क्या आप मिस्र की रहस्यमयी रानी नेफरतिती के बारे में जानते हैं?
इतिहासकारों का मानना है कि नेफरिती आज से लगभग 3500 साल पहले मिस्र में राज करती थीं. कहा जाता है कि वह 12 से 15 साल की उम्र में ही आमेनहोतेप की चतुर्थ रानी बन गई थीं.

मिस्र एक ऐसा देश है जो इतिहास में अपने रहस्यों के लिए जाना जाता था. फिरौन तूतनखामेन के बारे में तो सब जानते हैं. इसकी कई पहेलियां और जीवन इतिहासकारों के लिए आज भी अनसुलझा रहस्य है. लेकिन आज हम तूतनखामेन की नहीं बल्कि उसकी सौतेली मां रानी नेफरतिती की बात कर रहे हैं. क्योंकि रानी नेफरतिती उस दौर में दुनिया की सबसे शक्तिशाली महिलाओं में शामिल थीं और कहा जाता है कि उनसे खूबसूरत उस वक्त में कोई नहीं था. सबसे रहस्यमयी बात तो ये है कि नेफरतिती का ना आज तक कोई कब्र मिला और ना ही उनकी ममी. इसलिए वैज्ञानिक हैरान हैं कि मिस्र की इतनी बड़ी रानी को आखिर दफनाया कहां गया था.
क्या है इस रहस्यमयी रानी की कहानी?
इतिहासकारों का मानना है कि नेफरिती आज से लगभग 3500 साल पहले मिस्र में राज करती थीं. कहा जाता है कि वह 12 से 15 साल की उम्र में ही आमेनहोतेप की चतुर्थ रानी बन गई थी. जिस राजा से नेफरतिती की शादी हुई थी, मिस्र की प्रजा उसे हेरेटिक फैरो यानि एक विधर्मी राजा कहती थी. क्योंकि इसने कई देवताओं को पूजने की प्रथा को बंद करा दिया था. उसका हुक्म था कि राज्य में सिर्फ प्रकाश के देवता आतेन की ही पूजा होगी. इसलिए अन्य देवताओं को पूजने वाले इस राजा को विधर्मी राजा कहते थे.
कैसे पता चला था नेफरतिती के बारे में?
दुनिया को शायद इस रहस्यमयी रानी के बारे में कभी पता नहीं चलता अगर 6 दिसंबर 1912 को जर्मन आर्किटेक्ट और इजिप्टोलजिस्ट लुडविष बोरशार्ट और उनकी टीम को एक मुर्तिकार की वर्कशॉप ना मिलती. मिट्टी में दबे इस वर्कशॉप में ढेर सारी मूर्तियां थीं, इसी में से एक थी नेफरतिती की मूर्ती जो मिट्टी में दबी हुई थी. इस मूर्ती के सिर पर एक गाढ़े नीले रंग का मुकुट बना था. इसी मूर्ती को बाद में 1924 में बर्लिन में सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए रखा गया. इतिहासकारों की मानें तो अब तक खुदाई में जितनी भी कलाकृतियां मिली हैं, ये मूर्ती उन सब में सबसे ज्यादा जीवंत है.
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Source: IOCL






















