Old Names Of Delhi: इंद्रप्रस्थ से दिल्ली तक.... ये हैं देश की राजधानी के 16 पुराने नाम; BJP सांसद की मांग के बीच देख लें पूरी लिस्ट
Old Names Of Delhi: चांदनी चौक से भाजपा सांसद ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ करने का आग्रह किया है. आइए जानते हैं इतिहास में दिल्ली के क्या-क्या नाम रह चुके हैं.

Old Names Of Delhi: भारत की राजधानी दिल्ली ने कई शक्तिशाली साम्राज्य के उत्थान और पतन को देखा है. हर साम्राज्य यहां अपने पीछे एक अनूठी पहचान और एक नया नाम छोड़कर गया है. हाल ही में चांदनी चौक से भाजपा सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ करने का आग्रह किया. इसी के साथ उन्होंने पुरानी दिल्ली स्टेशन का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ जंक्शन और दिल्ली हवाई अड्डे का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा करने का भी प्रस्ताव रखा है. इसी बीच आइए जानते हैं कि इतिहास में दिल्ली के कौन-कौन से नाम रह चुके हैं.
दिल्ली के दिल्ली के प्राचीन नाम
- इंद्रप्रस्थ
- ढिल्लिका/ढिल्ली
- लालकोट
- किला राय पिथौरा
- किलेखोरी
- सिरी
- तुगलकाबाद
- जहांपनाह
- फिरोजाबाद
- दिनपनाह/शेरगढ़
- खिज्राबाद
- कोटला मुबारकपुर
- शाहजहांनाबाद
- हस्तिनापुर
- सूरजकुंड
- नई दिल्ली
महाभारत के मुताबिक इंद्रप्रस्थ यमुना नदी के किनारे स्थित पांडवों की राजधानी थी. इसे दिल्ली का सबसे पुराना ज्ञात नाम माना जाता है. ऐसा कहा जाता है कि बाद में लगभग पहली शताब्दी ईसा पूर्व राजा ढिल्लु ने ढिल्लिका या ढिल्ली नाम के एक शहर की स्थापना की जो बाद में दिल्ली के रूप में विकसित हुआ.
मध्यकाल में हुआ परिवर्तन
तोमर शासकों ने 11वीं शताब्दी में पहले किला बंद शहर लालकोट बनवाया था. बाद में पृथ्वीराज चौहान ने इसका विस्तार किला राय पिथौरा के रूप में किया. इसी तरह दिल्ली को दो और नाम लाल कोट और किला राय पिथौरा मिले. हालांकि गुलाम वंश में इसे किला राय पिथौरा ही कहा गया लेकिन बाद में सुल्तान खैकाबाद ने इस किलेखोरी नाम दिया. यह दिल्ली के प्रारंभिक मध्यकालीन चरण का प्रतीक था. खिलजी वंश के शासनकाल में दिल्ली को एक और नया नाम सिरी दिया गया. इसके तुरंत बाद गयासुद्दीन तुगलक ने 1320 इसी में इसका नाम तुगलकाबाद कर दिया. इसके बाद मोहम्मद बिन तुगलक ने 14वीं सदी के बीच इसे जहांपनाह नाम दिया.
फिरोजाबाद से शाहजहांनाबाद
फिरोज शाह तुगलक ने 1354 ईस्वी में फिरोजाबाद की स्थापना की. इसी के साथ 16वीं शताब्दी में मुगल सम्राट हुमायूं और शेरशाह सूरी ने दिनपनाह और शेरगढ़ का निर्माण कराया. इसी के साथ खिज्र खान ने इसका नाम खिज्राबाद रखा. जब मुबारक शाह तख्त पर बैठा तो उसने इसे कोटला मुबारकपुर नाम दिया. 17वीं शताब्दी में दिल्ली को शाहजहांनाबाद कहा जाने लगा और इसे यह नाम सम्राट शाहजहां से मिला.
दिल्ली का आधुनिक नाम
1911 में जब ब्रिटिश साम्राज्य ने अपनी राजधानी कलकत्ता से दिल्ली में बदली तो एक नए शहर नई दिल्ली की कल्पना की गई. इसका डिजाइन वास्तुकार एडविन लुटियंस और हर्बर्ट बेकर ने तैयार किया. 1913 में इसका आधिकारिक रूप से उद्घाटन कर दिया गया. इन सभी नाम के अलावा दिल्ली को हस्तिनापुर, डैडालर, सूरजकुंड जैसे प्राचीन नामों से भी जाना जाता है. ये सभी नाम अलग-अलग युग और शासकों से जुड़े हुए हैं.
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Source: IOCL
























