ICC Women's World Cup 2025: जब रॉड्रिगेज के पिता पर लगे धर्म परिवर्तन कराने के आरोप, जेमिमा को हुआ था यह नुकसान
महिला क्रिकेटर जेमिमा रॉड्रिगेज ने कल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार पारी खेलकर देश के लिए इतिहास रच दिया है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे वर्ल्ड कप में जेमिमा नाबाद पारी ने भारत को फाइनल में पहुंचा दिया.

ICC Women's World Cup 2025: भारत की स्टार महिला क्रिकेटर जेमिमा रॉड्रिगेज ने कल यानी 30 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धमाकेदार पारी खेलकर देश के लिए इतिहास रच दिया है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महिला वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में जेमिमा ने नाबाद 127 रन बनाकर भारत को फाइनल में पहुंचा दिया. अब भारत का मुकाबला फाइनल में साउथ अफ्रीका के साथ होगा. जेमिमा की इस नाबाद पारी की हर तरफ तारीफ हो रही है, लेकिन यह जीत जेमिमा के लिए सिर्फ एक मैच की जीत नहीं बल्कि उनके मुश्किल दौर की जीत भी मानी जा रही है, जिसने कभी उन्हें तोड़ दिया था.
दरअसल, पिछले साल जेमिमा का नाम क्रिकेट नहीं बल्कि एक विवाद की वजह से सुर्खियों में आया था. यह विवाद उनके पिता पर लगे धर्म परिवर्तन कराने के आरोपों से जुड़ा था. उस समय यह मामला इतना बढ़ गया था कि इस मामले का असर न सिर्फ उनके परिवार पर पड़ा था बल्कि जेमिमा पर भी कई आरोप लगाए गए थे. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि जब जेमिमा रॉड्रिगेज के पिता पर लगे धर्म परिवर्तन कराने के आरोप तब जेमिमा को क्या-क्या नुकसान हुआ था.
इसलिए लगे थे जेमिमा के पिता पर धर्म परिवर्तन के आरोप
पिछले साल अक्टूबर में जेमिमा के पिता पर धर्म परिवर्तन कराने के आरोप लगे थे. जेमिमा के पिता पर आरोप लगाया था कि उनके पिता इवान रॉड्रिगेज ने क्लब की सुविधाओं का इस्तेमाल धर्म परिवर्तन से जुड़े कार्यक्रमों के लिए किया था. बताया गया कि इवान ब्रदर मैनुअल मिनिस्ट्रीज नामक संगठन से जुड़े थे और प्रेसिडेंशियल हॉल में कई धार्मिक आयोजन कर धर्म परिवर्तन कराए थे. हालांकि, इन आरोपों पर जेमिमा के पिता ने साफ इनकार कर दिया था उन्होंने कहा था कि उनका किसी भी धर्म परिवर्तन से कोई संबंध नहीं है.
पिता पर आरोपों का जेमिमा को हुआ था नुकसान
जेमिमा के पिता इवान रॉड्रिगेज पर लगे धर्म परिवर्तन के आरोपों का नुकसान जेमिमा को भी झेलना पड़ा था. पिता पर धर्म परिवर्तन कराने के आरोप लगने के बाद पिछले साल अक्टूबर में मुंबई के पुराने क्लब खार जिमखाना ने जेमिमा की सदस्यता रद्द कर दी थी. खार जिमखाना ने जेमिमा की 3 साल की मानक सदस्यता रद्द की थी. क्लब के अधिकारियों के अनुसार, यह सदस्यता क्रिकेट से जुड़ी सुविधाओं के लिए जेमिमा को दी गई थी. इसके अलावा इस विवाद का असर जेमिमा की सेहत पर भी पड़ा था. धर्म परिवर्तन के आरोपों के बाद जेमिमा मानसिक तनाव से गुजरने लगी.
विवादों ने जेमिमा को तोड़ा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी
जेमिमा के पिता के ऊपर लगे विवाद जेमिमा के लिए मानसिक रूप से बहुत से कठिन साबित हुआ था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ में जीतने के बाद उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि पिछले कुछ महीने उनके लाइफ के सबसे मुश्किल दौर में से एक थे. वह लगातार स्ट्रेस में थी और इस वर्ल्ड कप के दौरान रो पड़ती थीं. उन्होंने कहा कि उन्हें ड्रॉप किया गया, उनका फॉर्म खराब हुआ और वह खुद को संभाल नहीं पाई, उन्हें एंग्जायटी होने लगी. लेकिन भगवान में उन्हें संभाला. जेमिमा के अनुसार, जब उन्हें बताया गया कि वह तीन नंबर पर बैटिंग करेगी तो उन्होंने खुद से कहा कि बस टिके रहो भगवान साथ में लड़ाई लड़ेंगे. इसके बाद जेमिमा ने विवादों से उभरकर अपने बल्ले से सबको जवाब दिया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में उन्होंने 339 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए महिला क्रिकेटर इतिहास से सबसे बड़ा रन चेज किया. इस पारी के बाद जेमिमा भावुक हो गई और जीत के बाद अपने पिता को गले मिलते हुए रो पड़ी थी.
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Source: IOCL
























