दूरी पूरी कर सकता है. लेकिन बीते कुछ सालों में हुए कई हवाई हादसों ने पूरी दुनिया को हिला दिया है और हवाई जहाज की सुरक्षा प्रणाली पर सवाल खड़ा कर दिया है. आज हम आपको दुनिया के सबसे बड़े यात्री विमान के बारे में बताएंगे.
क्या है ताजा मामला?
अमेरिकन एयरलाइंस का यात्री विमान बीते बुधवार रात करीब 64 लोगों को लेकर कैन्सस से वॉशिंगटन डीसी आ रहा था. लेकिन इस दौरान रीगन नेशनल एयरपोर्ट के रनवे पर उतरने के पहले विमान की हवा में ही सैन्य हेलिकॉप्टर से टक्कर हो गई. इस टक्कर के बाद में आसमान में विशाल आग का गोला नजर आ रहा था. जिसके बाद दुर्घटनाग्रस्त विमान पोटोमैक नदी में जाकर गिरा था. इस हादसे में अधिकांश यात्रियों की मृत्यु हो गई है.
इससे पहले बीते साल के आखिरी सप्ताह में एक बड़ा विमान हादसा हुआ था. बता दें कि 29 दिसंबर 2024 को दक्षिण कोरिया के मुआन अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर लैंडिंग के वक़्त एक विमान दुर्घटना का शिकार हो गया था. इस विमान में 181 लोग सवार थे, जिनमें 175 यात्री और चालक दल के छह सदस्य शामिल थे. इस हादसे में 179 लोगों की मौत हुई थी. विमान के लैंड करते वक़्त यह हादसा हुआ है.
दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान
बता दें कि दुनियाभर में कई बड़े यात्री विमान हैं. इसमें एयरबस A380 को दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान कहा जाता है. बता दें कि इस विमान की यात्री क्षमता लगभग 800 यात्रियों की है. A380 विमान ने अपनी पहली उड़ान 27 अप्रैल 2005 को भरी थी. इसके बाद बोइंग 747-8 विमान 747 कैटेगरी का सबसे नया और सबसे बड़ा जहाज है. यह विमान यात्री और कार्गो दोनों के लिए है. इस विमान की लंबाई 76.3 मीटर है. इसकी वजह है कि यह सबसे लंबा यात्री विमान बना है.
कौन सी सीट होती है सुरक्षित?
अक्सर ये सवाल पूछा जाता है कि यात्री विमान में कौन सी सीट सबसे सुरक्षित होती है? हालांकि किसी भी विमान में बचने वाले यात्रियों की बात इस पर निर्भर करती है कि विमान हादसा कहां और कैसे हुआ है. लेकिन एक स्टडी के मुताबिक विमान के पीछे की मिडिल सीटों पर बैठे लोगों की डेथ रेट 28% है. वहीं सबसे कम सुरक्षित सीट केबिन की मिडिल थर्ड सीट होती है. दरअसल मिडिल सीटों पर बैठे यात्रियों को उनके दोनों ओर बैठे लोगों से सुरक्षा मिल जाती है. लेकिन हादसा कैसे हो रहा है, ये बड़ा सवाल होता है.
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Source: IOCL