एक्सप्लोरर

Minorities Rights Day 2025: अल्पसंख्यकों को सबसे पहले कौन-सा अधिकार मिला था, इससे उन्हें क्या हुआ फायदा?

अल्पसंख्यक समुदायों की अपनी अलग पहचान, भाषा, संस्कृति और धार्मिक परंपराएं होती हैं. अगर इन्हें संरक्षण न मिले, तो समय के साथ ये परंपराएं कमजोर हो सकती हैं या समाप्त भी हो सकती हैं.

भारत एक ऐसा देश है जहां अनेक धर्म, भाषाएं, संस्कृतियां और परंपराएं साथ-साथ बढ़ती हैं. यही विविधता भारत की सबसे बड़ी ताकत है. लेकिन इस विविधता को बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि समाज के हर वर्ग को समान अधिकार और सुरक्षा मिले, खासकर उन समुदायों को जो संख्या में कम हैं, जिन्हें हम अल्पसंख्यक कहते हैं.

अल्पसंख्यक समुदायों की अपनी अलग पहचान, भाषा, संस्कृति और धार्मिक परंपराएं होती हैं. अगर इन्हें संरक्षण न मिले, तो समय के साथ ये परंपराएं कमजोर हो सकती हैं या समाप्त भी हो सकती हैं. इसी कारण भारत के संविधान निर्माताओं ने आजादी के बाद ही अल्पसंख्यकों के अधिकारों को विशेष महत्व दिया. इसी सोच के तहत भारत में हर साल 18 दिसंबर को अल्पसंख्यक अधिकार दिवस मनाया जाता है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि देश अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की रक्षा करने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. भारत में यह दिवस 2013 से मनाया जा रहा है, जो संयुक्त राष्ट्र की 18 दिसंबर 1992 की घोषणा से प्रेरित है. ऐसे में आइए जानते हैं कि अल्पसंख्यकों को सबसे पहले कौन-सा अधिकार मिला था और इससे उन्हें क्या फायदा हुआ. 

अल्पसंख्यकों को सबसे पहला अधिकार कौन-सा मिला?

भारत में अल्पसंख्यकों को जो सबसे पहला और सबसे जरूरी अधिकार मिला, वह संस्कृति और शिक्षा से जुड़े अधिकार है, जो संविधान के अनुच्छेद 29 और अनुच्छेद 30 में दिए गए हैं. इन अधिकारों का उद्देश्य अल्पसंख्यक समुदायों की पहचान, भाषा, संस्कृति और शिक्षा को सुरक्षित रखना है. 
 
अनुच्छेद 29 क्या है?

अनुच्छेद 29(1) के अनुसार, अगर किसी समुदाय की अपनी अलग भाषा, लिपि या संस्कृति है, तो उसे उसे बचाने और आगे बढ़ने का पूरा अधिकार है. इससे अल्पसंख्यकों को ये फायदा हुआ कि वो अपनी भाषा और परंपराओं को खुलकर अपना सके, उनकी सांस्कृतिक पहचान सुरक्षित रही, किसी भी तरह के भेदभाव से उन्हें संरक्षण मिला और वह अपने त्यौहार, रीति-रिवाज और परंपराएं बिना डर के निभा सके. 

अनुच्छेद 30 क्या है?

अनुच्छेद 30(1) के अनुसार, धर्म या भाषा के आधार पर सभी अल्पसंख्यकों को यह अधिकार है कि वे अपनी पसंद के शैक्षणिक संस्थान खोल सकें और उनका संचालन कर सकें. अनुच्छेद 30(2) यह भी कहता है कि सरकार किसी शैक्षणिक संस्था के साथ सिर्फ इस कारण भेदभाव नहीं कर सकती कि वह किसी अल्पसंख्यक समुदाय के तहत चलाई जा रही है. इससे अल्पसंख्यकों को ये फायदा मिला कि वह अपने बच्चों को अपनी संस्कृति और मूल्यों के अनुसार शिक्षा दे सके, अल्पसंख्यक समुदायों में शिक्षा का स्तर बढ़ा, मदरसे, मिशनरी स्कूल, सिख और बौद्ध शिक्षण संस्थान विकसित हुए और समाज की मुख्यधारा से जुड़ने के अवसर मिले. 
 
इन अधिकारों से  उन्हें क्या हुआ फायदा?

इन शुरुआती अधिकारों ने अल्पसंख्यकों को कई तरह से सशक्त किया और उन्हें लगा कि संविधान उनकी पहचान के साथ खड़ा है. साथ ही उनकी शैक्षिक प्रगति हुई. विशेष योजनाओं और संस्थानों से पढ़ाई के अवसर मिले.  भाषा, धर्म और परंपराएं सुरक्षित रहें, इसके अलावा समानता का एहसास हुआ. वह खुद को देश का बराबर का नागरिक महसूस करने लगे. 

यह भी पढ़ें पहले किसी दूसरे की बीवी को भगाओ…फिर बनाओ दुल्हन, ये है दुनिया का सबसे अजीब रिवाज

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Russia Muslim Population: इस देश में 2030 तक एक तिहाई होंगे मुस्लिम? बदल रहा जनसंख्या का आंकड़ा, जानें हिंदुओं की स्थिति
इस देश में 2030 तक एक तिहाई होंगे मुस्लिम? बदल रहा जनसंख्या का आंकड़ा, जानें हिंदुओं की स्थिति
कला जगत के युग का अंत, स्टैच्यू ॲाफ यूनिटी बनाने वाले मशहूर मूर्तिकार राम सुतार का निधन
कला जगत के युग का अंत, स्टैच्यू ॲाफ यूनिटी बनाने वाले मशहूर मूर्तिकार राम सुतार का निधन
Indian VS Iran Currency: भारत का 10 हजार इस मुस्लिम देश में आपको बना सकता है अमीर! करेंसी की वैल्यू सुनकर उड़ेंगे होश
भारत का 10 हजार इस मुस्लिम देश में आपको बना सकता है अमीर! करेंसी की वैल्यू सुनकर उड़ेंगे होश
IND VS SA: पैसा वापस करो… लखनऊ टी20 रद्द होने पर किसका फूटा गुस्सा, देखिए वीडियो
IND VS SA: पैसा वापस करो… लखनऊ टी20 रद्द होने पर किसका फूटा गुस्सा, देखिए वीडियो
Advertisement

वीडियोज

UP News:स्कूल के मिड-डे मील में रेंगते मिले कीड़े, हड़कंप मचने के बाद BSA ने बैठाई जांच! | Mau
Janhit with Chitra Tripathi : सोनिया-राहुल को मिली राहत पर राजनीति? | National Herald Case
डांस रानी या ईशानी की नौकरानी ? Saas Bahu Aur Saazish (17.12.2025)
Sandeep Chaudhary: नीतीश की सेहत पर बहस, CM पद को लेकर बड़ा सवाल | Nitish Kumar Hijab Row
Bharat Ki Baat: असल मुद्दों पर सियासत..'राम-राम जी'! | VB–G RAM G Bill | BJP Vs Congress
Advertisement

फोटो गैलरी

Advertisement
Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Russia Muslim Population: इस देश में 2030 तक एक तिहाई होंगे मुस्लिम? बदल रहा जनसंख्या का आंकड़ा, जानें हिंदुओं की स्थिति
इस देश में 2030 तक एक तिहाई होंगे मुस्लिम? बदल रहा जनसंख्या का आंकड़ा, जानें हिंदुओं की स्थिति
कला जगत के युग का अंत, स्टैच्यू ॲाफ यूनिटी बनाने वाले मशहूर मूर्तिकार राम सुतार का निधन
कला जगत के युग का अंत, स्टैच्यू ॲाफ यूनिटी बनाने वाले मशहूर मूर्तिकार राम सुतार का निधन
Indian VS Iran Currency: भारत का 10 हजार इस मुस्लिम देश में आपको बना सकता है अमीर! करेंसी की वैल्यू सुनकर उड़ेंगे होश
भारत का 10 हजार इस मुस्लिम देश में आपको बना सकता है अमीर! करेंसी की वैल्यू सुनकर उड़ेंगे होश
IND VS SA: पैसा वापस करो… लखनऊ टी20 रद्द होने पर किसका फूटा गुस्सा, देखिए वीडियो
IND VS SA: पैसा वापस करो… लखनऊ टी20 रद्द होने पर किसका फूटा गुस्सा, देखिए वीडियो
IPL 2026 ऑक्शन में सबसे बड़ा उलटफेर! बेहद 'मामूली रकम' में बिके ये 5 दिग्गज खिलाड़ी
IPL 2026 ऑक्शन में सबसे बड़ा उलटफेर! बेहद 'मामूली रकम' में बिके ये 5 दिग्गज खिलाड़ी
Foods That Cause Cavities: इन चीजों को खाने से दांतों में जल्दी होती है कैविटी, आज ही देख लें पूरी लिस्ट
इन चीजों को खाने से दांतों में जल्दी होती है कैविटी, आज ही देख लें पूरी लिस्ट
Minorities Rights Day 2025: अल्पसंख्यकों को सबसे पहले कौन-सा अधिकार मिला था, इससे उन्हें क्या हुआ फायदा?
अल्पसंख्यकों को सबसे पहले कौन-सा अधिकार मिला था, इससे उन्हें क्या हुआ फायदा?
एयर प्यूरीफायर लेने जा रहे हैं? खरीदने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
एयर प्यूरीफायर लेने जा रहे हैं? खरीदने से पहले जान लें ये जरूरी बातें
Embed widget