पाकिस्तान में कोई भी कल का सूरज नहीं देख पाएगा...अटल बिहारी वाजपेयी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से क्यों कही थी ये बात
कारगिल युद्ध के समय पाकिस्तान ने परमाणु हमले की धमकी दी थी, जिसको लेकर अमेरिका टेंशन में आ गया था. हालांकि, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा जवाब दिया जिससे हर कोई सन्न रह गया था.

भारत के साथ हाल ही में हुए सैन्य संघर्ष में पाकिस्तान को एक बार फिर मुंह की खानी पड़ी है. इससे पहले भारत चार बार पाकिस्तान को घुटनों पर ला चुका है. दरअसल, बंटवारे के बाद से ही पाकिस्तान भारत के लिए सिरदर्द बना हुआ है. पाकिस्तान ने 1947 से लेकर अब तक चार बार भारत पर हमला किया है और हर बार भारत ने उसे सबक सिखाया है. इसमें सबसे खतरनाक कारगिल युद्ध को माना जाता है, जो करीब तीन महीने तक चला था.
अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में पाकिस्तान ने 1999 में कारगिल पर हमला कर दिया था, जिसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान को वो सबक सिखाया जो पाकिस्तान को हमेशा याद रहेगा. इस जंग में भारत ने अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश को अभी अपने तेवर दिखाए थे. दरअसल, जंग में खुद को हारता देख पाकिस्तान, अमेरिका पास यह गुहार लगाने के लिए पहुंचा था कि भारत युद्ध रोक दे. जब अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस संबंध में अटल बिहार वाजपेयी से बात की तो उन्होंने सख्त तेवर दिखाते हुए कहा था कि पाकिस्तान कल का सूरज नहीं देखेगा. भारत के इस सख्त तेवरों से अमेरिका भी घबरा गया था, आइए जानते हैं यह पूरा किस्सा...
जंग में हारता देख अमेरिका के पास पहुंचा था पाकिस्तान
कारगिल की जंग में भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान को खदेड़ना शुरू कर दिया था. नौबत पाकिस्तान के एक बार फिर हारने की आ गई थी, जिसके बाद पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत को जंग रोकने पर मजबूर करने के लिए अमेरिका से गुहार लगाई. पाकिस्तान ने भारत को गीदड़ भभकी देते हुए कहा था कि अगर भारत युद्ध नहीं रोकेगा तो पाकिस्तानी सेना परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगी. यह सुनकर अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन टेंशन में आ गए और उन्होंने इस संबंध में भारत से बात की और पाकिस्तान द्वारा परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बताई. इसका जिक्र अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने अपनी आत्मकथा My Life में भी किया है. उन्होंने लिखा है कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी को ऐसी खबर मिली थी कि पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने के लिए अपने परमाणु हथियारों को तैयार रखा था.
कल का सूरज नहीं देख पाएगा पाकिस्तान...
कारगिल जंग में पाकिस्तान ने अमेरिका के जरिए भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की थी. इसको लेकर अटल बिहारी बाजपेयी ने अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के नाम एक गोपनीय पत्र लिखा था. इस पत्र में भारत ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए लिखा था कि अगर पाकिस्तान ने अपने सैनिकों को कारगिल से वापस नहीं बुलाया तो संभव है कि पाकिस्तान के लोग कल का सूरज न देख पाएं. भारत के रुख को देखते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने अटल जी को फोन किया और पाकिस्तान की ओर से संभावित परमाणु हमले की बात की और चिंता जताई, जिसके जवाब में अटल जी ने एक बार फिर कहा कि पाकिस्तान अगर परमाणु बम से हमला करता है तो भारत का ज्यादा कुछ नहीं बिगड़ेगा, लेकिन मैं आपको इसके लिए आश्वस्त करता हूं कि पाकिस्तान कल का सूरज जरूर नहीं देख पाएगा. भारत का रुख देखते हुए अमेरिका ने तुरंत पाकिस्तान को घुसपैठ रोकने और एलओसी से सैनिकों को हटाने का आदेश दिया था.
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Source: IOCL























