एक्सप्लोरर

ताड़ के पेड़ होने से आकाशीय बिजली का प्रभाव होता है कम, जानिए क्या कहता है साइंस

देशभर में हर साल आकाशीय बिजली की चपेट में आने से सैकड़ों लोगों की जान जाती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ताड़ के पेड़ों पर आकाशीय बिजली का असर नहीं होता है और पेड़ सभी ऊर्जा को सोख लेती है.

देशभर में बरसात के समय आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं सबसे ज्यादा होती है. कई बार आकाशीय बिजली के कारण जान-माल का नुकसान भी होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि ओडिशा आकाशीय बिजली से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले राज्यों में से एक है. ओडिशा सरकार ने आकाशीय बिजली को कम करने के लिए 20 लाख पेड़ लगाने वाली है. अब सवाल ये है कि क्या ताड़ के पेड़ के कारण आकाशीय बिजली पर प्रभाव कम पड़ता है. आज हम आपको इसके बारे में बताएंगे.

बिजली गिरना

धरती पर आकाशीय बिजली गिरना एक प्राकृतिक आपदा है. आकाशीय बिजली को इंसान नहीं रोक सकता है. हर साल आकाशीय बिजली गिरने के कारण देशभर में भारी जान-माल का नुकसान होता है. भारत के ओडिशा राज्य में भी आकाशीय बिजली की घटनाएं बाकी राज्यों की तुलना में काफी अधिक होती हैं. बीते महीने अगस्त में सिर्फ बिजली गिरने के कारण ओडिशा में 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे. वहीं ऐसी घटनाओं में कमी लाने के लिए राज्य की बीजेपी सरकार ने फैसला लिया है कि इस साल राज्य में 20 लाख ताड़ के पेड़ लगाए जाएंगे.

ताड़ का पेड़

बता दें कि ओडिशा के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में बताया था कि ओडिशा में बिजली गिरने से होने वाली मौतों की दर भारत में सबसे अधिक है. इससे निपटने के लिए हमने पूरे राज्य में ताड़ के पेड़ लगाने की शुरुआत की है. क्योंकि ये पेड़ बिजली के अच्छे कंडक्टर की तरह काम करते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य के हर वन प्रखंड की सीमा के पास ताड़ के चार पेड़ लगाए जाएंगे. इस पूरी योजना में करीब सात करोड़ रुपए का खर्च आएगा. ओडिशा में ताड़ के मौजूदा पेड़ों को काटने पर भी पाबंदी लगा दी गई है. अगर कोई व्यक्ति बिना अनुमति लिए अपने निजी ताड़ के पेड़ भी काटता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

पेड़ बिजली सोखता

बता दें कि पुराने जमाने में खेत बड़े होते थे और उनके चारों ओर पेड़ लगे रहते थे. ऐसे में बिजली पेड़ों पर ही गिरती थी और पेड़ उस ऊर्जा को सोख लेते थे. इससे खेतों में काम करने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं होता था. लेकिन बाद में धीरे-धीरे वे पेड़ कटने के कारण खेतों में पेड़ नहीं बचे हैं. इसका नतीजा यह हुआ कि खेतों में काम करने वाले किसान-मजदूर बिजली की चपेट में आ जाते हैं. 

ताड़ के पेड़ का बिजली से कनेक्शन

बता दें कि ताड़ के पेड़ इन मौतों को रोकने में कारगर भूमिका निभा सकते हैं. जानकारी के मुताबिक जिस पेड़ में जितना ज्यादा पानी होता है, वह बिजली का उतना बढ़िया कंडक्टर होता है. ताड़ के पेड़ों के अंदर काफी पानी होता है, इसलिए ये दूसरे पेड़ों की तुलना में ज्यादा अच्छे कंडक्टर माने जाते हैं. इस पर कई अध्ययन भी हुए हैं. इसलिए ओडिशा सरकार योजनाबद्ध तरीके से ताड़ के पेड़ लगाने की योजना बनाई है. ये पेड़ बिजली गिरने की स्थिति में करंट को सोख लेंगे. वहीं इनसे इलाके की जलवायु भी बेहतर होगी.

ये भी पढ़ें: पानी के अंदर कितने दिन तक लगातार रह सकती है पनडुब्बी, कितनी होती है लिमिट?

और पढ़ें
Sponsored Links by Taboola

टॉप हेडलाइंस

अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
कब और कहां खेला जाएगा भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
कब और कहां खेला जाएगा IND vs SA पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स

वीडियोज

Parliament Update: संसद में वंदे मातरम पर होगी चर्चा, हंगामें के भी आसार | Breaking
Smriti-Palash: अब नहीं होगी स्मृति मंधाना और पलाश की शादी,  खिलाड़ी ने डाली इमोशनल पोस्ट
Goa Nightclub Fire: कलब में अग्निकांड को लेकर पुलिस का आया चौंकाने वाला बयान | Breaking | ABP News
West Bengal News: बंगाल में चुनावी जोर के बीच क्यों मचा धार्मिक शोर! | mamata
Indigo की उड़ानें रद्द होने का सिलसिला जारी, 550 से ज्यादा फ्लाइट रद्द

फोटो गैलरी

Petrol Price Today
₹ 94.72 / litre
New Delhi
Diesel Price Today
₹ 87.62 / litre
New Delhi

Source: IOCL

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
अब इस देश ने अमेरिका को दिया झटका, Hawk की जगह भारत से खरीदेगा SAM मिसाइलें; दिल्ली ने दिया बड़ा ऑफर
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
'अपनी हार को छिपाने के लिए बाहर घूमने गए हैं तेजस्वी यादव', जीतन राम मांझी का तंज
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
वीकडेज में OTT पर रिलीज होंगी ये 14 नई फिल्में और शो, नोट कर लें किस तारीख को कौन सा देख पाएंगे
कब और कहां खेला जाएगा भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
कब और कहां खेला जाएगा IND vs SA पहला टी20, जानें मैच टाइमिंग समेत लाइव स्ट्रीमिंग डिटेल्स
'संकरे रास्ते, पत्तों की छत और भागती भीड़...', देखते ही देखते कैसे आग का गोला बन गया गोवा का नाइट क्लब, जिसमें चली गईं 25 जानें
'संकरे रास्ते, पत्तों की छत और भागती भीड़...', देखते ही देखते कैसे आग का गोला बन गया गोवा का नाइट क्लब, जिसमें चली गईं 25 जानें
NEET PG 2025 राउंड-2 में मैट्रिक्स में 2,620 नई सीटें, उम्मीदवार करें चॉइस फाइलिंग
NEET PG 2025 राउंड-2 में मैट्रिक्स में 2,620 नई सीटें, उम्मीदवार करें चॉइस फाइलिंग
Tata Sierra: आज से 34 साल पहले भी बाजार में आई थी Tata Sierra, फिर क्यों हो गई थी बंद?
आज से 34 साल पहले भी बाजार में आई थी Tata Sierra, फिर क्यों हो गई थी बंद?
सुप्रिया सुले से लेकर कंगना तक, बीजेपी सांसद के घर की शादी में एक मंच पर पक्ष विपक्ष ने लगाए ठुमके
सुप्रिया सुले से लेकर कंगना तक, बीजेपी सांसद के घर की शादी में एक मंच पर पक्ष विपक्ष ने लगाए ठुमके
Embed widget