हेलिकॉप्टर क्रैश और प्लेन क्रैश में क्या होता है अंतर, किसमें मिलता है जान बचाने के लिए ज्यादा वक्त?
Kedarnath Helicopter Crashed: केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना का शिकार हो गया है. इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई है. आइए जानते हैं कि हेलिकॉप्टर क्रैश और प्लेन क्रैश में क्या अंतर है.

Kedarnath Helicopter Crashed: अभी अहमादाबाद विमान हादसे को लोग भूल भी नहीं पाए थे कि अब एक और हादसा हो गया है. बीते दिन गुप्तकाशी से केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरने वाले आर्यन एविएशन का हेलीकॉप्टर गौरीकुण्ड-सोनप्रयाग के जंगलों में क्रैश हो गया है. इस हादसे में पायलट समेत सभी सात लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि मौसम खराब होने की वजह से यह हादसा हुआ है. इसके लिए भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. वहीं बीते 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन हादसे का शिकार हो गया था. इस हादसे 241 लोगों की मौत हो गई. उस वक्त जो तस्वीरें सामने आईं वो बड़ी भयावह थीं. आइए जानें कि हेलीकॉप्टर क्रैश और प्लेन क्रैश में क्या अंतर होता है.
हेलीकॉप्टर कैसे क्रैश होता है
हेलीकॉप्टर जब उड़ता है तो वह अपने पंखों के सहारे उड़ता है. वो पंखे जब हवा को नीचे फेंकते हैं तब हेलीकॉप्टर ऊपर की ओर जाता है. अगर हेलीकॉप्टर में सुरक्षा के लिहाज से पैराशूट है और उसमें बैठने वाला लोग खतरे को भांपते हुए नीचे की तरफ पैराशूट के सहारे उड़ान भर लेते हैं तो भले ही उनके बचने की संभावना होती है. लेकिन अगर हेलीकॉप्टर के पंखों में किसी भी तरह दिक्कत आई जैसे कि उसमें कोई तकनीकी गड़बड़ी होना, किसी पक्षी का टकराना या फिर कोई और वजह तो ऐसी स्थिति में पायलट के पास अगर मौका है तो वो हेलीकॉप्टर से कूदकर अपनी जान बचा सकता है. अन्यथा उसके क्रैश होने की पूरी संभावना होती है.
हेलीकॉप्टर क्रैश में कैसे मरते हैं लोग
दरअसल हेलीकॉप्टर सीधे ऊपर की ओर उठता है और वो नीचे भी सीधा उतरता है. ऐसे में अगर पंखों में कोई दिक्कत आती है तो हेलीकॉप्टर सीधा-सीधा नीचे की तरफ गिरता है और क्रैश हो जाता है. इस क्रैश में लोग हेलीकॉप्टर में दबने के साथ-साथ आग लगने से भी मर जाते हैं.
प्लेन कैसे क्रैश होता है
वहीं हवाई जहाज की बात करें तो हवाई जहाज भी अपने दोनों परों के सहारे उड़ता है लेकिन वो सीधा सीधा ऊपर न जाते हुए आगे की तरफ बढ़कर उड़ता है. उसके परों में विंग फ्लैप्स लगी होती हैं, जिनको पायलट कंट्रोल करता है. अगर किसी वजह से हवाई जहाज के इंजन बंद भी हो जाते हैं तो वो हवा में कम से कम तब तक उड़ेगा जब तक वो नीचे नहीं उतर जाता. कोई भी हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर की तरह सीधे नीचे नहीं गिरता है. ऐसी परिस्थिति में वो आगे की तरफ बढ़ते हुए नीचे उतरता है. तो अगर कभी ऐसी दिक्कत आती है और विमान को आपातकालीन परिस्थिति में नीचे उतारना होता है, तो पायलट उसको कंट्रोल करता है.
प्लेन क्रैश में कैसे मरते हैं लोग
हवाई जहाज में हेलीकॉप्टर की तरह दबने से मौत नहीं होती है. अगर हवाई जहाज क्रैश होने से पहले उससे कूद गया तो भले ही उसे चोट लगे, लेकिन जान बच जाती है. वहीं हवाई जहाज सीधा नीचे नहीं गिरता है, इसलिए दबने की बजाए उसमें आग लग जाने से लोग मरते हैं. ऐसे में देखा जाए तो हवाई जहाज में बचने के लिए थोड़ा सा वक्त तो मिलता है, लेकिन हेलीकॉप्टर के साथ ऐसा नहीं है.
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Source: IOCL
























