Operation Sindoor: क्या काम करती है आर्मी की SIGNALS कोर, जिसमें कर्नल की पोस्ट पर तैनात हैं सोफिया कुरैशी
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने के लिए नई दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह सामने आए.

Operation Sindoor: भारतीय सेना ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान के अंदर मौजूद कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइल से एयर स्ट्राइक की है. इस ऑपरेशन का नाम भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर रखा है. हमले को भारतीय सेना और वायुसेना ने मिलकर अंजाम दिया है. इस स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से भी जवाबी कार्रवाई की गई और पाकिस्तान आर्मी ने भी एलओसी पार और इंटरनेशनल बॉर्डर पार से आर्टिलरी फायर कर दी है. ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने के लिए नई दिल्ली के नेशनल मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह सामने आए और सभी को विस्तार से इस हमले के बारे में बताया.
वहीं इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद से कर्नल सोफिया कुरैशी सोशल मीडिया पर काफी ट्रेंड कर रही हैं. सोशल मीडिया यूजर उनके बारे में लगातार सर्च कर रहें हैं और उनके बारे में जानना चाहते हैं. ऐसे में चलिए हम आपको बताते हैं कि कर्नल सोफिया कुरैशी कौन हैं और किस पोस्ट पर तैनात हैं
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी
ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने वाली लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी गुजरात के वडोदरा की रहने वाली हैं. सोफिया कुरैशी जन्म 1981 में हुआ था और उन्होंने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. इसके बाद सोफिया कुरैशी ने पीएचडी की पढ़ाई शुरू की, लेकिन पीएचडी छोड़कर सोफिया कुरैशी ने साल 1999 में आर्मी जॉइन कर ली. वहीं अब सोफिया क़ुरैशी एक आर्मी ट्रेनिंग contingent को लीड करने वाली पहली महिला अधिकारी हैं. इसके अलावा साल 2016 में सोफिया ने एक्सरसाइज फोर्स 18 में भारतीय दल का नेतृत्व किया था. इस सैन्य अभ्यास में भाग लेने 18 देश के सैन्य दलों में कर्नल सोफिया कुरैशी एकमात्र महिला कमांडर थीं.
रिपोर्ट्स के अनुसार कर्नल सोफिया कुरैशी सैन्य परिवार से हैं, उनके दादा भी भारतीय सेना में शामिल थे. इसके साथ ही सोफिया की शादी भी मैकेनाइज्ड इन्फेंट्री के एक अधिकारी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुई है. सोफिया ने चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से ट्रेनिंग ली है और वह साल 1999 में भारतीय सेना में शामिल हुईं. वहीं अब कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना के SIGNALS कोर की पहली महिला अफसर हैं.
क्या काम करती है आर्मी की SIGNALS कोर?
SIGNALS कोर भारतीय सेना की एक बहुत ही जरूरी शाखा (ब्रांच) है. इसका काम सेना और दूसरी शाखाओं के बीच अच्छा और सुरक्षित कम्युनिकेशन बनाए रखना है. यह शाखा सेना को सूचना तकनीक (आईटी) और साइबर सुरक्षा जैसी सेवाएं देती है. SIGNALS कोर सेना में सभी तरह के कम्युनिकेशन और आईटी सिस्टम को बनाने, चलाने और बनाए रखने का काम करती है. इसके अलावा SIGNALS कोर का काम सेना के मिशनों में कमांडरों को जुड़े रहने में मदद करना भी है.
SIGNALS कोर साइबर हमलों से सेना के नेटवर्क की सुरक्षा करना और कंप्यूटर, डेटा सेंटर, सर्वर और सुरक्षित नेटवर्क को संभालने जैसे अहम काम भी करती है. SIGNALS कोर के अंदर कई खास टीमें होती हैं. जिसमें पहली इलेक्ट्रॉनिक युद्ध टीम है, जो दुश्मन के कमीनिकेशन में बाधा डालती हैं और निगरानी रखती हैं. वहीं दूसरी साइबर टीमें हैं जो सेना के नेटवर्क को हैकिंग से बचाती हैं. इसके बाद वायु रक्षा संचार टीम है, जो हवाई हमलों के समय सही कम्युनिकेशन बनाए रखने का काम करती है.
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