एक्सप्लोरर

सिर्फ मेंटल हेल्थ ही नहीं होती आत्महत्या की वजह, इन कारणों से भी युवा ले रहे हैं अपनी जान

महिलाओं में जहां 71 फीसदी आत्महत्या के मामले 15 से 39 साल की उम्र के बीच के थे, वहीं पुरुषों में 58 फीसदी आत्महत्या के मामलों में मृतकों की उम्र 15 से 39 वर्ष थी.

भारत में आत्महत्या के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. खासतौर से युवाओं में आत्महत्या के मामले देश के लिए ना सिर्फ चिंता का विषय हैं, बल्कि बड़ी समस्या भी बन गए हैं. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2022 में देश में कुल 1.71 लाख लोगों ने आत्महत्या कर ली. ये आंकड़े दुनिया में सबसे अधिक थे.

आत्महत्या के मामलों की गंभीरता को देखते हुए पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट्स ने सोमवार को पॉलिसी मेकर्स यानी नीति निर्माताओं से अनुरोध किया कि वह इन मामलों की तरफ ध्यान दें और इन मामलों के लिए सिर्फ मेंटल हेल्थ को ही कारण ना मानें, बल्कि सोशल रिस्क फैक्टर्स को भी इसमें एक बड़ा कारण मानें.

इन प्रयासों पर जोर देना होगा

पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट्स ने कहा कि आत्महत्या के मामलों को कम करने के लिए हमें अपनी इमरजेंसी हेल्पलाइन को दुरुस्त करना होगा. इसके अलावा राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीतियों में सामाजिक कारकों के खतरे को भी शामिल करना होगा. आपको बता दें, हेल्थ एक्सपर्ट्स राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीतियों के दायरे को बढ़ाने की मांग बहुत पहले से कर रहे हैं.

आंकड़ों से समझिए भारत में आत्महत्या की गंभीरता

द टेलिग्राफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 में एक शोध हुआ जिसमें पता चला कि साल 2016 में भारत में 2 लाख 30 हजार लोगों ने आत्महत्या की. इसके अलावा इस रिसर्च में इस बात का भी खुलासा हुआ कि साल 1990 में जहां वैश्विक आत्महत्या मौतों के मामले में भारत की हिस्सेदारी 25 फीसदी थी. साल 2016 में ये बढ़कर 36 फीसदी हो गई.

युवाओं में मृत्यु का बड़ा कारण आत्महत्या

इसी रिसर्च में बताया गया कि युवाओं में मृत्यु का एक प्रमुख कारण आत्महत्या भी है. दरअसल, महिलाओं में जहां 71 फीसदी आत्महत्या के मामले 15 से 39 साल की उम्र के बीच के थे, वहीं पुरुषों में 58 फीसदी आत्महत्या के मामलों में मृतकों की उम्र 15 से 39 वर्ष थी.

मंदी में सोशल रिस्क फैक्टर्स पर ध्यान देना होगा

विशेषज्ञों के एक इंटरनेशनल पैनल ने आर्थिक मंदी की आहट को देखते हुए चेताया है कि आत्महत्या के मामलों से निपटना अब पहले के मुकाबले ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. द लैंसेट में छपी एक रिसर्च रिपोर्ट में पांच पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट्स का पैनल लिखता है कि आत्महत्या के मामलों में सामाजिक कारकों पर ध्यान देने की जरूरत है. इसके अलावा, किन वजहों से लोग आत्महत्या करते हैं, आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए हम क्या कर सकते हैं, इसके बारे में गंभीरता से सोचने की जरूरत है.

एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं

साल 2022 में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक राष्ट्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति जारी की थी. इसमें आत्महत्या के कारणों में पूरा जोर मानसिक स्वास्थ्य पर दिया गया था. हालांकि, एक्सपर्ट्स इस पर सहमत नहीं हैं. नई दिल्ली स्थित पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया में पब्लिक हेल्थ की प्रोफेसर और न्यू पेपर की को-ऑथर राखी डंडोना द टेलिग्राफ को दिए अपने इंटरव्यू में कहती हैं, 'मानसिक स्वास्थ्य सहायता उन लोगों के लिए जरूरी है जो मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के कारण आत्महत्या कर सकते हैं, लेकिन यह उन लोगों के लिए समाधान नहीं है जो कर्ज या घरेलू हिंसा या अन्य कारणों की वजह से आत्महत्या करते हैं."

ये भी पढ़ें: फर्जी एनकाउंटर के मामले में इस राज्य की पुलिस सबसे ज्यादा बदनाम, कैसे लगा यह ठप्पा?

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

'हमें मदद मिले तो हम भारत जाना चाहेंगे...', बांग्लादेश में मारे गए दीपू के भाई ने सुनाई दहशत की पूरी कहानी
'हमें मदद मिले तो हम भारत जाना चाहेंगे...', बांग्लादेश में मारे गए दीपू के भाई ने सुनाई दहशत की पूरी कहानी
दिल्ली में सेकेंड हैंड कार-बाइक खरीदने के नियम में बड़ा बदलाव, जान लें अपडेट, वरना होगा एक्शन
दिल्ली में सेकेंड हैंड कार-बाइक खरीदने के नियम में बड़ा बदलाव, जान लें अपडेट, वरना होगा एक्शन
दिग्गज क्रिकेटर के घर टूटा दुखों का पहाड़, पिता के निधन पर किया इमोशनल पोस्ट
दिग्गज क्रिकेटर के घर टूटा दुखों का पहाड़, पिता के निधन पर किया इमोशनल पोस्ट
किस देश में हर घंटे हो रही सबसे ज्यादा लोगों की मौत, रिपोर्ट में सामने आए हैरान करने वाले आंकड़े, जानें भारत कौनसे नंबर पर
किस देश में हर घंटे हो रही सबसे ज्यादा लोगों की मौत, रिपोर्ट में सामने आए हैरान करने वाले आंकड़े

वीडियोज

Top News: अभी की बड़ी खबरें | Humayun Kabir | Bangladesh Protest | TMC | UP Winter Session
Aravali Hills: प्रदूषण पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने दिया हर सवाल का जवाब| Hills Protest | abp News
Aravali Hills: अरावली विवाद को लेकर जगह-जगह विरोध | Hills Protest | Aravali Protest | abp News
Aravali Hills: राजस्थान के सिरोही में बड़ा प्रदर्शन | Hills Protest | Aravali Protest | abp News
CM Yogi VS Akhilesh Yadav: 'दो नमूने' पर हो गया योगी VS अखिलेश...किसने क्या कहा? | Akhilesh Yadav

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'हमें मदद मिले तो हम भारत जाना चाहेंगे...', बांग्लादेश में मारे गए दीपू के भाई ने सुनाई दहशत की पूरी कहानी
'हमें मदद मिले तो हम भारत जाना चाहेंगे...', बांग्लादेश में मारे गए दीपू के भाई ने सुनाई दहशत की पूरी कहानी
दिल्ली में सेकेंड हैंड कार-बाइक खरीदने के नियम में बड़ा बदलाव, जान लें अपडेट, वरना होगा एक्शन
दिल्ली में सेकेंड हैंड कार-बाइक खरीदने के नियम में बड़ा बदलाव, जान लें अपडेट, वरना होगा एक्शन
दिग्गज क्रिकेटर के घर टूटा दुखों का पहाड़, पिता के निधन पर किया इमोशनल पोस्ट
दिग्गज क्रिकेटर के घर टूटा दुखों का पहाड़, पिता के निधन पर किया इमोशनल पोस्ट
किस देश में हर घंटे हो रही सबसे ज्यादा लोगों की मौत, रिपोर्ट में सामने आए हैरान करने वाले आंकड़े, जानें भारत कौनसे नंबर पर
किस देश में हर घंटे हो रही सबसे ज्यादा लोगों की मौत, रिपोर्ट में सामने आए हैरान करने वाले आंकड़े
100 करोड़ कमाना आज आम बात है, लेकिन पहली बार ऐसा करने वाला एक्टर कौन था?
100 करोड़ कमाना आज आम बात है, लेकिन पहली बार ऐसा करने वाला एक्टर कौन था?
Moscow Bomb Blast: व्लादिमीर पुतिन को लगा बड़ा झटका! मॉस्को में कार बम धमाके में रूसी जनरल की मौत
व्लादिमीर पुतिन को लगा बड़ा झटका! मॉस्को में कार बम धमाके में रूसी जनरल की मौत
सांस और दिल की बीमारी तक सीमित नहीं रहा पॉल्यूशन, मां बनने में भी बन रहा बाधा
सांस और दिल की बीमारी तक सीमित नहीं रहा पॉल्यूशन, मां बनने में भी बन रहा बाधा
अमेरिका के 1 लाख पाकिस्तान में हो जाएंगे कितने? जानिए चौंकाने वाला आंकड़ा
अमेरिका के 1 लाख पाकिस्तान में हो जाएंगे कितने? जानिए चौंकाने वाला आंकड़ा
Embed widget