मरने से पहले यह पक्षी दोगुनी कर लेता है उम्र, नहीं जानते होंगे आप
धरती पर जो भी इंसान और जानवर जन्म लेता है, उसकी मृत्यु निश्चित होती है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पक्षी के बारे में बताने वाले हैं, जो मरने से पहले दोबारा जन्म ले सकता है. जानिए कौन है वो पक्षी.

धरती पर लाखों प्रजाति के जीव-जंतु पाए जाते हैं. सभी जीवों की अपनी एक खासियत होती है. लेकिन इन सबसे एक बावजूद जो सच है वो है ‘मौत’. धरती पर जन्म लेना वाला इंसान हो या जानवर हर किसी की मृत्यु निश्चित है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पक्षी के बारे में बताने वाले हैं, जो मरने से पहले अपनी उम्र दोगुनी कर लेता है. जी हां, ये सच है.
धरती पर असंख्य जीव-जंतु
धरती पर इंसानों की आबादी जहां 800 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है, वहीं जीव-जंतु असंख्य मौजूद हैं. कई जीव-जंतु तो ऐसे भी हैं, जिनकी आज तक इंसानों ने खोज नहीं कर पाई है. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे जानवर के बारे में बताने वाले हैं, जो मरने से पहले अपनी उम्र बढ़ा लेता है. हां, आपको ये पढ़कर आश्चर्य होगा, लेकिन ये सच है कि एक पक्षी ऐसा है, जो अपनी उम्र बढ़ा सकता है.
मृत्युलोक में जाना निश्चित
बता दें कि इस धरती पर जो भी जन्म लेता है, उसकी मृत्यु निश्चित होती है. सनातन धर्म में इसे मृत्युलोक कहा गया है। क्योंकि आज तक धरती पर जन्म लेने वाले राजा-महाराजा समेत कोई धनवान व्यक्ति अपनी मृत्यु को टाल नहीं पाया है. लेकिन मेडिकल साइंस के विशेषज्ञ वैज्ञानिक के मुताबिक एक ऐसा पक्षी है, जो चाहे तो वृद्धावस्था के बाद फिर से जवान हो सकता है. असल में उसकी आयु 40 वर्ष होती है, लेकिन यदि वह चाहे तो पुनर्जीवन प्रक्रिया के बाद 30 वर्ष और जिंदा रह सकता है.
कौन है ये जानवर?
अब आपके मन में सवाल आ रहा होगा कि आखिर ये जानवर कौन है, जो अपनी उम्र बढ़ा लेता है. इस पक्षी का नाम बाज है. जानकारी के मुताबिक बाज आसमान में 320 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से उड़ता है. वहीं उसके पंख पतले तथा मुड़े हुए होते हैं, इसीलिए वह सामान्य से ज्यादा गति से उड़ पाता है. बाज को लेकर एक लाइन हर कोई इस्तेमाल करता है ‘बाज की नजर’. दरअसल बाज की नजर से कोई बच नहीं पाता है.
जानकारी के मुताबिक बाज पक्षी एक जीवन में दो बार जन्म ले सकता है. हालांकि यह फैसला उसे खुद करना होता है. बता दें कि बाज पक्षी की औसत उम्र 40 वर्ष होती है, लेकिन यदि वह चाहे तो 30 वर्ष और जी सकता है. रिसर्च के मुताबिक 40 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद बाज के उड़ने की क्षमता खत्म होने लगती है. जिसके बाद वह ऊंचाई पर जाकर बैठ जाता है. इस दौरान वह अपने नाखूनों को पत्थर पर रगड़ रगड़ कर तोड़ देता है और अपने पंखों को अपनी चोंच से तोड़ देता है. इतना ही नहीं अंत में वह अपने चोंच को पत्थर पर पटक कर तोड़ देता है. इसके बाद लगभग 5 महीने तक दर्द में वह वहीं रहता है. इस दौरान उसके शरीर में नए पंख, नाखून और चोंच आ जाते हैं. जिसके बाद वह एक बार फिर ऊंची उड़ान भरने और शिकार करने के लिए तैयार हो जाता है. एक्सपर्ट के मुताबित लाइफ के दूसरी पारी में बाज पक्षी करीब 30 साल तक जिंदा रहता है. हालांकि इसके लिए उसे एक दर्दनाक पीड़ा से होकर गुजरना पड़ता है.
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Source: IOCL























