अपराधियों के लिए स्वर्ग की तरह है ये देश, भागकर हर कोई लेता है यहां पनाह
कुछ जगहे ऐसी हैं जो अपराधियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं है, उन्हीं में एक देश है लंदन. जहां ज्यादातर अपराधी शरण लेते हैं, लेकिन क्यों? चलिए जानते हैं.
दुनियाभर में अपराधी, अपराध करने के बाद किसी ऐसी जगह छुपना चाहते हैं जहां उन्हें पुलिस ढूंढ न सके या ढूंढ भी ले तो उन्हें पकड़ ना सके. अपनी इस मंशा में कई अपराधी सफल भी हो जाते हैं और दूसरे देश में जाकर पनाह ले लेते हैं. कुछ देश अपराधियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं हैं. उन्हीं में से एक देश ऐसा है जहां सबसे ज्यादा अपराधी जाकर शरण लेना पसंद करते हैं.
इस देश को अपराधी मानते हैं अपना स्वर्ग
लंदन, एक ऐसा शहर है जो अपनी ऐतिहासिक धरोहर, विविधता और संस्कृति के लिए जाना जाता है. पिछले कुछ समय से यह शहर अपराधियों के लिए एक स्वर्ग की तरह बनता जा रहा है. कई अपराधी अलग-अलग देशों से भागकर लंदन में पनाह लेने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है?
तो बता दें कि लंदन की एक खासियत यह है कि यहां की पुलिस और न्याय प्रणाली को विश्वसनीय माना जाता है. अपराधी अक्सर ऐसे शहरों की तलाश में रहते हैं जहां उन्हें गिरफ्तारी का खतरा कम हो. लंदन में शरण लेना अपराधियों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है क्योंकि यहां की प्रणाली में कई बार कानूनी जटिलताएं होती हैं जो उन्हें सुरक्षित रखती हैं. हाल ही में आई एक रिपोर्ट में बताया गया कि लंदन में कई ऐसे संदिग्ध व्यक्ति पाए गए हैं जो अपनी आपराधिक गतिविधियों से भागकर यहां पहुंचे हैं. उनमें से कुछ ने स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर आपराधिक गतिविधियों को जारी रखा है.
यह भी पढ़ें: इजरायल और सऊदी में युद्ध हुआ तो कितने लोगों की हो सकती है मौत? रूस यूक्रेन से भी ज्यादा होगी तबाही!
भारत के कितने अपराधियों ने यहां ली शरण?
गौरतलब है कि पिछले साल भारत ने ब्रिटेन को 57 भगोड़ों की लिस्ट दी थी और ब्रिटेन ने भी भारत को 17 भगोड़ों की लिस्ट दी थी. आंकड़ों की मानें तो 2013 से अब तक 5500 भारतीयों ने ब्रिटेन में शरण ले रखी है हालांकि इनमें सभी अपराधी नहीं हैं.
बता दें भारत और ब्रिटेन ने 1992 में प्रत्यर्पण संधि पर हस्ताक्षर किए थे. वहीं ब्रिटेन ने अब तक केवल एक भारतीय समीरभाई विनुभाई पटेल को 2016 में प्रत्यर्पित किया था. इसके बाद ब्रिटेन ने अबतक किसी भी भगोड़े को भारत को नहीं सौंपा है. वहीं भारत अब तक दो अपराधियों को ब्रिटेन को सौंप चुका है.
अपराधियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं लंदन
लंदन को अपराधियों के लिए एक स्वर्ग के रूप में देखा जा रहा है, लेकिन स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस समस्या को गंभीरता से लिया है. पिछले कुछ समय में लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने एक खास अभियान शुरू किया, जिसका उद्देश्य आपराधिक तत्वों को खत्म करना है. इस अभियान के तहत, पुलिस ने कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया है और आपराधिक गतिविधियों पर काबू पाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं.
यह भी पढ़ें: यहां बनते हैं सबसे ज्यादा भारतीय ट्रेनों के कोच, दुनिया में सबसे बड़ी रेल फैक्ट्रियों में एक